बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन जी के अश्वत्थामा के फर्स्ट लुक टीजर ने फिल्म कल्की 2898 एडी को लेकर हमारी एक्साइटमेंट अब कई गुना बढ़ा दी है। अश्वत्थामा एक warrior से लेकर श्रापित चिरंजीवी तक अपनी जर्नी तय करते हैं, यह भी हम अब समझ सकते हैं और फर्स्ट लुक टीजर देखने के बाद उनका कैरेक्टर मिस्टीरियस लगता है।
पर आपको थिएटर्स में कल्की 2898 एडी में अश्वत्थामा को देखने से पहले उनसे जुड़े कुछ फेसिनेटिंग फैक्ट्स जानना जरूरी है।
First is The Divine origin-
अश्वत्थामा द्रोणाचार्य के बेटे थे और द्रोणाचार्य ने भगवान शिव से यह प्रार्थना कि थी कि, उनका बेटा शिव की तरह पावरफुल हो। और इसीलिए अश्वत्थामा को भगवान शिव के पांचवे अवतार के रूप में भी पूजा जाता है। और वीडियो में हमने देखा ही है कि, अश्वत्थामा भगवान शिव के भक्त होते हैं।
Second- The name and identity of ashwathama-
महाभारत के अनुसार, “अश्वत्थामा” “घोड़े जैसी पवित्र आवाज़” का प्रतीक है, जो जन्म के वक्त उसके खास रोने से create हुई थी।
His divine protection –
अपने जन्म के वक्त अश्वत्थामा के माथे पर एक मणि लगी हुई थी, जिसे चिंतामणि भी कहा जाता था। इसने उसे इंसानों से नीचे के प्राणियों पर अधिकार दिया और उसे भूख, प्यास, बुढ़ापे और यहां तक कि हथियारों से भी बचाया। इस मणी ने उन्हे immortality भी दी।
The Battle Prowess Of Ashwatthama-
एक दुर्जेय महारथी के रूप में popular, अश्वत्थामा ने महाकाव्य कुरुक्षेत्र युद्ध में पांडवों के खिलाफ कौरवों की ओर से लड़ाई लड़ी थी।
पर उनके डाउनफॉल का रीजन क्या था?
नारायणास्त्र, ब्रह्मास्त्र और ब्रह्माशिरास्त्र जैसे divine weapons के knowledge से संपन्न अश्वत्थामा महाभारत के सबसे महान योद्धाओं में से एक के रूप में उभरे। हालाँकि, उनका impulsive nature आख़िर में उनके डाउनफॉल का कारण बना।
6.शाप-
महाभारत में अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के इस दुनिया में ना आए बच्चे को मारने की कोशिश करने के बाद भगवान कृष्ण ने अश्वत्थामा को श्राप दिया। ऐसा कहा जाता हैं कि वह नर्मदा घाट के आसपास घूमते थे और नर्मदा परिक्रमा के दौरान वहां उनका सामना हो सकता है। मतलब नर्मदा परिक्रमा करते वक्त अश्वत्थामा आपसे मिल सकते हैं, ऐसा पहले कहा जाता था।
इसीलिए जब अश्वत्थामा कैरेक्टर इंट्रोडक्शन वीडियो रिलीज किया गया, तब मध्य प्रदेश के नेमावर में नर्मदा तट पर ऑडियंस अश्वत्थामा के नाम का जयघोष कर रही थी। और कहीं ना कहीं उससे फिल्म कहां प्रमोशन भी हो रहा था।
तो बस द्वारपायुग से दशावतार का इंतजार करने वाले अश्वत्थामा से मिलने के लिए तैयार हो जाइए और वह दशावतार होंगे कल्की, जो थे भगवान विष्णु के 10वे अवतार।