जुड़वा होने का फ़ायदा कैसे उठाना है अगर इस चिज़ के बारे में जानना या सीखना हो तो लोगो को सतीश और सबरीश राज के बारे में जाना और पढ़ना चाहिए कि ये दोनों जुड़वे भाईयों ने क्या – क्या किया था अपने इस खासियत का फ़ायदा उठा कर। आज भी लोग या पुलिस वाले इन दोनो भाईयों को भुला नहीं पाए हैं और शायद ही कभी भुला पाएंगे। मेकर्स ऐसा कर सकते हैं कि जहां से जुड़वा फिल्म एंड हुई थी वही से इसके पार्ट टू कि कहानी को शुरू कर सकते हैं बस उसका अपोजिट दिखा कर, कि वो दोनो भाई तो पहले बड़ी मुश्किलों से मिलें और फिर उन्होंने एक प्लान बनाया बैंक जैसी जगह को लूटने का और स्मगलिंग करने का क्यूकीं वो दोनो अच्छे से जानते थे कि अगर एक भी चोरी करता है तो वो कभी भी पकडे नहीं जाएंगे और अपना काम जारी रखेंगे और इसी का इन दोनों भाईयों ने सबसे जायदा फैदा उठाया था। जब सतीश और सबरीश का जन्म हुआ था तो बचपन से ही वो दोनो बिलकुल हुबाहू दिखा करते थे, कभी कभी इनके घर वाले ही इन्हें नहीं पहचान पाते थे। इनकी मां ने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक दिन बदमाशी सतीश ने कि और उसकी सजा सबरीश को मिली थी, जिसके बाद किसी ने एक सुझाव दिया कि दोनों भाइयों को अलग साइड काजल का टीका लगा दिया करो ताकि पैहचानना आसान हो और किसी की गलती की सजा किसी और न मिल जाए बिलकुल उसी तरह जिस तरह जुड़वा फिल्म में बदमाशी कोई और करता था और पिट कोई और जाता था। अब जब सतीश और सबरीश बड़े हो रहे थे तो उन्हें समझ आ गया था कि उनकी मां काजल का टीका उन्हें अलग अलग क्यों लगती थी तो उन्हें जान बुच कर खुद से अपने टिके के निशान को बदल लिया था उन्हें परेशान करने के लिए, देखा जाए तो कहीं ना कहीं उनके बदमाशी करने कि कहानी यहीं से शुरू हुई थी और इसी मौके का फायदा उठा कर वो आज इतने बड़े क्रिमिनल बन गए. दोनो भाई अब बड़े हो चूके थे दोनों भाईयों ने अपने जुडवे होने का फायदा अब और अच्छे से उठाने लगे थे, अब तो वो दोनो भाई हर एक चिज़ के लिए लोगों को परेशान करते थे फिर वो चाहे कॉलेज में टीचर्स को परेशान करना या किसी दुकान से समान उधर में लेकर उन्हें परेशान करना। एक दिन तो उन्होंने हद ही कर दी थी जब इनकी गर्लफ्रेंड इनसे मिलने आ रही थी, दोनो भाईयों ने प्लानिंग की और एक दूसरे के गर्लफ्रेंड से मिलने चले गए थे, ठीक उसी तरह जिस तरह सलमान खान चले गए थे अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने।
लेकिन अब दोनो भाई इन छोटी मोटी बदमाशियों से थक चुके थे और अब वो प्लान बना रहे थे कहीं कुछ बड़ा करने की ताकि उनको और भी फायदा हो और उस काम में मजा भी ज्यादा आए। दोनो भाईयों ने मलेशिया में ड्रग्स ट्रैफिकिंग का बिजनेस शुरू कर दिया था यह सोच कर कि इन्हें कौन पकड़ पाएगा और इनकी किस्मत भी कहीं ना कहीं अच्छी थी इसलिए ये दोनो भाई आज तक कभी पकड़े भी नहीं गए। दोनो भाईयों ने तय नहीं किया था कि हर बार वो अदल बादल कर ड्रग्स को सप्लाई करने जाएंगे ताकि अगर पकड़े भी जाएं तो उन्हें समझ नहीं आएगा कि असली अपराधी कोन है, बस अब किया था दोनो भाईयों ने जोरो से अपना काम शुरू कर दिया था। दोनो भाईयों के घर में इस चिज की जानकरी किसी को भी नहीं थी उनको तो बस ये लग रहा था कि उनका बेटा कहीं अच्छी जगह काम कर रहा है और बस मेहनत कर रहा है, लेकिन सच्चाई से अंजान उनके मां बाप को बहुत जल्दी उसकी सचाई पता चलने वाली थी। ये कोण पहले भाग से अलग होगा जो दर्शकों को निश्चित रूप से आकर्षित करेगा और इस फिल्म को देखने के लिए उनके अंदर दिलचस्पी जगाएगा। एक दिन पुलिस को इन दोनो भाईयों पर शक हुआ जिसके बाद उनका इन्होंने पिछा किया और इनके घर पर छापा मार दी थी जिसे एक भाई को पुलिस वालों ने पकड़ा लिया था लेकिन जब उनको जेल ले जाया गया तो वहा पुलिस खुद कन्फ्यूज हो गए कि उन्होंने होन सतीश को पकड़ा है या सबरीश राज को जिसके बाद उनका डीएनए भी टेस्ट करवा गया था लेकिन लेकिन किस्मत से दोनो भाईयों का डीएनए मैच कर दिया गया था जिसके बाद पुलिस वालों को ना चाहते हुए भी असली मुजरिम को जाने देना पड़ा, ये कहानी काफी हद तक पहेली कहानी से अलग के साथ साथ दिलचस्प भी है जो लोगो को अपनी तरफ आकर्षित करेगी। आज भी दोनो भाई खुले आम बिना किसी डर के घूम रहे हैं और अपने वारदातो को अंजाम दे रहे हैं। ये कहानी हो सकती है आने वाली फिल्म जुड़वा 3 की, आपको ये कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइएगा और तब तक आप अपना ध्यान रखिए और हमेशा मुस्कुराते रहिए ।
Chandan Pandit