खलनायक फिल्म जिसमें बल्लू यानी संजय दत्त सजा भुगतने के लिए अपने आशियाने में यानी जेल में रह रहे थे। खलनायक के जेल सेट को उस दौरान iconic prison set कहां जाता था और इस सेट को बनाने के पीछे आर्ट डायरेक्टर नितिन चंद्रकांत देसाई का हाथ था, जिन्होंने जोधा अकबर, देवदास जैसी फिल्मों के सेट डिजाइन किए। इस सेट को मुंबई में 12 एकर प्लॉट पर खडा किया गया और सेट को बनाने के लिए 6 महीने लगे। जेल में पुराने pipes, iron bars सब कुछ था। यहां पर जेल से संजय का भाग जाना और जेल में जैकी श्रॉफ और संजय की बातचीत होना ऐसे कुछ सींस शूट किए गए थे। वैसे अगर खलनायक 2 की बात करें तो ऐसी चर्चा चल रही है कि, फिल्म का मुंबई schedule मेहबूब स्टूडियोज में और नितिन देसाई के Karjat के ND studios में हो सकता है। पर सेट को लेकर final फैसला सीक्वेल के प्रड्यूसर संजय दत्त और सुभाष घई लेंगे।
चोली के पीछे क्या है इस गाने ने कॉन्ट्रोवर्सी की पर इससे फिल्म को कोई फर्क नहीं पड़ा। तब चाहे डायरेक्टर सुभाष कई को कितना भी सरदर्द क्यों ना हुआ हो, पर उन्हें सबसे ज्यादा खुशी तब हुई जब उन्होंने व्हाइट हाउस Washington का वह वीडियो देखा। जब व्हाइट हाउस में दिवाली पार्टी मनाई गई थी तब वहां पर चोली के पीछे गाना लगाया गया था और सभी लोग डांस कर रहे थे, गाने को इंजॉय कर रहे थे। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब घई ने कहा कि,” इस गाने के उस ज़माने में एक करोड कैसेट्स बीक चुके थे वह भी 1 हफ्ते में, फिर भी गाने को वल्गर कहा गया। पर आज भी इस गाने पर इतना प्यार लुटाया जा रहा है, यह बहुत अच्छा हुआ”।
अगर गाने का craze आज भी बरकरार है तो sequel में इसका crazy version जरूर सुनने को मिलेगा। गाने की शुरुआत में जो कुकू कुकू words हैं, उसे लेकर ही म्यूजिक कंपोजर इसका अलग version बना सकते हैं।
चोली के पीछे क्या है गाने को कंपोज किया था लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी ने। फिल्म रिलीज के बाद लक्ष्मीकांत जी ने एक इंटरव्यू में अपनी नाराजगी बताई थी क्योंकि इस इस गाने को लेकर काफी बुरी बातें हुई थी। बहुत से लोगों ने उन पर यह आरोप लगाया कि,” आपने ऐसा गाना क्यों दिया?” जिस पर उन्होंने कहा कि,” यह मेरे नहीं, आनंद बक्शी के शब्द है।
और वैसे भी गैंगस्टर बल्लू, जो पुलिस के मुंह पर टशन देता था, उसे कंट्रोल करने के लिए ही ऐसा गाना बनाया था। अब गैंगस्टर के लिए कोई सीधा-सीधा गाना कैसे चलेगा?। पर लोगों ने सिर्फ इसी गाने पर ध्यान देकर इसका बतंगड़ बनाया, पर जगजीत सिंह ने गाया हुआ इसी फिल्म का गाना “ओ मां तुझे सलाम, कोई मां जब रोती हैं” ऐसे गाने पर ध्यान क्यों नहीं दिया?”।
मतलब की बिना मतलब के बवाल करने वाले कुछ भी कहते हैं, ऐसा उनका कहना था।
Trupti