The family entertainer, कहलाई जाने वाली साल 1992 की जबरदस्त फिल्म बेटा आज भी ऑडियंस को याद है। पर क्या आपको पता है कि इस फिल्म के साथ आमिर खान का जबरदस्त कनेक्शन है। हां हां, हम जानते हैं कि इस फिल्म में अनिल कपूर लीड रोल में नजर आए थे। पर क्या है ना, आमिर खान की दिल और अनिल कपूर की बेटा फिल्म को इंद्र कुमार ने डायरेक्ट किया था और इनका आपस में कनेक्शन है, तो जाहिर सी बात है कि आमिर का कनेक्शन तो हुआ ना।
पर इसके आगे की बात बताते हैं। दरअसल हुआ यह था कि बेटा फिल्म के साथ-साथ उसी साल आमिर खान की फिल्म जो जीता वही सिकंदर रिलीज हुई। पर बेटा फिल्म ने बाजी मार ली। उसने 5 Filmfare awards जीते और best actor की category में अनिल कपूर को अवार्ड मिला, जब कि उनके साथ आमिर खान भी जो जीता वही सिकंदर के लिए नॉमिनेटेड थे। पर जब award function में stage पर डिंपल कपाड़िया ने envelope खोले बिना ही अनिल कपूर का नाम अनाउंस कर दिया, तब सब शौक हो गए। क्योंकि डिंपल में envelope खोलने की बिल्कुल भी मेहनत नहीं की। तो उन्हें पहले से ही पता था कि, अनिल कपूर विनर है? तो ऐसा नहीं है। पर कहा जाता है कि आमिर खान काफी नाराज हुए थे और उसके बाद वह किसी अवॉर्ड फंक्शन को अटेंड करना जरूरी नहीं समझते थे। शायद इसीलिए वह दमदार फिल्म बनाते हैं और अवार्ड को अहमियत नहीं देते।
जब इसके बारे में 2018 फिल्म Fanney Khan के एक इंटरव्यू के दौरान अनिल कपूर को पूछा गया था, तो अनिल कपूर ने इस पर यही कहा कि, “भले ही कितनी भी बातें क्यों ना फैलाई जा रही हो, आमिर ने award function attend ना किया हो या नाराज हो, पर मैं हर इंटरव्यू में यही कहता हूं, जब मुझे पूछा जाता है कि आपका फेवरेट एक्टर कौन है, तो मेरे मुंह से सिर्फ आमिर खान का नाम निकलता है। He is the best! और जो जीता वही सिकंदर के लिए आमिर खान को ही अवार्ड मिलेगा ऐसा मुझे भी लग रहा था क्योंकि वह एक अलग ही फिल्म थी, out-of-the-box। जब डिंपल ने मेरा नाम अनाउंस किया तो मैं भी सरप्राइस हो गया। कई लोगों को गलतफहमी हुई कि डिंपल ने बिना envelope खोले मेरा नाम कैसे अनाउंस किया। फिर अंदर जाकर मुझे पता चला कि यह सारा बवाल हो रहा है। शायद jury ने यह सब डिसाइड किया होगा। पर बेटा और जो जीता वही सिकंदर का कोई comparison नहीं हो सकता, यह दो अलग फिल्में है। जब राम लखन और Eeshwar के लिए भी मुझे नॉमिनेशन मिला था, पर award तो नहीं मिला। इसलिए मैं ज्यादा सीरियसली नहीं लेता। अगर मिला तो मिला, नहीं मिला तो भी ठीक है और मुझे ऐसा लगता है कि मेरे friends भी इसे ज्यादा सीरियसली नहीं लेते क्योंकि award सब कुछ डिसाइड नहीं करता। शायद आमिर खान को गलतफहमी हुई होगी या उन्हें किसी ने कुछ गलत बताया होगा। पर मैंने आमिर से इस बारे में बात नहीं की क्योंकि हम बहुत अच्छे दोस्त हैं और यह सारी चीजें बहुत ही छोटी है”।
वाह अनिल क्या बात कहीए। सच में award कुछ डिसाइड नहीं करता और आपने काफी जबरदस्त जवाब दिया है, बोले तो एकदम झकास।
