Dabangg 4 part 4
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Salman का plan होगा कमियाब
चुलबुल पांडे के प्लेन के मुताबिक पुलिस कमिश्नर 3 पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाकर उन्हें नक्सल सक्रिय इलाकों में आम लोगों की तरह रहने के मिशन पर भेजते हैं, जहां वो पुलिसकर्मी अपना नाम बदलकर किराए का मकान ले लेते हैं, लेकिन हमारे चुलबुल पांडे इस टीम में नहीं हैं. . सबसे पहले तीनों पुलिसकर्मी अपने आस-पड़ोस के लोगों से अच्छे संबंध बनाने की कोशिश करते हैं, जिसमें उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिसमे भाषा की सबसे ज्यादा दिक्कत होती है, क्योंकि नक्सलियों के सक्रिय इलाकों में रहने वाले लोग ज्यादातर उर्दू बोलना पसंद करते हैं लेकिन जो पुलिसवाले थे उन्हें उर्दू इतनी अच्छी तरह से नहीं आती थी इसलिए कई लोग उन पर शक कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद वे धीरे-धीरे संभल रहे थे, कुछ महीनों के बाद उन्होंने अपने आसपास रहने वाले सभी लोगों से अच्छे संबंध बनाए जिसके बाद पुलिस उन लोगों से नक्सलियों के बारे में पूछने लगती है तो वे बताते हैं कि मोहल्ले के कुछ लोग नक्सलियों से मिले हुए हैं और वही लोग उन्हें फंडिंग भी मुहैया कराते हैं और ज्यादातर फंडिंग उन्हें उनके नशे के धंधे से मिलती है. लेकिन हम नहीं जानते कि वह आदमी कौन है जो नशीले पदार्थों के व्यापार की आय से उन्हें पैसे देता है और उसी पैसे से नक्सली हर 2 महीने शुक्रवार की रात को हथियार खरीदते हैं, फिर पुलिस पूछती है कि कौन है जो उन्हें हत्यार बेचता है? और वो कहां हतियार खरीदने जाते है?, तो स्थानीय लोग कहते हैं, यह सब जानके तुम क्या करोगे? और तुम ये सब क्यों पूछ रहे हो? तो पुलिसवालों का कहना है कि जाने में इतनी दिलचस्पी थी, जिसके बाद स्थानीय लोग कहते हैं कि तुम यहां नए आए हो, ये सब बात मत करो, अगर कोई नक्सली सुन ले तो तुम जिंदा नहीं बचोगे क्योंकि इस इलाके में नक्सलियों के जासूस काफी सक्रिय हैं
और सब पर नजर रखते हैं जिसके बाद पुलिसवाले कहते हैं ठीक है मैं ज्यादा नहीं पूछता लेकिन ये नक्सली कहां रहते हैं क्योंकि उन्हें पता चल जाता है कि यहां क्या हो रहा है तो वह ग्रामीण बताता है कि शहर के बाहर एक खाली जगह है जिस इलाके में कई कारखाने बंद पड़े हैं, उसी इलाके में उनके मुख्य ग्रह हैं और वही नक्सली लोग भविष्य की प्लानिंग तय करते हैं।
इसलिए अब भूलकर भी उस क्षेत्र में न जाएं क्योंकि उस क्षेत्र में जाने वाला कोई भी व्यक्ति आज तक वापस नहीं आ पाया है उसके बाद पुलिसकर्मी यह सारी जानकारी पुलिस कमिश्नर को देते हैं, जिसके बाद कमिश्नर चुलबुल पांडे को बुलाते हैं उनके ऑफिस और उनके साथ जब सारी जानकारी शेयर करते हैं तो सलमान खान कहते हैं कि आप बहुत अच्छा कर रहे हैं सर, एक तरफ आप मुझे मिशन की टीम का हिस्सा नहीं बनाते हैं, दूसरी तरफ आप इससे जुड़ी जानकारी देते हैं।
फिर कमिश्नर कहते हैं कि अगर मैंने आपको इसमें भेजा होता तो शायद कोई आपको पहचान लेता क्योंकि पहले दिन से आप मीडिया में हैं और सभी की निगाहें इस समय आप पर हैं, जिसमे नक्सली भी शामिल हैं, आप क्या कर रहे हैं, आप का अगला कदम क्या होगा इस पर सबकी नजर है, तो आपको इस मिशन से निकालकर मैं बस यही चाहता हूं कि वो लोग थोड़ा relex करें और एक बड़ी गलती कर दें।
वैसे हमें जो जानकारी मिली है उसकी according ये पता चला कि नक्सलवादियों को ज्यादातर पैसे नशे के धंधे से आते हैं तो आप पता लगाइए कि लखनऊ शहर में कौन-कौन से इलाके हैं जहां सबसे ज्यादा नशे का धंधा चलता है, लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं है और बाकी पुलिसवालों को कमिश्नर ये मैसेज भेज देते हैं कि आप उन लोगों का पता लगा लीजिए जो नक्सलियों को पैसे देते हैं, तब तक हम जाकर उस एरिया की जांच पड़ताल करते हैं जिसके बारे में आपने बताया है.
अब पुलिस वालों को नक्सलवादी का हेड मिलता है या नहीं यह मैं आपको नेक्स्ट वीडियो में बताऊंगा।
To be continued…
Cast
Salman Khan chulbul Pandey
Commissioner:- Manoj Pahwa