शिवदीप वामनराव लांडे ( Shivdeep Wamanrao Lande) 2006 बैच के एक IPS Officer हैं।
जो currently deputy Inspector General- Kosi Division, के रूप में बिहार में काम कर कहे हैं। इससे पहले, उन्होंने बिहार के अररिया (Araria), पूर्णिया ( Purnia) और मुंगेर ( Munger) जिलों में superintendent of police के रूप में काम किया था।
लेकिन पटना के SP के रूप में उनका working period काफी popular रहा है। Shivdeep ने कई criminals को गिरफ्तार किया और कई offenders के खिलाफ बिना देरी के कार्रवाई भी की।
Shivdeep, लोगो के बीच Popular थे क्योंकि उन्होंने छेड़खानी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। शिवदीप लांडे को लोगों ने प्यार से कभी ‘दबंग’, कभी ‘सिंघम’ तो कभी ‘द सुपरकॉप’ जैसे नाम देकर अपनी दिल में उसके लिए respect और Appreciation को जताया है।
Shivdeep Lande एक ऐसे IPS officer है, जो अपनी Salary का 60% से 70% एेसे organizations को दान करते हैं जो गरीब लड़कियों की Mass Marriages organise करते है और organisation जो अकोला (Akola) में students के लिए coaching classes और hostels चलाती है ताकि उन सब बच्चो को अपने सपनों को साकार करने में मदद मिल सके।
Shivdeep Lande ने हमेशा किसी ना किसी तरिके से जनता की मदद करने की कोशिश की है। और शायद इसीलिए उन्हे लोग इतना पसंद भी करते है।
शिवदीप लांडे जब पटना में तैनात थे, तो उन्होंने criminals की नाक में दम कर दिया था। खासकर उन्होंने गुंडों पर निगरानी रखी और उनकी सख्ती की वजह से Collage और School की लड़कियाँ आराम से बिना किसी डर के school और collage जाने लगी थी।
कॉलेज और स्कूल की लड़कियों के बीच Shivdeep lande की हीरो की image बन गई थी। बदमाशों को सबक सिखाने और लड़कियों की मदद के लिए किसी भी वक्त Available होने के लिए उसने अपना एक private मोबाइल नंबर लड़कियों में बांट दिया था।
ताकी वो किसी भी वक्त अगर किसी परेशानी में है तो आसानी से उयसे contact कर सकती है।
शिवदीप के नंबर बाटने का नतीजा ये हुआ कि पटना की गलियां धीरे-धीरे साफ हो गईं। क्योकी बदमाशो को भी पता लग गया था कि एक शिकायत पर शिवदीप लांडे खुद उन्हे सबक सिखाने आएगा। और कोई भी बदमाश खुद को Shivdeep Lande के गुस्से का शिकार नही बनाना चाहता था।
पटना में आई Shivdeep lande के Protection की लहर से सब लोग इतने care free हो गए थे कि जब उनके Transfer की बात आई तो पटना के लोग उसे accept नही कर पाए।
शहर के Superintendent police (SP) शिवदीप लांडे का अररिया ( Araria) में अचानक और समय से पहले transfer किया जा रहा था। और इस खबर को सुनकर पटनावासी हैरत और निराशा में डुबे थे। और कोई इस transfer को Accept करने को तैयार नही था। Students के कई groups ने सरकार के फैसले के खिलाफ रैलियां भी निकाली और साथ ही मांग भी की Shivdeep के transfer order को वापस लिया जाए।
All India Students Federation (AISF) के Banner के under काम कर रहे Activists ने पटना से shivdeep lande को हटाने के लिए state government को criticize किया, जहां SP ने अपनी unique policing style के साथ criminals, छेड़खानी करने वालों, पार्लर operator और traffic violators को सबक सिखाया। और अपनी उसी unique style से पटना में crime को कम किया।
जब ऐसा लगा कि सर Shivdeep Lande की Fabulous leadership में पटना safe हो रहा था, तो सरकार ने उन्हें शहर से ही हटा दिया। ये एक High level का corruption और nepotism है और उनके Transfer की जांच होनी चाहिए ताकि जनता के सामने सच्चाई सामने आ सके।
ऐसा आदेश जारी करने वाले Protestors ने Boring Road पर नीतीश सरकार का पुतला बना कर उसमें आग भी लगा दी थी।
Shivdeep के अचानक से हुए transfer से कॉलेज की students भी उतनी ही निराश थीं।
पटना में कॉलेज की लड़कियों के बीच सर shivdeep एक iconic figure बन गए थे। वो जब भी मुश्किल में होती थी, तो वो Directly उनसे contact कर सकती थी। और Shivdeep ना सिर्फ उनके फोन कॉल का जवाब देते थे, बल्कि छेड़खानी करने वालों को भी इच्छे से सबक सिखाते थे । और अब Shivdeep के जाने से उन सबको ऐसा लग रहा था जैसे उनके सर से protection का साया उठ रहा हो।
Shivdeep के transfer की खबर से निराश दर्जनों लड़कियां उनके घर पर पहुंचीं और उनसे पटना में ही रहने की request की। Shivdeep ने उन सबको ये विश्वास दिलाते हुए करते हुए कहा कि पटना में उन्हें डरने की कोई बात नहीं है, और उन पर ऊपर से ये order होने की वजह से वो उनकी मांग को इस बार पूरा नही कर पाएंगे।
