फिल्म इंडस्ट्री में ‘संजू बाबा’ के नाम से मशहूर संजय दत्त अपना एक अलग ही जलवा रखते हैं। बॉलीवुड के इस जबरदस्त एक्टर ने अपने करियर में ‘खलनायक’ से लेकर ‘वास्तव: द रिएलिटी’ तक एक से बढ़कर एक बहुत ही जबरदस्त फिल्मों में काम किया है। संजय दत्त के फैंस उनकी फिल्मों को बहुत ही दिल के साथ एंजाय करते हैं। हालांकि संजू बाबा ने फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस में डॉक्टर बनकर अपनी ही Dean की क्लास लगाने से भी नहीं डरा करते थे। लेकिन कोई ये नहीं जानता है की इस फिल्म में जिसने डीन का रोल निभाया था, उन्हें वो रोल कैसे और कितनी मुश्किलों से मिला था और जब फिल्म बन कर रिलीज हुई थी तो उन्होंने ऐसा क्या किया था कि लोग चौक गए थे? बात तब कि है जब मुन्ना भाई एमबीबीएस मूवी की कास्टिंग चल रही थी मेकर्स ने लग – भग सभी रोल के लिए एक्टर और एक्ट्रेस को कास्ट कर लिया था लेकिन उन्हें ये समझ नहीं आ रहा था कि डीन के रोल के लिए किसे कास्ट किया जाए। बाद में बहुत ढूंढने के बाद राजकुमार हिरानी को बोमन ईरानी मिले और जिस वक्त वो मिले थे उस वक्त बोमन स्ट्रगलिंग डेज में थे लेकिन जब उनको फिल्म के लिए अप्रोच किया गया था , तो बोमन ने तुरंत हां बोल दिया था क्योंकि वो इस फिल्म को एक अच्छा और सुनहेरा मौका मान रहे थे। बोमन ईरानी की यह पहेली फिल्म थी इससे पहले वो एक्टिंग और advertisement में बतोर अभिनेता काम करते थे। इस फिल्म में उनके द्वारा निभा गए डॉक्टर आस्ताना के कैरेक्टर को लोगो ने इतना पसंद किया था कि वो रातों रात बॉलीवुड के सबसे कामयाब और बिजी एक्टर में से एक बन गए थे। बोमन ईरानी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था,” कि वो उस character में इतना घुस गए थे कि वो अपने घर पर भी डॉ. के किरदार में ही रहते थे और वो ऐसा इस लिए करते थे ताकि वो जब भी शूटिंग पर जाए तो उनको ज्यादा टेक ना देना पड़े और वो एक दो टेक में ही अच्छे से शॉट्स को पूरा कर ले। आखिरकार फिल्म बन कर पूरी हुई और अब सभी को इंतजार था तो फिल्म के रिलीज होने का क्योंकि फिल्म कैसी बनी थी उसका जवाब सिर्फ और सिर्फ audience के पास था। अब जब फिल्म रिलीज हुई तब लोगो का रिएक्शन देखने के लिए हिरानी अपनी टीम के साथ मुंबई के कुछ थिएटर में चले गए लेकिन एक दिन ऐसे ही बिना किसी को बताए बमन ईरानी और हिरानी एक साथ एक थिएटर में पहुंच गए थे, फिल्म में जब कैरम वाला सीन चल रहा था, जहां मुन्ना भाई और सर्किट, रुस्तम के पापा और जाहिर के साथ कैरम खेल रहे थे तो इस सीन के पूरा होने के बाद वहां मौजुद audience ने जामकर तालियां बजाई थी। लोगों का ऐसा रिएक्शन देख कर बोमन ईरानी इमोशनल होकर हॉल में खड़े खड़े रोने लगे थे, और ताजुब की बात तो ये थी कि वो खुद को एक पंजाबी के लुक में बदल कर फिर उस थिएटर में गए थे, ताकि वहां मौजूद ऑडियंस उन्हें पहचान ना पाए और इसका खुलासा खुद बोमन ईरानी ने अपने एक इंटरव्यू में किया था और उन्होंने भी बोला था कि वो अपने जीवन में कभी भी उस सीन को नहीं भूल सकते और मुन्ना भाई एमबीबीएस उनके दिल के बहुत करीब हैं। तो ऐसा हो सकता है कि मेकर्स फिर से बोमन ईरानी को एक अच्छे और स्ट्रॉन्ग रोल के साथ फिर से मुन्ना भाई के थर्ड पार्ट में कास्ट कर सकते हैं, ताकि लोगो को फिर से बोमन का नया लुक दिखे जिससे वो audience को फिर से हंसा सके और अपने तरीके से entertain कर सके।
मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म थिएटर में 25 हफ्तों से ज्यादा चली थी और इस सिल्वर जुबली फिल्म को audience के साथ-साथ critics ने भी खूब सराहा था। इस फिल्म के बजट की बात करे तो वो लगभाग 10 करोड़ रुपये का था और सिर्फ इंडिया में ही इस फिल्म ने 23 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी। और इसी सफलता को देखते हुए साल 2006 में इस फिल्म का सीक्वल भी बनाया गया था जिसका नाम था, “लगे रहो मुन्ना भाई” और इस फिल्म ने भी वही जादू चलाया था जो मुन्ना भाई एमबीबीएस ने चला था।तो ये कुछ फैक्ट्स हैं मुन्ना भाई एमबीबीएस मूवी से रिलेटेड, आपको ये फैक्ट्स जान कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं और तब तक आप अपना ध्यान रखें और हमेशा मुस्कुराते रहें।
Chandan Pandit