इसमें कोई शक नही है कि महिलाओं ने Freedom Struggle में भाग लिया था, लेकिन Abadi Bano Begum जिन्हे बी अम्मा कहकर बुलाया जाता था, शायद पहली मुस्लिम महिला थीं जिन्होंने खुले तौर पर एस Struggle में भाग लिया था।
इतना ही नही Bi Amma ने अपने बेटो, जो Ali brothers के नाम ये Famous हुए, उन्हें भी Politics में उतारा। और Ali Brothers ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ प्रसिद्ध खिलाफत आंदोलन को Lead किया।
खिलाफत आंदोलन, जो 1919 से 1924 तक चला, British India में Turkey के खिलाफ ब्रिटिश policy और first world war के बाद मिली Forces द्वारा Turkey को बाँटने के Plan के खिलाफ शुरू किया गया एक political campaign था।
इस organisation का motive मुसलमानों के बीच political unity बनाना और खिलाफत की रक्षा करना था। 1920 में, उन्होंने Khilafat Manifesto publish किया, जिसमें अंग्रेजों से खिलाफत की रक्षा करने और भारतीय मुसलमानों को एकजुट होने और इस purpose के लिए अंग्रेजों को responsible ठहराने के बारे में कहा गया था।
महात्मा गांधी ने British Empire के विरोध के हिस्से के रूप में खिलाफत आंदोलन का support किया था और उन्होंने उसी वक्त Non cooperation आंदोलन की भी शुरूआच की थी। वल्लभभाई पटेल, बाल गंगाधर तिलक और कई congress नेताओं ने भी आंदोलन का support किया था।
आजादी की लडाई में गाँधी जी, और कई freedom fighters का साथ देने वाली, और बुरखा पहन कर आवाज उठाने वाली, बी अम्मा का जन्म 1852 में एक राष्ट्रवादी परिवार में हुआ था। उनके परिवार ने 1857 के विद्रोह में पूरी तरह से भाग लिया और इस तरह उन्हें अंग्रेजों के हाथों भारी नुकसान और सजा का सामना करना पड़ा।
बी अम्मा की शादी यूपी के रामपुर में एक senior officer अब्दुल अली खान से हुई थी। और उनके एक बेटी और पांच बेटों के साथ छह बच्चे थे। 5 बेटो मौलाना शौकत अली और मौलाना मोहम्मद अली जौहर शामिल थे- जो बाद में Ali brothers के रूप में popular हुए। उनके पति की मैत होने के बाद, उन्हें और छह बच्चों को अकेला छोड़ दिया गया और यहीं से बी अम्मा का संघर्ष शुरू हुआ।
एक Young विधवा औरत अपने बच्चों को ठीक ठाक कपड़े, normal खाना और अल्लाह की बातों के साथ स्कूल के लिए तैयार करती है।
उनके सामने कई तरह की दिक्कते खडी थी। लेकिन problems के बावजूद, उन्होंने ये तय किया कि उनके बच्चे english medium के स्कूलों में जाएँ। और जब बच्चों के चाचा ने उन्हें बच्चों की शिक्षा के लिए पैसे देने से मना कर दिया, क्योंकि उन्हें लगा कि वो English में शिक्षा देकर उन्हें अंग्रेज बना रही है। तो बी अम्मा ने सारे खर्चों को पूरा करने के लिए अपने गहने बेच दिए।
उनके दोनो बेटों ने भी उन्हें निराश नही किया। मौलाना मोहम्मद अली जौहर Oxford University गए, शौकत अली अलीगढ़ Muslim University में पढ़े।
मौलाना मोहम्मद अली जौहर Oxford में पढाई पूरी करने के बाद एक english और उर्दू writer बन गए और All India Muslim League के founding members में से एक थे। शौकत अली politics में active थे और अपने भाई का साथ दिया करते थे। उस वक्त भारत के ज्यादातर मुसलमान First World War के दौरान Turkey के साथी मुसलमानों से लड़ने के खिलाफ थे।
भारत अंग्रेजों के लिए लड़ रहा था। 1920 में Ali Brothers ने Indian National Congress के साथ हाथ मिलाया, जो महात्मा गांधी की leadership में Non-cooperation campaign चला रही थी।
और जब महात्मा गाँधी, Ali Brothers और बाकी के कई नेता जेल में थे, तब बी अम्मा ने उठकर आंदोलन को बंद होने से रोका। उन्होंने आजादी के message को फैलाने के लिए देश में Travel भी किया।
1917 में, जब खिलाफत आंदोलन जोरों पर था, बी अम्मा ने बुर्का पहनकर मुस्लिम league के sessions के दौरान सभा का मनोबल बढाया। हालाँकि उन्होंने हिंदुओ की पर्दा प्रथा की वकालत की, लेकिन उन्होंने महिलाओं पर लगी restrictions को तोड़ दिया और आजादी के लिए हो रहे आंदोलन का support करने के लिए मिलकर बाहर आने को कहा।
Ali Brothers के खिलाफत और गाँधी जी के Nonz cooperation आंदोलन के दौरान, अम्मा ने fund इकट्ठा किया और भारतीय महिलाओं को struggle और विदेशी चींजो को त्यागने के importance के बारे में बताने के लिए meeting organize कीं। मौलाना हसरत मोहानी की पत्नी बेगम हसरत मोहानी के साथ साथ, सरला देवी चौधुरानी, बसंती देवी और सरोजिनी नायडू इस campaign के दौरान उनकी main साथी थीं।
इतना ही नही उन्होंने Only- women gatherings को Indian Freedom Struggle के लिए बाल गंगाधर तिलक द्वारा बनाए गए Tilak Swaraj Fund के लिए donate करने के लिए encourage किया।
1924 में उनकी मृत्यु तक, बी अम्मा ने हिंदू-मुस्लिम एकता की वकालत करते हुए कहा कि ये दोनो communities “भारत की दो आंखें” हैं।
जिस तरह से Bi Amma, Hindu Muslim Unity के लिए एक बडी inspiration बनी, वैसे ही Tiger 3 फिल्म के लिए भी Bi Amma का character inspiration बन सकता है।
जिसमें हमें Bi Amma का modern version देखने को मिले।