एक्टर टाइगर श्रॉफ कुछ खास impress नहीं कर पाए हैं audience को अपनी पहली कुछ फिल्मों में वो भी उनकी so called repetitive हीरोपंती की वजह से जहां एक्टिंग के नाम पर टाइगर सिर्फ स्टंट ही करते हुए नजर आए थे। यहां तक कि टाइगर को ट्रोल करते हुए कहा गया था कि, “अब तो अपनी हीरोपंती छोड़ो और एक एक्टर की तरह परफॉर्म करो”। अब लगता है फिल्म गणपत से सारे ट्रोलर्स को मुंह तोड़ जवाब देने का वक्त आ गया है और ऐसा खुद टाइगर के फैन्स ने कहा था। टाइगर ने भी audience से ये वादा किया है कि, उन्हें गणपत में कुछ अलग और नया देखने को मिलेगा ताकि audience को इस बार टाइगर से कोई शिकायत ना रह जाए और ना ही टाइगर को उनके पिता जैकी श्रॉफ से compare किया जाए। लोग अक्सर एक्टिंग के मामले में टाइगर को ये कहते रहते हैं कि, बाप है सुपरस्टार और कहा बेटा हीरोपंती के चक्कर में audience को बेवकूफ बना रहा है और सबकी टाइम बर्बाद कर रहा है। ।
भले टाइगर टाइम बर्बाद करें या ना करे लेकिन गणपत के मेकर्स खुद का अच्छा ख़ासा समय बर्बाद कर रहे हैं। जी हां आपने सही सुना गणपथ के मेकर्स टाइम बर्बाद कर रहे हैं। क्योंकि फिल्म को लेकर अभी तक कोई भी important announcement नहीं किया गया है, सिवाय रिलीज डेट के जिसमें ये बताया गया है कि फिल्म October में रिलीज होगी । मेकर्स कुछ अनाउंसमेंट नहीं कर रहे हैं जिस वजह से पूरे स्टूडियो में सन्नाटा पसरा हुआ है। कोई भी गणपत के बारे में बात नहीं कर रहा है । अगर ऐसा ही हो रहा तो मेकर्स रिलीज से पहले फिल्म की हाइप को नहीं बढ़ा पाएंगे, जिसकी वजह से audience को फिल्म के बारे में पता नहीं चल पाएगा। गणपथ के डायरेक्टर विकास बहल भी इस मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। कुछ दिन पहले तो उन्होंने अपने इंटरव्यू में बड़ी-बड़ी बातें कही थीं, लेकिन गणपत को लेकर अभी तक फिल्म से रिलेटेड कोई भी announcement नहीं किया गया है।
लगता है गणपथ के मेकर्स कन्फ्यूज हैं अभी तक फिल्म को लेकर क्योंकि फिल्म की सारी तैयारी हो जाने के बाद मेकर्स को ख्याल आया था कि, म्यूजिक कुछ खास नहीं है जिस वजह से वो म्यूजिक कंपोजर को बदलना चाहते हैं। मेकर्स का कहना था कि, म्यूजिक कंपोजर रवि बसरूर की जगह किसी और को हायर किया जाएगा ताकि फिल्म के गानों को अच्छा बनाया जा सके। लेकिन बाद में मेकर्स ने फैसला किया था कि, अब फिल्म तो लग भाग पूरी हो चुकी है तो म्यूजिक कंपोजर को बदलना चाहिए कि जगह गानों को ही थोड़ा एडिट कर देते हैं। ये एडिट वाले आइडिया ने रवि जी को गणपथ से बाहर होने से बचा लिया था, वरना आज रवि जी गणपथ का हिसा नहीं बन पाते और ये मौका किसी और के हाथ लग जाता है। अब तो audience को बेसबरी से इंतजार है तो फिल्म के ट्रेलर का ताकि वो कुछ जान सके फिल्म के बारे में।
Chandan Pandit