मुन्ना भाई एमबीबीएस के बाद लगे रहो मुन्ना भाई को आने में दो साल लग गए थे जिसका कारण था सही स्क्रिप्ट का नहीं मिल पाना और शायद इसके वजह से मुन्ना भाई की थर्ड पार्ट अभी तक नहीं आई है। पहले पार्ट में तो मेकर्स ने डॉक्टरों के ऊपर स्क्रिप्ट लिखी थी लेकिन जब सेकेंड पार्ट की बारी आई तो इस बार डॉक्टर्स की जगह मेकर्स वकिलों के ऊपर फिल्म बनाना चाहते थे, मुन्ना भाई एलबीबी को एमबीबीएस का सीक्वल माना जा रहा था, लेकिन एमबीबीएस की कल्ट सक्सेस के चलते राजकुमार हीरानी इसे पहले वाले जैसा ही अच्छा बनाना चाहते थे। स्क्रिप्ट का पहला भाग क्रिएट होने के बाद वो बिच में अटक गया था जिसके बाद मेकर्स के हिसाब से स्क्रिप्ट आगे बढ़ ही नहीं रही थी। मेकर्स चाहते थे कि “वो ऐसे कहानी को मुन्ना भाई के सेकेंड पार्ट में दिखाएं जो महात्मा गांधी से संबंधित हो” लेकिन उन्हें कहानी में कुछ कमी लग रही थी इसलिए उन्होंने उस आइडिया को ड्रॉप कर दिया, लेकिन फिर एक दिन राजकुमार हिरानी को ये आइडिया आया कि क्यों ना थोड़ी सी स्क्रिप्ट चेंज की जाए और मूवी को उसके पार्ट वन के जैसा बरकरार रखने के लिए फिर से मुन्ना भाई और सर्किट को कास्ट किया जाए। जिसके बाद मेकर्स ने फिर से कहानी लिखना शुरू किया और अब जब अपने मन के हिसाब से उन्हें स्क्रिप्ट मिली तो अब उन्हें फिल्म का टाइटल अच्छा नहीं लग रहा था। जिस वक्त स्क्रिप्ट लिखी जा रही थी मेकर्स ने उसी वक्त फिल्म का नाम सोच लिया था और जो नाम उन्होंने सोचा था तो था “Meets Mahatma Gandhi”, लेकिन यही नाम जब स्क्रिप्ट चेंज की गई तो मेकर्स को अच्छी नहीं लग रही थी। मेकर्स चाह रहे थे कि जिस तरह उन्होंने स्क्रिप्ट बदल दी ,अब वो मूवी का टाइटल भी बदल दे, बहुत सोचने के बाद मेकर्स ने तय किया कि स्क्रिप्ट मुन्ना भाई के आगे -पीछे घूम रही है तो क्यों न उनकी हिसाब से नाम रखा जाए और नाम रखा गया “लगे रहो मुन्ना भाई”। इन सब चिजो से हमें यह बात पता चलती है कि एक फिल्म के पीछे कितनी मेहनत होती है और जब तक कोई स्क्रिप्ट या मूवी का टाइटल दिल और दिमाग दोनो को ना पसंद आए तब तक उसे फाइनल नहीं किया जाता है। तो इन सब चिजो पर खास ध्यान देना होगा मेकर्स को मुन्ना भाई के तीसरे पार्ट को लाने वक्त।
लगे रहो मुन्ना भाई मूवी में हर चिज टाइम पर नहीं हो पा रही थी फिर वो चाहे सुनील दत्त जी की death हो जाने के कारण शूटिंग कुछ दिनों के लिए रुक जाना या दिलीप जी का यू अचानक बस को रोकवा देना। दिलीप जी ने बस को क्यों रोकवाया था उसके बारे में हम अपनी नेक्स्ट vedio में पूरी डिटेल में जानेंगे। फिल्हाल तो शूटिंग के वक्त जब खबर आई कि सुनील दत्त का देहांत हो गया है तो ये सुन कर सभी लोग मायूस हो गए, खास करके राजकुमार हिरानी, उन्होंने पहले ही सोच रखा था कि वो इस बार भी सुनील दत्त को मूवी में कास्ट करेंगे और यहां तक कि उन्होंने उनके साथ कुछ पार्ट शूट भी कर लीए थे लेकिन उनके देहंत हो जाने के वजह से उस सीन को हट्टा दिया गया था। राजकुमार हिरानी का एक इंटरव्यू में कहना था कि अगर सुनील दत्त जी हमारे बीच जिंदा होते तो आज लगे रहो मुन्ना भाई और भी ज्यादा सफल होती क्योंकि जिस रोल के लिए उनको रखा जाना था वो बिल्कुल हट कर था और ऐसा था कि आडियंस को उनका रोल जरूर पसंद आता, लेकिन ऐसा हो ना सका। जिस तरह हम ये जानते हैं कि राजकुमार हिरानी लगे रहो मुन्ना भाई में आमिर खान का कैमियो करना चाहते थे ठीक उसी तरह जब उन्होंने देखा की आमिर खान ने उस रोल के लिए मना कर दिया था तो मेकर्स ने फौरन अभिषेक बच्चन को उस रोल के लिए अप्रोच किया लेकिन उस वक्त अभिषेक बच्चन भी अपने दूसरे फिल्मो में बिजी थे और उनकी टाइट शेड्यूल के कारण उन्होंने उस मूवी में कैमियो करने से मना कर दिया था, तो शायद इस बार ऐसा हो सकता है कि मेकर्स मुन्ना भाई के थर्ड पार्ट में अभिषेक बच्चन को कास्ट कर सकते हैं ताकी जो वो पिछले पार्ट में नहीं कर सके शायद उसे अब कर ले। तो ये कुछ फैक्ट्स हैं लगे रहो मुन्ना भाई से related, आपको ये फैक्ट्स जान कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइएगा और तब तक आप अपना ध्यान रखिए और हमेशा मुस्कुराते रहिए।
Chandan Pandit