धूम 4 की हमारी कहानी एक अलग ही मोड ले चुकी है। रणविजय(रणवीर सिंह)-पूर्वी(कृति सेनन) एक साथ काम तो करने लगे हैं, पर दूसरी ओर जय दीक्षित(अभिषेक बच्चन) को scientist अशोक मर्डर केस से हटाया गया है और अब यह केस सौंपा गया ऑफिसर सत्यजीत राणे (Ashok Samarth) को। पर इस ऑफिसर का सिर्फ नाम ही सत्यजीत है, पर है तो पूरा का corrupt ।
एक तरफ investigation का माहौल है, तो दूसरी ओर प्यार की बरसात हो रही है। रणविजय और पूर्वी एक दूसरे में खो चुके हैं और वह दोनों भी फैसला करते हैं कि वह engagement करेंगे और यह बात वह कुमार (कुमुद मिश्रा) को बताने के लिए उनके घर जाते हैं। कुमार इस बात से बेहद खुश होता है, पर साथ ही दरवाजे की दहलीज पर खड़ा जय और अली(उदय चोपड़ा) बहुत ज्यादा hurt होते हैं। दरअसल जय पूर्वी से बात करने आया था, पर अब उसका दिल टूट गया। रणविजय जय को देखते हुए कहता है,” अरे ऑफिसर, सॉरी सॉरी… मेरा मतलब है जय दीक्षित आइए ना हमारी खुशी में शामिल होइए”। तब दुखी जय उन्हें congrats करता है और पूर्वी की तरफ देकर कहता है,” मैं बहुत खुश हूं, पर आप यह भूली नहीं है ना कि आपके पापा की murder mystery solve नहीं हुई है? और आप engagement कर रही है”। इस पर पूर्वी कहती है,” मैं जानती हूं, पर मेरे पापा की भी यही इच्छा थी। रणविजय के साथ contract करने के बाद उन्होंने ही मुझे रणविजय के बारे में सुझाव दिया था”।
अब जय बेचारा क्या ही कहें। वह कहता है,” ठीक है, function की तैयारीयां करने जरूर बुलाना। वैसे अभी मेरे पास कोई काम नहीं है” और इतना कह कर जय वहां से निकलता है।
अब रणविजय धीरे-धीरे robotic project का काम शुरू करना चाहता है, बस इस बात को leak नहीं होने देना चाहता। यह बात वह पूर्वी से भी कहता है और पूर्वी मान जाती हैं। पूर्वी उसे याद दिलाती है कि, वह lab में नहीं जा सकता क्योंकि investigation की वजह से lab अब पुलिस की हिरासत में है।
पर फिर भी अगले दिन रणविजय सत्यजीत के साथ lan के पास जाता है और इन दोनों पर नजर रख रहा जय वहां पर आकर इन दोनों को खरी-खोटी सुनाता है और फिर वह दोनों भी वहां से निकलते हैं।
जय technology expert विक्रम(विक्रांत मेस्सी) से बातचीत करता रहता है क्योंकि code का एक password तो मिल चुका था और दूसरा मिलना बहुत मुश्किल हो रहा था।
रणविजय और पूर्वी तय करते हैं कि उनकी engagement के दिन वह मीडिया में यह बात कह देंगे कि, अब वह दोनों scientist कुमार के साथ मिलकर अशोक का प्रोजेक्ट आगे बढ़ाएंगे।
धीरे-धीरे करके engagement के दिन नजदीक आने लगते हैं। पूर्वी की शॉपिंग, तैयारियां धूमधाम चल रही होती है। जय डेकोरेशन से लेकर सारी तैयारियां करता है।
पूर्वी वहा खुश होती है, पर इधर रणविजय की हालत बेकार हो जाती है। वह लैपटॉप पर कुछ ढूंढ रहा था, जो उसे मिल ही नहीं रहा था। जिसकी वजह से panic होकर वह पानी का ग्लास फेकता है, सारी चीजें इधर-उधर कर देता है।
Engagement के दिन रणविजय लोकेशन पर पहुंचता ही नहीं है। पूर्व इंतजार करती रहती है, पर वह नहीं आता। इसीलिए पूर्वी रणविजय के घर जाती है। तब रणविजय कमरे में अकेला ही रो रहा था। पूर्वी दरवाजा खटखटाती है। वह दरवाजा खोलता है और बात करते करते हैं पूर्वी की नजर जाती है गणपति बप्पा की मूर्ति पर और एक फोटो पर।
पूर्वी कहती है,” हमारी सगाई है आज और तुम आए क्यों नहीं?”। जिस पर रणविजय कहता है,” नहीं करनी है मुझे सगाई वगाई”। पूर्वी उसे एक थप्पड़ मारती है, तब तक कुमार भी वहां पर आ जाता है। पूर्वी की इस हरकत से रणविजय को गुस्सा आता है और वह gun निकालता है।
तब पूर्वी हंसते हुए कहती है,” दिखा दी ना तुमने अपनी असलियत। तुम्हें क्या लगा मैंने तुम्हें पहचाना नहीं। पापा ने जब आखिरी बार फोन पर बात की थी, तब मैंने एक आवाज सुनी जो कह रही थी,” अरे मेरा दोस्तों यही रह गया”। और वह दोस्त है गणपति बप्पा की मूर्ति। Job के papers sign करते वक्त भी तुमने यही लाइन बोली थी, जिससे मेरा शक बढ़ गया।
पूर्वी की बातें सुनकर रणविजय हैरान होता है और कहता है,” तो पता चल ही चुका है तुम्हें, तो ठीक है अब मरने के लिए भी तैयार हो जाऔ”।
तो क्या जय बचा पाएगा पूर्वी को? क्या है रणविजय की असलियत? जानेंगे अगली post में।