Dabangg franchise की हर instalment में sub-genres भले चेंज होती आ रही हो, लेकिन franchise शुरुआत से ही 4 major genre’s पे टिकी हुई है, जिनमें Action, Comedy, Drama और Romance शामिल है, और franchise की कहानी भी इसी flow के साथ आगे बढ़ती आई है. Dabangg 4 में भी इन्हीं genres को main theme के तौर पे देखा जाएगा, और इसी को ध्यान में रख film की scripting की जायेगी. वही इसमें Crime और Thriller जैसी sub-genres भी शामिल हो सकती है, जो कहानी को दर्शकों के लिए entertaining बना देगी. Bollywood में पहले भी Dabangg जैसी same genre की फ़िल्में आ चुकी है, जिनमें Rowdy Rathore , Singham, Wanted जैसी कई फ़िल्में शामिल है. वही Rowdy और Dabangg एक दूसरे से काफी हद्द तक मिलती है. यह दोनों ही फ़िल्में same genre की है, इसके अलावा इन दोनों ही फिल्मों में Sonakshi Sinha lead heroine के तौर पे मौजूद है, और उनका किरदार भी काफी हद तक same ही है. यहाँ तक की दोनों ही फिल्मों की plot भी एक पुलिस officer के around revolve करती है, बस फिल्मों की storyline ही है, जो इन्हें एक दूसरे से अलग बनाती है.
Film Dabangg और Rowdy Rathore एक दूसरे से काफी हद तक similar तो है, लेकिन यहाँ सवाल यह है की दोनों फिल्मों में कौन सबसे ज्यादा दर्शकों के बीच popular है, और वह भी क्यों? दोनों फिल्मों में Dabangg Franchise ज्यादा hit रही है, इसकी सबसे बड़ी वजह Salman और Akshay की stardom तो है ही, इसके अलावा storyline और action style के मामले में भी Dabangg Akshay की Rowdy से आगे निकल गयी. Dabangg franchise popularity और cultural impact के मामले में भी काफी आगे रही है. Dabangg भारत में अपने मेमोरेबल dialogues, catchy songs और अपने different किरदारों की वजह से दर्शकों के बीच आने वाले वक्त तक popular रही, लेकिन वही Rowdy भले ही release के दौरान popular हुई हो, लेकिन वह cultural impact छोड़ने में कामयाब नहीं हो पायी. शायद इसकी बड़ी वजह Salman का stardom भी है, जो उन्होंने film Wanted के बाद से gain किया है.
Dabangg 4 को Arbaaz कुछ इस तरह से बनाना चाहते है, जिससे franchise की stardom लोगों के बीच बनी रहे. Dabangg हमेशा से ही लोगों के बीच एक अलग way में popular थी, चाहे वह Chulbul का heart printed चश्मा हो या फिर उसके dialogues, लोग चाह कर भी खुद को इस franchise से अलग नहीं कर पा रहे थे. वही सिर्फ Chulbul ही नहीं बल्कि Rajjo का style भी copy हुआ था, जब उसकी जैसी ही साड़ी पहन कर और बालों में फूल लगा कर हर लड़की, 2010s के दशक में बाहर निकलने लगी थी. Franchise से उसके fans emotionally जुड़े है और वह चाहते है की उन्हें आने वाले वक्त में action packed entertainment मिले, और iconic dialogues भी हो, जिसे बोलकर fans को cool feel होता है. इसके अलावा film पूरी तरह से Masala entertainment हो, जिसमें humour की कही से भी कोई कमी ना हो. अब देखना यही होगा की fans की उमीदों को Salman और Arbaaz पूरा करते है या नहीं.

Singham 3
July 2014 ki baat hai jab Arjun aur uski maa aram se din ko apne ghar mein baithe the. Arjun bus school se lauta hi