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कौन है रानी Durgamati?
Bhool bhulaiya 3 by Lavanya Chaudhary
जबलपुर मध्य प्रदेश में एक शहर है जोकि balancing rocks की वजह से बहुत ज़्यादा फेमस है और वहा इतनी बड़ा कारोबार है की इंडस्ट्रीज और वहा काम करने वालो के लिए बोहोत ज्यादा भर्तियां हमेशा ही खुली होती है। लेकीन एक और जगह है जिसकी वजह से जबलपुर टूरिस्ट्स के लिए बोहोत इंटरस्टिंग जगह है घूमने के लिए वो है रानी Durgamati का किला। ये कहानी उसी महल के पास रहने वाली लड़की सिया की है। एक अष्टमी की रात शिया अपनी बीमार मां के लिए दवाई लेकर घर आ रही थी। शिया के रास्ते में एक पुराना मंदिर पड़ता था तो वो उस मंदिर में कुछ मिनट आराम करने के लिए रुक गयी।तभी उसे लगा कि जैसे मंदिर के अंदर से कुछ आवाजें आ रही हैं। तीन लंबे चौड़े आदमी भागते हुए मंदिर से बाहर आए। उनके हाथ में मंदिर की दान पेटी थी और उनके मुंह कपड़े से ढके हुए थे।शिया को समझ गया कि जरूर ये लोग मंदिर से पैसे चुराकर भाग रहे हैं लेकिन उनमें से एक आदमी ने शिया को देख लिया और वो ज़ोर से बोला अरे… अरे सुनो तुम दोनों उस लड़की को पकड़ो मैं दान पेटी संभालता हूं।शिया अपनी जान बचाकर भागने लगी और उनमें से दो चोर उसका पीछा करने लगे। भागते भागते सिया गिर गई और उसके घुटने में चोट लगी जिसकी वजह से भागने का सोचना भी नामुमकिन था,वो चोर उसके पास पहुंच गाए थे तभी सिया ने पूरी हिम्मत के साथ उठकर वहा से भागने की कोशिश की लेकिन वो गिर गई।उसे पास में एक सुरंग दिखी वो जैसे तैसे खिसक कर वहा पहुंच गई और पहुंचते ही उसकी आंखों के सामने उसने उन चोरों को देखा जो उसे ढूंढ रहे थे और कुछ न मिलने पर वो वापस जाने लगे।अब सिया उठ पा रही थी वो खड़ी हुई और वहा से भागी, भागते भागते शिया गांव के पास वाले जंगल में पहुंच गई जहां उसे एक बड़ा सा महल दिखा।वो महल रानी दुर्गामती का महल था जिसके बारे में शिया बचपन से कई डरावनी कहानियां सुनती आ रही थी। शिया के पास कोई चॉइस नहीं थी और वो छुपने के लिए दुर्गामती महल में चली गई।उसके अंदर घुसते ही बहुत तेज हवा चलने लगी। महल के एक कोने में एक बड़ी सी पेंटिंग लगी हुई थी। उस पेंटिंग में लाल साड़ी पहनी हुई एक औरत के गले में फंदा था और वो औरत उसी फंदे से लटकी हुई थी। लेकिन ऐसी भयानक पेंटिंग देखकर शिया को घबराहट होने लगी। वो सोच में पड़ गई की आखिर ऐसी डरावनी पेंटिंग कोई क्यों बनेगा?तभी अचानक दीवार पर लगी वो पेंटिंग धम से नीचे गिर गई। शिया को अचानक बहुत तेज ठंड लगने लगी तो वो इधर उधर खुद को ढकने के लिए कुछ ढूंढने लगी। ढूंढते-ढूंढते शिया को उपर हौलवे में एक कमरा दिखा जिसका दरवाजा बंद पड़ा था और फिर ज़ोर से हवा चली और वो दरवाजा खुल गया।उस कमरे में एक लाल रंग की साड़ी पड़ी थी। उस लाल साड़ी के बगल में एक पुरानी सी किताब भी पड़ी थी। वो हवा से अपने आप खुल गई। शिया ने देखा कि उसमें रानी दुर्गामती के बारे में कुछ लिखा था। वो किताब पढ़ ही रही थी कि उधर वो दोनों चोर शिया को ढूंढते-ढूंढते दुर्गामती महल के अंदर आ गए।इन दोनों ने शिया को ढूंढने के लिए अलग-अलग Direction में जाने का फैसला किया। एक चोर उपर चला गया और दूसरा नीचे ही शिया को ढूंढने लगा। सीढ़ियों से ऊपर चढ़ते हुए उस चोर को दीवार पे एक स्विच बोर्ड दिखा | उसने स्विच ऑन किया तो ऊपर वाले हॉल की सारी लाइट जल गयी।लाइट जलते ही उस चोर को जमीन पर खून के पैरों के निशान दिखे। उसे लगा कि शायद शिया को भागते हुए चोट लग गई होगी और वह उन निशानों को Follow करने लगा।