डायरेक्टर अनिल शर्मा ने क्या मस्त दिमाग लगाया था अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को फिल्म गदर 2 में हाईलाइट करने के लिए ताकि एक्टर उत्कर्ष की एक्टिंग को लेकर उन्हें क्रिटिसाइज न किया जाए और आराम से उत्कर्ष audience की दिलों में बस जाएं। वो कहावत है ना एक तीर से दो शिकार वही किया है अनिल ने। गदर 2 में तो ये दिखाया गया था कि, उत्कर्ष senior एक्टर राजेश खन्ना की नकल कितने आराम से कर रहे थे तो अब ऐसा हो सकता है कि, मेकर्स गदर 3 में राजेश जी से रिलेटेड कोई नई कहानी दिखा सकते हैं, और क्या पता उत्कर्ष को पुरा राजेश खन्ना ही बना दिया जाए क्योंकि कहीं न कहीं आज भी पाकिस्तान वाले राजेश जी के फैन हैं और गदर 2 में भी मुस्कान उत्कर्ष से इसलिए इंप्रेस हो गई थी क्योंकि उत्कर्ष राजेश जी की मिमिक्री कर रहे थे और उनकी तरह ही परफॉर्म कर रहे थे जिसे देखकर मुस्कान बहुत ज्यादा एक्साइटेड हो गई थी।
भले फिल्म गदर 2 में एक्टर अमरीश पुरी जी और एक्टर विवेक शके जी की कमी खली रही थी लेकिन ये देखकर अच्छा लगा कि फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने अमरीश जी और विवेक जी को एक छोटा सा tribute दिया था। जहां एक तरफ सीजीआई का इस्तमाल करके अमरीश जी को फासी में लटकाते हुए दिखाया गया था। तो वही विवेक जी को tribute देने के लिए फिल्म में उनके भतीजे को इंट्रोड्यूस किया गया था। Audience ने जैसे ही अमरीश जी को देखा था तो उन्हें nostalgia feel होने लगा था। ऐसा लग रहा था कि, अब कहीं से अमरीश जी की आवाज आएगी और वो फिर से एक्टर सनी देओल पर गुस्सा करते हुए नजर आएंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था और उस nostalgia वाली feel को बरकरार रखने के लिए मेकर्स ने जान बुझकर हर सीन को गदर से कनेक्ट करने की कोशिश किया था। Audience की excitement तो इस हद तक बढ़ गया है कि, उन्हें जब से गदर 3 के बारे में पता चला है तो वो मेकर्स से डिमांड करने लगे हैं फिल्म को जल्द लाने की।
जितनी खूबसूरत है एक्ट्रेस सिमरत कौर उतनी ही खूबसूरती से उन्होंने मुस्कान के कैरेक्टर ने निभाया है । लेकिन फिल्म गदर 2 की स्क्रीनिंग के वक्त जहां सभी के चेहरे पर खुशी थी तो वही सिमरत के चेहरे पर थोड़ी सी मायूसी छाई हुई थी मानो जैसे मेकर्स ने उनके साथ कुछ गलत किया हो। जब सबने सिमरत से उनकी मायूसी का करन पूछा गया था तो सिमरत ने जवाब देते हुए कहा था कि, उनके कुछ सीन्स को बिना बताये काट दिया गया था और इस चीज़ का थोड़ा बुरा लगा था सिमरत को । बाकी वो इस बात से खुश है की audience का उन्हें इतना प्यार मिल रहा है। आज भी कहीं ना सिमरत को वो सारी बातें परेशान करती हैं जो मेकर्स ने सिमरत के साथ किया है। ये तो होना ही था आख़िर अनिल ठहरें अनिल उन्हें जहां फ़ायदा दिखता है वो ख़ुशी ख़ुशी उस तरफ अपनी गाड़ी मोड़ लेते हैं।
Chandan Pandit