Africa के युगांडा के एक गांव से बड़े स्तर पर भारत के कुछ देशों में अनोखे तरीके ड्रग्स भेजी गई। युगांडा
युगांडा गणराज्य पूर्वी अफ्रीका में स्थित एक स्थलरुद्ध देश है। इसकी सीमा पूर्व में केन्या, उत्तर में सूडान, पश्चिम में कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य, दक्षिण पश्चिम में रवांडा और दक्षिण में तंजानिया से मिलती है। देश के दक्षिणी हिस्से में विक्टोरिया झील का एक बड़ा भाग शामिल है, जिससे केन्या और तंजानिया से सीमा निर्धारित होती है। युगांडा नाम बुगांडा राजशाही से लिया गया है, जिसमें देश का दक्षिणी ह्स्सिा, राजधानी कंपाला को शामिल कर, आता था। देश की एक तिहाई जनसंख्या अंतरराष्ट्रीय गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करती है। इसलिए युगांडा एक गरीब देश है. भारत में बड़ी मात्रा में हेरोइन की तस्करी के मिशन पर य़ह सब तस्कर एंटेबे से उड़ान भरी थी। ये सारे तस्कर युगांडा के एंटेबे से सवार हुए और शारजाह, संयुक्त अरब अमीरात के रास्ते भारत आए। ये सभी भारत में बिजनेस वीजा पर आए थे।
जब तस्कर अपने देश से निकले, तब ड्रग्स को कैप्सूल में भरकर तस्करों ने गले में पानी के माध्यम से निगल लिया . भारत में ये तस्कर, बेंगलुरु, अहमदाबाद, जयपुर, दिल्ली समेत अलग-अलग देशों के एयरपोर्ट पर उतरे। वहाँ पुलिस इन पर निगाहें लगा कर खड़ी थीं, तो इन सबको वहाँ से गिरफ्तार किया गया। करोड़ों रुपये कीमत की ड्रग्स भारत में तस्करी करके लाई गई थी, जिससे हड़कंप मच गया। य़ह सारी Drugs दिल्ली जानी थी। यहां से इसे पंजाब और जम्मू-कश्मीर भेजा जाना था। इस ड्रग्स तस्करी में बहुत बड़े इंटरनैशनल ड्रग्स तस्कर का हाथ बताया जा रहा है।
इसके साथ जयपुर जाने वाले इंटरनेशल एयरपोर्ट पर गिरफ्तार तस्कर में महिला तस्कर थी जो अपने प्राइवेट पार्ट (रेक्टम) में ड्रग्स से भरे 70-80 कैप्सूल छिपाकर लाई थी। महिला को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की टीम ने महिला के प्राइवेट पार्ट से कुल 60 केप्सूल बाहर निकाले बरामद ड्रग्स की कीमत करीब 16 करोड़ रुपए है।
इसी तरह से अहमदाबाद हवाईअड्डे पर डीआरआई के अधिकारियों ने एक तस्कर को पकड़ा। उसके पेट में 1 किलो कैप्सूल मिले। दो दिन बाद गुजरात में एक अन्य महिला को ड्रग्स के साथ पकड़ा गया। तीनों के पास बेंगलुरु और अहमदाबाद में उतरने के तुरंत बाद दिल्ली जाने के लिए घरेलू टिकट थे। वे दिल्ली में एक
बेनाम सिंडिकेट के एक सदस्य को ड्रग्स सौंपने वाले थे।
सारे तस्कर युगांडा के एक गिरोह का हिस्सा थे, जिसने अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की तस्करी में वाहक कैप्सूल में कोकीन निगलते हैं। बाद में यह कैप्सूल उनके पेट से निकाल ली जाती है। ऐसी ही कुछ तस्करी के अनोखे तरीके हम Pushpa-2 में भी देख सकते हैं. आपको क्या लगता है क्या pushpa अबकी बार भी तस्करों की पोल खोलेगा? हमें comments में जरूर बताये. हम फिर मिलेंगे एक नई post के साथ, तब तक खुश रहें और सैफ रहें. Bye
Manisha Jain