कोरिडोर के कोने में लाल साड़ी पहने एक लड़की बैठी थी। उसकी पीठ उस चोर की तरफ थी इसलिए वो चोर उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था। लेकिन उस चोर को लगा कि वो लड़की शिया है।जैसे ही वो लड़की मुड़ी… उस चोर के पैरों तले से जमीन खिसक गई। उस लड़की ने घूंघट डाला हुआ था और उसका पूरा चेहरा काले बालों से ढका हुआ था। वो चोर को देखकर जोर से चिल्लाई… और तभी वहां जलते हुए Light बल्ब एक के बाद एक फूटने लगे।Lights के OFF होते ही अंधेरा हो गया और वो लड़की भी वहां से गायब हो गई। वहीं दूसरी तरफ दूसरा चोर शिया को नीचे ढूंढ रहा था। नीचे वाले कॉरिडोर में एक बड़ा सा शीशा लगा था जिसे देखते ही दूसरे चोर को बहुत अजीब सा महसूस होने लगा।तभी उसे शीशे में किसी की परछाई नजर आने लगी। पर जैसे ही वो मुड़ा वहां कोई नहीं था। उसके बाद उसे एक कमरे में एक लड़की के रोने की आवाज आने लगी… वो भागकर कमरे के बाहर पहुंचा और नीचे से अंदर झांकने लगा।अंदर एक लड़की चल रही थी जिसके पैरों से खून निकल रहा था। उस चोर ने अपनी पैंट की जेब से चाकू निकाला और जोर से दरवाजा खोला लेकिन वो देखकर दंग रह गया कि अंदर कोई नहीं था।तभी उसे पीछे से किसी ने बहुत जोर से धक्का मारा और उसे कमरे के अंदर गिरा दिया। उस कमरे में एकदम अंधेरा था वो चोर उठा और उसने अपना लाइटर जलाया और आसपास देखने लगा। दो सेकेंड बाद जब वह मुड़ा तो वही लाल साड़ी वाली लड़की उसके सामने खड़ी थी।जिसने फूंक मारकर उस लाइटर को बुझा दिया। वो चोर इतना डर गया था कि वो जोर जोर से अपने साथी को पुकारने लगा। उसका साथी भी भागते हुए आया… और डरते डरते उसके साथ महल के बाहर भागने लगा।वो दोनों हवेली के बाहर निकलने ही वाले थे कि उनको पीछे से एक बहुत ही डरावनी सी हंसी सुनाई दी ऐसी डरावनी हंसी जो पूरे महल में गूंज रही थी। वो चोर बिना कुछ सोचे समझे उस महल से कोसों दूर भाग गए।कुछ देर बाद शिया भी वहां से निकल कर अपने घर चली गई। अगली सुबह शिया ने पूरा किस्सा अपनी दोस्त को बताया। उसने कहा कि उसे पूरे टाइम उस हवेली में कई आवाजें आ रही थीं लेकिन जब तक वो दोनों चोर वहां से चले नहीं गए वो हवेली के एक कमरे में ही छुप कर बैठी हुई थी। अगर शिया वाकयी पूरे वक्त छुप के बैठी हुई थी, तो वो लाल साड़ी वाली औरत आखिरकार कौन थी?क्या वो दुर्गामती का भूत था या फिर झूठ बोल रही थी और उसी ने उन दोनों चोरों को डराकर वहां से भगाया था।लेकिन उस भयानक पेंटिंग का अचानक से गिरना, उस लाल साड़ी का उस कमरे में होना, वो किताब जिसमें रानी दुर्गामती के बारे में लिखा था, उन लाइट बल्ब का अपने आप फूट जाना, वो खून से रंगे पैरों के निशान। ऐसे कई सवाल अब भी हमारे दिमाग में चल रहे है।इन सभी रहस्यमयी घटनाओं की अभी भी कोई Explanation नहीं है। दुर्गामती हवेली में ऐसे कई और राज छुपे हैं।bhool bhulaiya 3 की कहानी भी कुछ ऐसी हो सकती हैं।
Bhool Bhulaiyaa 3 is an upcoming Indian horror comedy film which will be the third installment of popular series Bhool Bhulaiyaa. The first part was released in 2007 directed by Priyadarshan and produced by T-Series. It stars Akshay Kumar, Vidya Balan in the lead roles. The second part was released in 2022 which was a standalone sequel starring Tabu, Kartik Aaryan, and Kiara Advani. And now makers have decided to make the third part with Kartik Aaryan after the success of the second.
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