Shivdeep की unique style और अपनी duty के लिए dedication से impress होकर लड़कियां उनका ऑटोग्राफ लेने के लिए excited थीं, जिसके लिए SP ने उन्हें Patience और सम्मान के साथ handle किया।
यहां तक कि मगध महिला कॉलेज की principal डॉ. डॉली सिन्हा ने भी निराशा जताई थी। उन्होंने कहा कि सभी students definitely उन्हें याद करेंगे, क्योंकि officer ने उन्हें Anti- social elements से safe महसूस कराया था।
इस बीच, Director Of General Police (DGP) अभयानंद ने कहा कि shivdeep को technical grounds पर transfer किया जा रहा था। ये कोई corruptuo2 या nepotism नही था। लेकिन उनकी ये बात कोई भी मानने को तैयार नही था।
और Shivdeel के लिए इसे एक तरह का प्रमोशन बताते हुए डीजीपी ने कहा कि अररिया में पटना के former SP Shivdeep, पटना में senior superintendent Police (SSP) के under काम करने के बजाय independently काम कर सकेंगे।
अभयानंद ने ये भी कहा कि shivdeep का पद नहीं भरा जाएगा क्योंकि east और west पटना के city SP शहर के central part को भी संभालने की capability रखते थे।
Shivdeep Lande एक ऐसे officer है, जिसने अगर कुछ गलत देखा तो उसके खिलाफ वो कदम जरूर उठाएंगे।
ऐसा ही कुछ एक बार हुआ जब बिहार और उत्तर प्रदेश के पुलिस officers के बीच पटना की सड़कों पर एक हाई-वोल्टेज ड्रामा सामने आया था।
जिसके बाद मुरादाबाद के एक क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर को रिश्वतखोरी के आरोप में हिरासत में लिया गया और बाद में रिहा कर दिया गया।
हमारे दबंग आईपीएस अधिकारी Shivdeep lande ने मुरादाबाद के इंस्पेक्टर Sarv Chandra को उसके कॉलर से पकड़ लिया और उसे डाक बंगला चौक पर पुलिस car में खींचकर ले गए, जहां बाद में Chandra दो local traders से 10,000 की रिश्वत लेने के लिए गया था।
बाद में चंद्रा को पुलिस थाने ले जाया गया लेकिन उसके सभी आरोपों से इनकार करने और अपना बयान दर्ज कराने के कुछ घंटों बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
हालाँकि, पड़ोसी राज्य के एक पुलिस officer को गिरफ्तार करने के लिए Shivdeep Lande के तौर-तरीकों ने पुलिस circle में problems create कर दी थी। पटना के SSP जितेंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने SP Shivdeep से incident की detailed रिपोर्ट मांगी थी। और उनकी रिपोर्ट के base पर मामले की जांच की जाएगी और सही तरिके से कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले दिन में shivdeep ने कहा कि पटना में एक cyber cafe के मालिक पंकज ने उनके पास शिकायत दर्ज कराई थी कि मुरादाबाद में crime branch के पुलिस officers की एक टीम उनसे cyber के एक पुराने case को निपटाने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांग रही थी।
दुकानदार ने आरोप लगाया था कि UP पुलिस की टीम एक सिम कार्ड के बारे में पूछताछ करने आई थी, जो 2012 में उसकी दुकान से बेचा गया था।
दुकानदार ने कहा कि officers ने उसे बताया कि मेरी दुकान से जो सिम बेचा गया था, उसका इस्तेमाल साइबर crimes के लिए किया जा रहा था। और फिर इंस्पेक्टर ने इस case में से उसका नाम साफ करने के लिए 10,000 रुपये की demand की।
दुकानदार ने बाद में Shivdeep lande से contact किया और उन्हें रिश्वत की मांग के बारे में inform किया। इसके बाद UP इंस्पेक्टर को डाक बंगला चौक पर बुलाया गया, जहां लाल टी-शर्ट पहने Shivdeep उनका और बाकी पुलिस officers का इंतजार कर रहे थे। जब दुकानदार ने इंस्पेक्टर को पहचाना तो shivdeep ने उसकी तरफ भागे और उसका कॉलर पकड़ लिया। एक और पुलिस officer की मदद से उसने इंस्पेक्टर को कोतवाली थाने ले जाने के लिए अपने vehicle तक खींच कर ले गए।
Shivdeep ने कहा कि अगर पुलिस officer ही गुंडो की तरह वसूली जैसी criminal activities करना शुरू कर देंगे में तो लोगों का पुलिस पर से विश्वास ही उठ जाएगा।
जिन लोगो का काम कानून की हिफाजत करना है, अगर वो खुद ही कानून को follow नही करेंगे तो जनता के सामने पुलिस community सर उठाकर चलने के लायक नही रहेगी।
IPS Shivdeep lande की No Nonsense style से वो काफी popular होते जा रहे है। उनके state में काफी सारे young लोग admirers बन गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र में जन्मे ये officer ने अक्सर अपने काम करने के style से department में अपने senior officers के लिए complications बढाई है।
IPS Shivdeep Lande जैसे character, एक police officer का किरदार हमे baaghi 2 में भी देखने को मिल सकता है।