Karan Arjun 2

आज की हमारी कहानी है मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव खेड़ी अलीपुर की। इस गांव में एक बच्चे ने जन्म लिया। वीर के माता-पिता खुश हुए और उन्होंने खुश होकर उसका नाम रखा वीरसिंह। जिसे सब प्यार से वीर कहकर भी बुलाने लगे। पर जब वीर साडे तीन साल का हो गया, तब एक झटका लगाने वाली बात सामने आई।

उसने कहा कि उसका पुनर्जन्म हुआ है और वह शिकारपुर के पंडित लक्ष्मीचंद का बेटा सोमदत्त यानी सोमू है। यह सुनकर तो उसके माता-पिता को बड़ा झटका लगा। हक्का-बक्का हुई शक्ल के साथ वो वीर को देखने लगे।

पर उसे सब कुछ याद आने के बाद वह उसके मां-बाप के साथ नहीं रहना चाहता था। वह पंडित लक्ष्मीचंद के पास जाना जाता था और यह बात आग‌ की तरह सारे गांव में फैल जाती है और धीरे-धीरे करके लक्ष्मीचंद को भी यह बात पता चली।

फिर क्या, लक्ष्मीचंद खुद अलीपुर आ गए।‌ तब वीर उनसे मिला‌, खूब रोया। लक्ष्मीचंद भी अपने बेटे सोमदत्त के लौटने की खुशी पर रोने लगे।

यह सब देखकर गांव के लोग हैरान हो गए। लक्ष्मीचंद वीर को लेकर अपने घर आया। वहां पर आकर वीर ने सोमदत्त की मां और भाइयों को पहचान लिया। पर यह क्या, वीर ने तो लक्ष्मीचंद के बेटों को, यानी सोमदत्त के भाइयों को कैसे पहचाना? क्योंकि यह सब तो सोमदत्त के छोटे भाई थे और जब उसकी मौत हुई थी तब तो वो नहीं थे? तो क्या सच में कोई पुनर्जन्म हुआ भी है या फिर यह सब गोलमाल हो रहा है? इसका जवाब सारे गांव वाले मांगने लगे।

उस पर वीर ने खुद बताया कि, जब मेरी यानी सोमदत्त की मौत हुई थी, तब लक्ष्मीचंद के घर के आस-पास एक पेड़ था, मैं उस पर ही लटकता‌ रहा। मेरी आत्मा भटकती रही। जब मुझे भूख लगती थी, तब मैं रसोई में जाकर रोटी खा लेता था, जब  प्यास लगती थी, तब‌कुएं में जाकर पानी पी लेता था। ऐसे  आत्मा बनकर घूमते वक्त ही मैंने अपने भाईयों को देखा और तब मुझे बहुत खुशी हुई। इसीलिए मैंने अभी उन्हें पहचान लिया”।

उसके इस जवाब से सब लोग दंग रह गए कि यह कैसे हो सकता है। पर यह बच्चा काफी ज्यादा confident था। पर अब सवाल यह था कि वीर किसके साथ रहेगा? तो फिर काफी जिद करने पर यह फैसला लिया गया कि, वीर लक्ष्मीचंद के साथ रहेगा, उनके परिवार के साथ रहेगा और वह अपने दूसरे माता-पिता के साथ भी जुड़ा रहेगा यानी कि अब उसे दो-दो मां बाप मिल गए।

अब सोमदत्त वीर के रूप में वापस आ गया है इस बात पर कहीं ना कहीं कुछ लोगों ने विश्वास रखा, तो कुछ लोगों ने इसे झुठला दिया।

वैसे पुनर्जन्म और साथ साथ में आत्मा का combination आफ interesting लग रहा है ना? तो फिर वीर की यह कहानी आपको कैसी लगी, हमें जरूर बताइए कमेंट सेक्शन में लिखकर।

 

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