Sultana डाकू एक ऐसा नाम जिसे सुनकर अंग्रेजों के पसीने छूट जाया करते थे। Sultana डाकू का जन्म के गांव में हुआ था। Bhatu जाति में पैदा हुआ सुल्ताना डाकू असल में एक सीधा-साधा लड़का सुल्तान था। लगभग 17 साल की उम्र में जब सुल्तान को एक अंग्रेजी camp में ले जाया गया तो उसने वहां अंग्रेजों द्वारा ढाए जा रहे शुरु को अपनी आंखों से पहली बार देखा वह इतना डर और दर्द से भर गया कि वहां से अपने दादा और पिता को छोड़कर भाग गया। भाग कर अपने घर नहीं गया । वह बागी हो गया। उसने ठान ली की अंग्रेजों का जुल्म वह और नहीं सहेगा। मात्र 17 साल की उम्र में ही Sultan criminal बन चुका था । उसका मानना था कि अंग्रेजों को और उनकी मदद करने वालो को ही लूटा जाए और उनके ही खजाने को वापस लोगों तक पहुंचाया जाए।
धीरे-धीरे सुल्तान ने 100 लोगों का एक गिरोह इकट्ठा कर लिया और नदीबाबाद के जंगलों में अपना वर्चस्व फैलाने लगा।
नजीबाबाद के जंगलों से गुजरने वाले हर अंग्रेजी कारवां को सुल्ताना डाकू लूट लेता इसके अलावा अमीर से अमीर जमींदार और व्यापारी भी कितनी भी security के साथ नजीबाबाद से safely नहीं निकल पाते।
अंग्रेजों के लिए सुल्ताना डाकू सिरदर्द हो गया था। क्योंकि सुल्ताना डाकू अपनी लूटपाट का एक बहुत बड़ा हिस्सा आसपास के गांवों और गरीबों में बांट दिया करता था इसीलिए कोई भी गांव वाला अंग्रेजों की सुल्तान को पकड़ने में कोई मदद नहीं करता था। उनके मुताबिक सुल्ताना अंग्रेजों से लोहा ले रहा था।
अंग्रेजों ने सुल्तानों को पकड़ने के लिए freddy young नाम के एक governor को उसके पीछे लगा दिया। Freddy के हाथों कई बार सुल्ताना आते-आते बचा पर finally 19 नवंबर 1923 को पहली बार सुल्तान डाकू को पकड़ लिया गया इसके बाद उसे नैनीताल के एक जेल में shift किया गया। 9 महीने तक सुल्ताना डाकू पर मुकदमा चला और फिर आगरा की जेल में सुल्ताना और उसके 15 साथियों को फांसी की सजा दे दी गई सुल्ताना डाकू की यह खासियत थी कि उसने कभी भी किसी का खून नहीं किया था। इसके अलावा सुल्ताना की मदद करने वाले 40 लोगों को और गिरफ्तार किया गया और उन्हें काला पानी की सजा के लिए भेजा गया।
फांसी से 1 दिन पहले freddy , सुल्ताना से मिलने जेल आए थे । Freddy इकलौते ऐसे इंसान थे जिन्होंने पूरे मुकदमे में सुल्ताना डाकू की side लेकर यह कहा था कि उन्हें मौत की सजा नहीं देनी चाहिए क्योंकि ऐसे कई मौके आए थे जहां sultana , freddy को मार सकता था पर उसने ऐसा नहीं किया। सुल्ताना ने अपने आखिरी दिन खेड़ी से कहा कि वह नहीं चाहते कि उसका बेटा उसकी तरह डाकू बने। इस पर freddy ने उससे वादा किया कि वह उसके बेटे के साथ कुछ गलत नहीं होने देगा । आगे चलकर freddy, sultana के बेटे को अपने साथ england ले गए और उसको पढ़ाया लिखाया और वहीं पर officer भी बनाया।
ऐसे ही दिलदार criminal की कहने होने वाली है khalnayak 2।
Ab jaate jaate aapko aapki fayda ki baat btaana chahti hu , toh agar aap bhi cinema ki duniya se judna chahte hai aur kaam karna chahte hai toh description box mei diye gye job link par click kare aur iss opportunity ka zarur fayda uthaye.
Apoorva