वैसे इंद्र कुमार ने आमिर खान के साथ उस वक्त दिल फिल्म बनाई, जिस वक्त बेटा फिल्म पर काम चल रहा था, तो यह टॉपिक उनके बहुत ही नजदीक है। जब उन्हें इस बारे में पूछा गया कि आमिर नाराज हुए, तब इंद्र कुमार ने सिर्फ यही कहा,” देखो भाई अवार्ड तो होते रहते हैं, अब मुझे भी उम्मीद थी कि, आमिर खान और माधुरी दीक्षित को लेकर बनाई गई मेरी फिल्म दिल(1990) के लिए भी मुझे बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मिलेगा, पर नहीं मिला। पर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं नाराज रहूं और इन बातों को सीरियसली लूं। तो आमिर को भी अगर ऐसा लग रहा है तो उन्हें इतना सीरियसली नहीं लेना चाहिए”।
यानी कि घूम फिर कर यही साबित हो रहा है कि अवॉर्ड फंक्शंस को ज्यादा seriously नहीं लेना चाहिए। अगर मिला तो मिला और जैसे अनिल कपूर कहते हैं कि, यह नसीब का खेल है, वरना परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। इसीलिए तो हमारे सलमान खान भी award के चक्कर में नहीं फसते और शायद इसी वजह से आमिर खान ने भी ठान लिया हो कि वह मिस्टर परफेक्शनिस्ट बनेंगे। इन सब बातों पर आमिर का कोई खास reaction तो नहीं आया।
चलिए अब फिल्म के गानों की ओर बढ़ते हैं। वैसे इससे पहले हम आपको यह बात बताना चाहते हैं कि, बेटा फिल्म यह एक तमिल फिल्म का हिंदी रिमेक है, जिसका नाम है 1987 में रिलीज हुई फिल्म Enga Chinna Rasa। जिसके writer और डायरेक्टर थे K. Bhagyaraj। वैसे फिल्म का कोयल सी तेरी बोली गाना तो आपने सुना ही होगा? जिसमें उदित नारायण और अनुराधा पौडवाल ने अपनी आवाज दी है और lyricist Sameer ने lyrics लिखे हैं। दरअसल यह भी इसी तमिल फिल्म के एक गाने का रीमेक है जिसका नाम है,” Kondai Seval Koovum Neram” जिसे कंपोज किया Shankar-Ganesh ने।
साथ ही धक धक करने लगा यह एक तेलुगू फिल्म सॉन्ग Abbanee Teeyani Dheba का adaptation है और यह तेलुगू फिल्म Jagadeka Veerudu Athiloka Sundari जो 1990 में रिलीज हुई, इस फिल्म का गाना है। पर हैरानी की बात यह है कि इस फिल्म के साथ श्रीदेवी का कहीं ना कहीं कनेक्शन तो बन ही गया। क्योंकि इस तेलुगू फिल्म में श्रीदेवी और चिरंजीवी की जोड़ी नजर आई थी और श्रीदेवी को बेटा फिल्म का भी ऑफर मिला था, पर उन्होंने वह रिजेक्ट कर दिया। पर इस तरह से उनका इस फिल्म के साथ एक कनेक्शन बन गया।
अब बेटा फिल्म के गाने और म्यूजिक कंपोजर्स के बारे में बहुत सारी जानकारी आपके साथ शेयर करनी है क्योंकि इस फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर्स पहले कोई और थे और बाद में उन्हें बदल दिया गया। और बेटा फिल्म के साथ जै
जो team मौजूद थी, उन्हीं के साथ इंद्र कुमार ने अपनी दूसरी फिल्म दिल बनाई।
अब इसके बारे में आपको सारी जानकारी आने वाली अगले blog में बताएंगे। तब तक के लिए आप करिए इस blog को share करे।