क्यों अजय देवगन की फिल्म मैदान को अप्रैल में रिलीज करना सही नहीं है? क्यों मैदान का बजट वसूल होना उतना आसान नहीं है?
अब पहले तो अजय देवगन की अपकमिंग फिल्म मैदान को लेकर प्रमोशन क्यों नहीं हो रहा ऐसा सवाल बहुत सारे लोगों के दिमाग में जोर-जोर की घंटियां बजा रहा है। पर क्या है ना दोस्तों, अजय को प्रमोशन करना पसंद नहीं है। फिल्म दृश्यम के दौरान भी उन्होंने ज्यादा प्रमोशन नहीं किया था और फिल्म भोला के वक्त तो सोशल मीडिया के जरिए थोड़ा सा प्रमोशन कर दिया, क्योंकि अच्छी फिल्म को promotion की जरूरत नहीं होती।
अब यह सच है, पर मैदान को लेकर बिना प्रमोशन के भी कोई हाईप नजर नहीं आ रहा।
अब मैदान बड़े मियां छोटे मियां के साथ ही क्लैश कर रही है इसलिए ही नहीं, पर 300 करोड़ का बजट वसूल करने में मैदान को प्रॉब्लम हो सकती है क्योंकि april में कई projects आने वाले है।
जैसे की विजय देवरकोंडा की फैमिली स्टार 5 अप्रैल को आ रही है, जेएनयू नाम की फिल्म आ रही है 5 अप्रैल को ही, देव पटेल की मंकी मैन हॉलीवुड फिल्म भी दस्तक देगी 19 अप्रैल को, साथ ही राजकुमार राव और जानवी कपूर की मिस्टर एंड मिसेज माही भी उसी दिन आने वाली है, और यह करण जौहर की फिल्म है। फिर john abraham की तहरन 26th April को आएगी। मतलब सांस लेने को जगह नहीं है, ऐसे में मैदान का गोल करना उतना आसान नहीं होगा।
और अब ऐसी सिचुएशन नहीं है कि स्मॉल बजट फिल्में इग्नोर हो रही है बल्कि अच्छा कंटेंट होगा तो ऑडियंस उसे ही अहमियत देती है। रिसेंटली रिलीज हुई आर्टिकल 370, तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया ही देखो।
तो मैदान जैसी बिग बजट फिल्म के लिए सोलो रिलीज या जरूरी space तो चाहीए।
और फिल्म का हाईप जैसे लोगों की एक्साइटमेंट से चेक करते है, उसके साथ-साथ बुकमायशो और आईएमडीबी की लिस्ट से भी तय किया जाता है। अब मैदान को लेकर प्रॉब्लम यह हो रही है कि, आईएमडीबी पर अक्षय कुमार की बड़े मियां छोटे मियां 45% के साथ पहली पोजीशन पर है,और मैदान सातवीं पोजीशन पर है 4% के साथ, मतलब यह तो गजब बेज्जती है।
इससे अच्छा तो विजय देवरकोंडा की फैमिली स्टार है, जो सेकंड पोजीशन पर है।
पर बुकमायशो पर तकरीबन 70k लोग इस फिल्म के लिए इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं। पर इसका सिर्फ एक ही रीजन है, अजय देवगन। क्योंकि अजय की फिल्में जो पिछले कुछ वक्त में बैक टू बैक हीट्स दे रही हैं। उनकी शैतान भी सिद्धार्थ मल्होत्रा की योद्धा, रणदीप हुड्डा की वीर सावरकर को ट्रिमेंडयसली डोमिनेट कर रही है।
यह तो ठिक है, पर मैदान का trailer तो सारी story बताकर चला गया ना। इसलिए audience को अब समझ नहीं आ रहा कि, क्या देखने theatres में जाए। ऐसें में मैदान को लेकर टेंशन है।
Let’s hope for the best!