Dabanngg में Salman और Arbaaz की माँ का किरदार निभाने वाली Dimple Kapadia, khan brothers से कुछ ही साल बड़ी है, बावजूद इसके उन्हें दोनों भाइयों की माँ का role दिया गया. वैसे तो Dimple “Naini Devi” के किरदार को लेकर कुछ नहीं कहती है. Dabangg की बात करें तो Naini Devi का किरदार पहले ही instalment में मर चूका है, लेकिन फिर भी ऐसा माना गया की Dimple 3rd instalment में वापसी करेंगी, जो हुआ नहीं. लोगों का कहना है की Dimple की वापसी शायद इस बार होगी, और वह इसीलिए क्यूंकि उनके किरदार को कहने और बताने के लिए फिलहाल बहुत कुछ है. शुरुआत में Naini Devi के किरदार का इस्तेमाल film को एक नया मोड़ देने के लिए किया गया था, लेकिन अब उनका इस्तेमाल एक बार फिर कहानी को वापस वहाँ लाने के लिए किया जाएगा, जहाँ से चीज़ें पहली instalment में बिगड़ी थी. वैसे Naini Devi को वापस ज़िंदा नहीं किया जा सकता, लेकिन दर्शकों को जरूर उनके past में ले जाया जा सकता है.
Dabangg 4 के Casts की बात करें, तो इस बार Salman और Arbaaz के अलावा, हमें Pramod Khanna “Prajapati Pandey” के किरदार में, Mahesh Manjrekar “Haria” के किरदार में और Tinu Anand “Masterji” के किरदार में नज़र आने वाले है. दूसरी तरफ Nikitin Dheer, Medha Manjrekar और Mahie Gill भी Dabangg 4 का हिस्सा होंगी. वैसे तो अभी detailed cast की list नहीं reveal हुई है, लेकिन makers के मुताबिक इस साल के अंत तक हर कुछ फाइनल हो जाएगा. बात shooting date की करें तो Film की shooting इस साल October से शुरू होगी और 2024 के Eid, यानी की 9 April तक film के release होने की chances है. Dabangg franchise में अबतक जितनी भी फ़िल्में बनी है, सभी की shooting 6 महीने के अंदर ख़तम हो जाती है. ऐसे में Dabangg 4 के साथ भी कुछ ऐसा ही होगा. Arbaaz ने पहले ही खुलासा किया है की film की shooting इसी साल के अंत से शुरू होगी.
बात अगर हम Chulbul Pandey की करें, तो वह Dabangg का anti-hero है. यानी की एक ऐसा हीरो, जिसमें heroic qualities जरूर होती है, लेकिन वह पूरी तरह से सही नहीं होता. Chulbul Pandey को देख हमें पता चलता है की उसे larger-than-life बनाया गया है. एक ऐसा किरदार जिसकी personality और macho style को देख हर कोई उसकी ओर खींचा चला आता है. Chulbul कमज़ोर लोगों की मदद करता है, भले ही उसके लिए उसे मार-पीट करना, या फिर कानून ही क्यों ना तोड़ना पड़े, लेकिन वह हर हद तक जाकर अपने दुश्मनों को हराता है. यह सारी personality एक anti-hero की है. वरना एक traditional hero नियमों का पालन करता है, और वह ज्यादातर अपने दुशमनों को माफ़ भी कर देता है, हालांकि makers भी यह बात अच्छे से जानते है की आज की generation एक traditional hero को कभी नहीं अपनायेगी, क्यूंकि वक्त बदल रहा है और लोगों की सोच भी. जिस तरह से लोगों में बदले की भावना जाग रही है, उस तरह से लोग अपने hero से भी यही उम्मीद करते है.
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Agar ek baar ye ptaa chal jata hai ki chabhi kahaa rakhi hai to hum jaileors ko behosh karke aasaani se apne kisan bhaiyon ko