Major Mohit Sharma . इनके बारे मे शायद ही कोई न जनता हो। मेजर मोहित शर्मा द्वारा अंजाम दिया गया यह इफ्तिकार वाला operation उनके द्वारा सन् 2004 में किए गए उन operation में से एक है जो आज भी कईयों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और इस operation का जिक्र राहुल सिंह द्वारा लिखी गई एक बेहद जरूरी book India’s most fearless volume २ में किया गया है।
इफ्तीकार operarion Major Mohit Sharma द्वारा south Kashmir से 50 kilometer की दूरी पर स्थित सोफिया मे अंजाम दिया गया था। और इस operation को अंजाम देने के लिए सबसे पहले मेजर मोहित शर्मा ने अपना नाम बदला और अपना हुलिया बदला और इसके लिए उन्होंने लंबी दाढ़ी मूछ रखें ताकि उनके हाव-भाव है वह आतंकियों की तरह हो जाए और इस हुलिया के साथ वह बन गए Iftikhar Bhatt. और इस नाम के साथ वह अबू धौराहरा और अब्बू वजहर के संपर्क में आए जो कि उस समय हिजबुल के commander थे । और यह दोनों ही multiple civilians और security forces की killings में शामिल थे। इन दोनों आतंकियों के संपर्क में आने के बाद इनको यह कहकर विश्वास दिलाया कि Indian Army ने 2002 को उनके भाई को मार दिया था और अब बस वो Indian Army से हमला करके बदला लेना चाहते है और इसी तरह अपने मनघड़न बाते बता कर उन्होंने दोनों आतंकियों से कहा कि इस काम में उन्हें उन दोनों की मदद चाहिए और मेजर मोहित शर्मा ने उन दोनों को विश्वास दिला दिया की वह army camp पर हमला बोलना चाहत है।
और उसके लिए जमीनी काम कर चुके हैं । इस दौरान मेजर मोहित शर्मा से कई बार उनकी पहचान के बारे मे पूछा गया पर वो हमेशा ये ही कहते की उनको बस बदला लेना है। फिर भी उन दोनों आतंकियों में एक को मेजर मोहित शर्मा की पहचान के बारे में शक रहता था उसे बार-बार उनकी पहचान के बारे में पूछा भी था लेकिन आखिर में वे मेजर मोहित शर्मा के जाल में फस गया। वे दोनों ही मेजर मोहित शर्मा की मदद करने को राजी हो गए और उन्हें यकीन हो गया था इफ्तिकार भट्ट यानी है मोहित शर्मा वाकई Indian Army से बदला लेना चाहते हैं। उसके बाद इन आतंकियों ने उन्होंने बताया कि वह कई हफ्तों तक underground रहेंगे और आतंकी हमले के लिए मदद बुलाएंगे। और किसी भी तरह मेजर मोहित शर्मा ने उन्हें मना लिया था तब तक घर नहीं लौटे जबतक वो अपना बदला नहीं ले लेते और checkpoint को उड़ा नही देते। देखते ही देखते आने वाले दिनों में उन दोनों आतंकियों ने सारी व्यवस्था कर ली थी और साथ ही आसपास के गावों से तीन आतंकियों को और बुला लिया था। लेकिन इस बीच अबु तुरारा तो मेजर मोहित शर्मा पर फिर शक हुआ जिसपर मोहित ने कहा की अगर मुझपर शक है तो मुझे अभी मार दो। ये कहकर उन्होंने अपने हाथ से राइफल छोड़ दी। मेजर मोहित शर्मा ने भारत में confidence के साथ बोली दोनों आतंकी असमंजस में पड़ गए और फिर उन्हें थोड़ी दूर जाकर अपनी rifle उठाकर उन दोनों ही आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। होने दो गोलियां उनकी छाती पर मारी और एक-एक गोली उनके सर पर मारी इतना करने के बाद उनके हथियार उठाकर नजदीकी army camp में चले आए।
Major Mohit Sharma se इफ्तिकार भट्ट बनने का सफर बहुत अनोखा था। और क्या आप जानते हैं कि मेजर मोहित शर्मा के इस तरीके extraordinary operations आज भी समय-समय पर दोहराए जाते हैं । और अंत में तो हम बस यही कहना चाहेंगे कि मोहित नही इफ्तिकार कहिए!
ऐसे ही जाबाज जवान की कहानी होने वाली है shahrukh Khan starrer Jawan।
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Apoorva