Hera Pheri 3

3 गरीब दोस्त जिन्होने अपनी गरीबी को दूर करने के लिए एक plan बनाया। और उनका plan था, चोरी करना।

उन तीनो में से एक master mind राजू है, जो बाकी के दोनो दोस्तो के लिए newspaper से कुछ बना रहा है।

दुसरा दोस्त श्याम घबराहट में इधर उधर घुम रहा है। और तीसरा दोस्त पप्पू….excited है। पप्पू को हमेशा से thrill पसंद है, तो वो अपनी पहली चोरी को किसी बडे money heist से compare कर रहा है।

आधी रात को बाद तीनो चोरी करने के लिए ready होते है।

और तब raju उन दोनो को अखबार से बने bags देता है। श्याम और पप्पू को समझ नही आता कि पिछसे 4 घंटो से उनका दोस्त इन अखबारो के पिछे पडा था, उसने अब ये क्या बनाया है।

तो राजू उन्हे बताता है कि ये newspaper से बने bags है। तो पप्पू कहता है कि अब अगर चोरी करने निकल ही रहे है तो atleast थैला तो अच्छा ले चलो।

राजू अपने दोनो पागल, मंदबुद्धि दोस्तो से परेशान होकर उन्हे समझाता है कि इस paper bag, मुहँ ढकने के लिए है, ना कि चोरी का सामान डालने के लिए। तीनो दोस्त बेचारे इस वक्त इतने गरीब है कि चोरी करने के लिए मास्क भी नही है। 

तीनो चुपके से गांव की तरफ निकलते है और एक घर के सामने रूकते है, जिसके अंदर जाना आसान होगा।

 

तीनो एक एक करते घर के अंदर घुसते है तो और अंदर जाने से पहले raju उन्हे अपना चेहरा paper bag से ढकने के लिए कहता है। वो लोग stapled newspaper bag नुकालते है और उसे अपने सर पर ओढ लेते है।

पर यहां fun part ये है कि राजू ने bag को बना दिया, लेकिन उसमें देखने के लिए जगह नही बनाई।

और तीनो पागलो की तरह एक दुसरे से ही टकरा जाते है। राजू उन्हे चुप रहने को कहता है और फिर पहले तो अपने bag मे देखने की जगह बनाता है और फिर श्याम और पप्पू के लिए भी करता है।

तीनो बिल्कुल ready अंदर जाते है तो बाहर वाले कमरे में ही एक बुजुर्ग lady लेटी हुई होती है। और वो जैसे ही घर की तलाशी लोना शुरू करते है, वैसे ही वो बुजुर्ग lady लेटे लेटे उनकी तरफ देखती है और उन्हे बताती है कि कौन से कमरे उनको पूर्वजों की jewellery रखी है। उसकी आवाज सुनते ही तीनो वही की वही रूक जाते है।

तो बुढी औरत कहती है कि वो उन्हे सारी चीजो को ठिकाना बताएगी, लेकिन उसके लिए उन्हे पहले उसको आया सपना सुनना होगा और बताना पडोगा की उस सपने का क्या मतलब है।

राजू, श्याम और पप्पू, जो अभी बिल्कुल नए- नए चोर बने है, बुढी औरत की बात सुनकर खुश हो जाते है। और सोचते है कि ये बुढी औरत कितनी अच्छी है जो उन्हे चोरी करने के सामान का ठिकाना बता रही है।

तो वो तीनो जाकर उसके सामने बैठ जाते है और उसके सपने के बीरे में पुछते है।

बुढिया उन्हे अपना सपना बताताी है कि उसने देखा जैये वो एक बहुत बडे झरने के सामने खडी है। ठंडी ठंडी हवा चल रही है और चारो तरफ हरियाली ही हरियाली है। लेकिन तभी अचानक वो झरना चलना बंद हो जाता है और कोई उसका जोर ये गला दबाने लगता है। 

तीनो चोरो के डरे हुए चेहरे को देखकर बुढिया आगो बताती है कि फिर उसने सपने मे ही जोर जोर ये तीन आवाजें लगाई, बंटी! बंटी! बंटी!

बुढिया के सपने को सुनने में तीनो चोर इतने गुम हो जाते है कि ये नही देखते कि बुढिया ने तीन बार नाम सपने में नही बल्कि जोर जोर से सच में चिल्लाएं है।

लेकिन वो तीन पागल तो उस सपने के मतलब को ढुंढने में busy थे। और उतने में ही पिछे ये उस बुढिया का बेटा बंटी आ गया।

बंटी कद और size दोनो में उन तीनो से बडा था। उसकी muscled body देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि वो पहलवान है।

Bunty तीनो को एक साथ पकड लेता है और तीनो की खुब धुलाई करता है। और वो पप्पू पागल अभी ये बुढिया के सपने को बारे में सोच रहा है।

Bunty तीनो को एक साथ रस्सी से बांध देता है और। पुलिस को बुलाता है। तीनो नए नए चोर को बुरी हालत में पुलिस को हवाले किया जाता है।

तो कैसी लगी आपको हमारी ये funny story, comment करते जरूर बताएं।

Comment Your Thoughts.....

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments

Related Post

Kuch Kuch Hota Hai 2 Sara Ali Khan, Vijay Devarakonda, Janhvi kapoor Bollygrad Studioz bollygradstudioz.com

Kuch Kuch Hota Hai

Ek अनार, दो बीमार! एक समय की बात है एक adonis नाम का शिकारी जंगल में शिकार के लिए जा रहा था। Adonis दिखने में

Read More »
Mr. India

Mr. India-2

Kya aapne “AI software” ke andar jaan ho, aisa kabhi suna hai? Agar nahi, toh aaj hum aapko ek aisi kahani batane jaa rahe hai,

Read More »
gadar

Gadar 2

फिल्म गदर को रिलीज हुए 22 साल पूरे हो चुके हैं, तो जाहिर सी बात है कि फिल्म के सभी कलाकार और क्रू मेंबर्स बहुत

Read More »

Bollygrad Studioz

Get the best streaming experience

Contact Us

41-A, Fourth Floor,

Kalu Sarai, Hauz Khas,

New Delhi-16

 

011 4140 7008
bollygard.fti@gmail.com

Monday-Saturday: 10:00-18:00​