आज हम एक ऐसे पुलिस officer के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो criminals के लिए किसी बुरे सपने की तरह बन गया हैं। हम बात कर रहे हैं बिहार के पटना के रहने वाले IPS मनु महाराज की।
मनु जो “काम ज्यादा, बातें कम” में विश्वास करते हैं, उन्होंने crime को कम करने और Society की अंदर से सफाई करने में एक important role निभाया है।
आईपीएस महाराज अपने सिंघम स्टाइल और मूंछों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। वो किसी चीज से नहीं डरते है और जब भी किसी Mission पर जाते है तो Confidence उनके हर कदम में साफ झलकता है। Manu Maharaj के राज में criminals को कोई भी crime commit करने से पहले दो बार सोचना पड़ता है। वो खुद ही अपनी टीम का lead करते है और एक successful mission और criminals के खात्मा करने के साथ वापस लौटते है।
मनु महाराज का जन्म 20 अक्टूबर 1974 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वो हिमाचल प्रदेश के शिमला में रहने वाला है। उन्होंने अपनी school education शिमला से की। और फिर उन्होंने graduation में IIT रुड़की से b.Tech किया और उसके बाद M.A पूरा किया।
उन्होंने अपनी M.A के दौरान ही civil services की तैयारी करने का फैसला किर लिया था। एक बहुत ही गरीब परिवार में पले-बढ़े मनु महाराज ने अपने सपने के साकार करने को लिए और आईपीएस officer बनने के लिए खूब पसीना बहाया।
Civil services की तैयारी के लिए और मनु को अपना Target Achieve करने के लिए पैसो की जरूरत थी। लेकिन परिवार की Situation को समझते हुए, मनु ने किसी तरह examination की तैयारी की। उनके साथ साथ उनके माता-पिता ने भी अपने बेटे को civil exam की तैयारी में मदद करने के लिए दिन-रात struggle किया।
और मनु की मेहनत रंग लाई, और उसने UPSC Civil services clear की और अच्छी रैंक हासिल की। UPSC exams में अच्छे रैंक के कारण उन्हे IAS बनाने का Offer दिया गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने IPS पद ही चुना क्योंकि वो हमेशा से एक IPS officer के रूप में देश की सेवा करना चाहते थे। Manu Maharaj का एक पुलिस officer बनने का सपना था और उस सपने को पुरा करके Manu ने नासिर्फ इपना सपना, बल्कि अपने मां बाप का सपना भी साकार किया है।
IPS बनने के बाद शुरू हुई Manu Maharaj के बहादुरी के किस्सो की शुरूआत।
जैसे एक किस्सा हम आपको बताते है कि एक बार जिस थाने में आईपीएस मनु महाराज तैनात थे, वहां से एक कार चोरी हो गई।
लेकिन दिलचस्प बात यह है कि कार को किसी और ने नहीं, बल्कि आईपीएस मनु महाराज ने चुराया था। इसके पिछे कारण बहुत गहरा है। क्योकी मनु महाराज ने कार सिर्फ इसलिए चुराई ताकी उसे पता चल सके कि पुलिस सही तरीके से अपनी Duty को पूरा करती है या नहीं।
लेकिन जब मनु Car लेकर गया तो काफी देर तक तो किसी police officer ने notice ही नही किया, और ये बात Manu maharaj को खटक गई। उसने वगाँ के सारे police officers को बुलाया और उन्हे Warn किया की अगर एक बार और किसी ने अपनी duty को नजरअंदाज किया तो वो उनके career के लिए अच्छा नही होगा।
इसके अलावा कहा जाता है कि बिहार में जहां भी कानून का उल्लंघन होता है, वही पर आईपीएस मवु महाराज को appoint किया जाता है। जहां भी उनका transfer हुआ, हर बार वहाँ उन्होंने Minimum crime होने दिया है और कई अपराधियों को सलाखों के पीछे भी डाला है।
ऐसे ही एक और किस्सा आपको सुनाते है, जब दिल्ली के एक बडे Businessman के दो बेटों को नक्सलियों ने kidnap कर लिया था।
अक्टूबर 2016 में, Mani Maharaj ने 100 पुलिसमैन की एक टीम को Lead किया और पटना से 160 किमी east में बिहार के लखीसराय जिले में कजरा हिल्स (Kajra Hills) में एक इलाके के अंदर 15 किमी पैदल चलकर दिल्ली के उन दो Businessmen भाइयों को छुड़ाया था। Manu Maharaj के इस Thrilling encounter में दोनों भाइयों को सुरक्षित बचा लिया गया और gang के 5 Members को गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस ने इनके पास से हथियार, गोला-बारूद, खाने-पीने का सामान और ड्रग्स बरामद किए। और दोनों भाइयों ने kidnappers के चंगुल से छुड़ाने के लिए आईपीएस मनु महाराज का शुक्रिया अदा किया।
मनु जब भी किसी Mission पर जाते तो अपनी Ak-47 को कंधे पर रखकर बडे ही टशन में जाते है। और इसीलिए उनका नाम Encounter specialist भी कहा जाता है।
मनु महाराज को 2016 में Republic day के occasion पर वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
इतना ही नही पटना सुपरकॉप Manu Maharaj को मास्क पहनकर बाइक से शहर की सड़कों पर गुपचुप तरीके से पेट्रोलिंग करने के लिए भी जाना जाता है।
तो Manu Maharaj जैसा ही एक IPS officer हमें Baaghi 4 में देखने तो मिल सकता है, जो कि एक Supporting role या फिर Main role दोनो में से कोई भी हो सकता है।