Rambo

Made in China हथियार मिले जंगल में!

 

Indian Army की बहादुरी और बलिदान के जितने किस्से हमारे सामने आते है, उनसे कही ज्यादा किस्से  ऐसे होते है जो सिर्फ soldiers को पता होते है।

 

और एक ऐसा ही mind blowing encounter की कहानी, एक soldier की जुबानी हमें सुनने को मिली है। जो Abhinav ने अपने चाचा, जो की वो soldier है, से सुनी है।

ये कारगिल war खत्म होने के कुछ महीनों बाद 1999 की बात है।  उस वक्त, वो soldier गोरखा रेजीमेंट में से एक में थे।  War के हाल ही में खत्म होने की वजह से सभी soldiers को एक much deserved break दिया गया था, और ज्यादातर soldiers अपने घर के लिए निकल चुके थे।

लेकिन कुछ soldier अभी base मे ही थे। Abhinav के चाचा भी वही रूके थे और वो अगले दिन घर लौटने की तैयारी कर रहे थे। तब उन्हें एक कॉल आया, जिसमें उन्हे information मिली कि उनके आस पास में एक terrorist hideout होने की report मिली है।

 उन दिनों जम्मू-कश्मीर, आतंकियों का अड्डा था।  LOC फेंसिंग की कमी और unproper border के कारण घुसपैठो का आना आम बात थी।  भले ही युद्ध जीत लिया गया था, indian army के लिए एक बड़ी चुनौती सामने थी, indian territories से आतंकवादियों को बाहर निकालना।

Information मिलते ही, उसने अपने सैनिकों को इकट्ठा किया, जो की ज्यादा नहीं थे, क्योकी ज्यादातर घर जा चुके थे। ऑपरेशन Area गांदरबल जिले में एक चट्टान से दूर घने जंगलों में था। Abhinav के चाचा और उनकी 11-12 जवानों की टीम हथियार और बारूद लेकर निकल पड़ी।  

और उस suspected hideout तक पहुंचने के लिए उन्होने 2 दिन की चढ़ाई थी।  जंगल इतना घना था कि पास-पास के दो कोनिफर्स यानी पेड जो cone की shape में होते है, के बीच मुश्किल से  2-3 फीट का फासला था।

 वो लोग मंदिस से बस घंटे की दूरी पर थे, जब एक सैनिक ने जमीन पर कुछ unusual देखा। जमीन पर एक choclate का wrapper पडा था। जो की unusual इसलिए था, क्योकी किसी के लिए चॉकलेट खाने के लिए इतना ऊँचे, खने जंगल में आना की बहुत कम possibility है। जो possible हो सकता है अगर वहां पर कोई आया हो, exactly को terrorist आया हो।

Abhinav के चाचा ने कहा कि इस तरह के wrapper का मिलना बहुत आम बात है। क्योकी आतंकवादी महिनो तक survive करने और insurgency operations को अंजाम देने के लिए अपने साथ बहुत सारे सूखे मेवे और चॉकलेट रखते है।

 

Soldiers के लिए wrapper एक lead थी कि जरूर यहां कोई ना कोई तो है या था।  वो पूरी Alertness के साथ चढ़ते रहे।  और आखिरकार घंटों के भीतर वो location पर पहुंच गए।

 आसपास कुछ नहीं था। सबकुछ एकदम  शांत था।  जवानों ने अच्छी तरह से जांच की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने इसे एक futile यानी एक operation समझा और वापस लौटने के लिए सोचने लगे। 

लेकिन तभी अचानक, Abhinav के चाचा की नजर एक तने से कटे हुए पेड़ पर पडी। कटे हुए पेड का जंगल में मिलना normal है, लेकिन अगर ये गांदरबल के जंगल में मिलना normal नही है।

क्योंकी किसी गाँव वाले के इतनी ऊँची चट्टानो पर चढ़कर, इतने घने जंगल में आकर और एक पेड़ को काटने की बहुत संभावना नहीं है। ये तो कोई शातिर इरादों वाला आदमी ही कर सकता है।

 Abhinav के चाचा ने soldiers को तना उखाड़ने का आदेश दिया। तो Surprisingly, वो तना जडो से जुडा हुआ नही था। उसे अब यकीन हो गया था कि नीचे कुछ है।  उन्होने मिलकर वहां हाथों से खोदना शुरू कर दिया। वो लोग खोदते गए, 3 फीट, 4 फीट, फिर 5 फुट तक खोदा, लेकिन कुछ नही मिला। 

सिपाही अब तक थक चुके थे। लेकिन फिर भी उन्होने हार नही मानी और खोदते रहे। तभी उनके हाथ किसी चीज से टकराते है। ये देखकर उनके हाथ और तेज हो गए और फिर 6 फीट तक खोद देते हैं। तब जाकर उन्हे  प्लास्टिक! दबा हुआ मिलता है। फौरन, सभी पैर पर खड़े हो गए और प्लास्टिक कवर को खींचकर बाहर निकाला।  और उस कवर के नीचे भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद, एके-47, 56s, मशीन गन, रॉकेट लॉन्चर, ग्रेनेड, SMGs और कई अन्य हथियार, जिन पर “Made in China” लिखा हुआ है।  और ये इतने ज्यादा हथियार थे कि, उसे वापस बेस तक ले जाने के लिए और लोगो को बुलाना पड़ा।

हालाकी  उन्हें एक भी terrorist नहीं मिला। ना ही कोई गोली चली।  ऐसा कहा जाता है कि terrorists को इस तरह के छापे की information पहले ही ‘कुछ’ local गांव वालो से मिल गई थी। इसलिए उन्होंने अपने हथियारों को छिपा दिया और पेड का तने को ‘निशान’ के रूप में छोड़ दिया और भीड़ के साथ घुलमिल गए।  उन्हें क्या पता था, जब तक situation normal होने पर वे वापस आएंगे, उनका सारा सामान गायब हो चुका होगा!

 इस ‘बड़ी मछली’ को भारतीय सेना के इतिहास में सबसे बड़ी पकड़ में से एक माना जाता है।  इस खबर की कोई national  या international रिपोर्टिंग नहीं थी।  ना ही सेना ने कभी इस कहानी पर प्रकाश डाला।  शायद इसलिए कि यह एक फौजी के जीवन का एक और आम दिन था।

हो सकता है ऐसा की कोई incident हमें rambo नें भी देखने को मिल जाए।

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