अनिरुद्ध सिंह उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रहने वाले हैं. इनकी पढ़ाई इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई और 2001 में इन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर नौकरी ज्वाइन की. उनकी पहली पोस्टिंग वाराणसी में थी. इसके बाद वाराणसी, जौनपुर, चंदौली सहित कई जिलों में नौकरी की. अनिरुद्ध सिंह को इस दौरान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में ख्याति मिली. 2007 में अनिरुद्ध सिंह ने उत्तर प्रदेश के खूंखार और एक लाख के इनामिया नक्सली संजय कोल का एनकाउंटर किया था. उसके बाद अनिरुद्ध सिंह काफी सुर्खियों में आए थे. इस एनकाउंटर के बाद 2010 में अनिरुद्ध सिंह को आउट आफ टर्न प्रमोशन मिला और सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर पर प्रमोट हुए
अनिरुद्ध सिंह ने पुलिस महकमे में अपनी एक अलग पहचान बनाई. उन्होंने पुलिस में नौकरी के साथ-साथ फिल्मों और वेब सीरीज में भी काम किया. अनिरुद्ध के फिल्मों में काम करने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. दरअसल वाराणसी कैंट में पोस्टिंग के दौरान गंस ऑफ बनारस फिल्म की शूटिंग चल रही थी. वाराणसी के नदेसर इलाके में फिल्म की शूटिंग चल रही थी और शूटिंग देखने आए लोगों की काफी भीड़ जमा थी, जो बेकाबू हो रही थी. इसी दौरान इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह वहां पहुंचे और भीड़ को काबू में किया. फिल्मी हीरो जैसे लुक वाले इस पुलिस ऑफिसर को देखकर वहां मौजूद फिल्म के निर्देशक शेखर सूरी ने उन्हें पुलिस ऑफिसर का रोल ऑफर किया.
चंदौली जिले के दो डिप्टी एसपी को ऑपरेशनल कार्य के लिए पुलिस महानिदेशक ने सिल्वर मेडल (Silver Medal) प्रशंसा चिह्न दिया है. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिह्न और सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न की सूची जारी की है. इसमें चंदौली जिले से सकलडीहा के सीओ अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) और सीओ सिटी अनिल राय (Anil Rai) को बढ़िया कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशंसा चिह्न प्रदान किया गया है..
2004 में उन्होंने पहला एनकाउंटर झुना राय का किया था, जो एक कथित अपराधी और गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का शूटर था। 2005 में, वाराणसी में अपनी तैनाती के दौरान, वे प्रमुखता से आए, जब उन्हें एक अपराधी ने गिरफ्तार होने के डर से उन पर हमला कर दिया। गोली से घायल होने के बावजूद, उन्होंने मुठभेड़ में अपराधी को अकेले मार गिराया। हालांकि, उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने इस घटना को एक सार्वजनिक आक्रोश बताया। 2007 में, एक मुठभेड़ में एक नक्सली और माओवादी कमांडर संजय कौल को मारने के बाद उन्हें पदोन्नति मिली। सिंह ने यूपी क्राइम ब्रांच में भी कार्य किया। जून 2020 में, उन्हें यूपी के बदायूं का डीएसपी नियुक्त किया गया।
सिंह ने अपने अभिनय की शुरुआत शेखर सूरी की तेलुगु भाषा की थ्रिलर फिल्म, डॉ चक्रवर्ती से की, जहाँ उन्होंने फिल्म में एसीपी (सहायक पुलिस आयुक्त) की भूमिका निभाई, जो 2017 में रिलीज़ हुई थी। उन्होंने अक्टूबर 2019 में ओटीटी प्लेटफॉर्म, जेम्प्लेक्स पर रिलीज़ हुई वेब-सीरीज़, द रेड लैंड में शालीन भनोट, फ्लोरा सैनी, गोविंद नामदेव और दया शंकर पांडे के साथ अभिनय किया। अनिरुद्ध 2020 के गन्स ऑफ बनारस में दिखाई दिए, उसके बाद भुज: द प्राइड ऑफ़ इंडिया (2020), जिसमें संजय दत्त और अजय देवगन ने अभिनय किया। फ़िल्म भुज 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित है, जिसमें अनिरुद्ध ने संजय दत्त द्वारा अभिनीत रणछोड़दास पगी के छोटे भाई महादेव पागी की भूमिका निभाई है।