कुछ कुछ होता है इस फिल्म से जुड़ी हमारी आगे की अनसुनी खबरों को हम Continue करते हैं। देखिए जब भी हम यह फिल्म देखते हैं, हमें हर चीज परफेक्ट लगती हैं, चाहे वो कास्ट हो या फिल्म के गाने। पर दोस्तों, जैसा दिखता है वैसा होता नहीं है। अब देखिए ना, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे फिल्म के दौरान ही करण जोहर ने decide किया था कि, वह अपनी पहली फिल्म में शाहरुख खान को ही cast करेंगे, मतलब राहुल के character के लिए शाहरुख final हुए। अब यह फिल्म रिलीज हुई साल 1998 में और शाहरुख खान को दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे फिल्म के बाद ही करण के पापा यश जोहर ने साल 1997 में ही साइन किया था। क्योंकि यश जोहर इस फिल्म के प्रड्यूसर भी थे।
पर हमारी अंजलि का क्या? हां हां, हमें पता है कि आप यही कहेंगे कि, काजोल जितना बेहतरीन किरदार कोई निभा ही नहीं सकता। पर कहा जाता है कि, काजोल इस फिल्म की पहली choice नहीं थी। दरसल करन के दिमाग में जूही चावला का नाम था, उन्हें दिमाग में रखकर ही उन्होंने यह character लिखा था। Can you imagine? पर यह सच है और यह भी सच है कि, जूही ने कुछ चीजों के कारण इस character को ना कह दिया था। अब टीना के character के बारे में भी आपको पता ही है, जो ट्विंकल खन्ना को दिमाग में रखकर करन ने लिखा था। पर अफसोस, ट्विंकल ने अपने best buddy को मुंह पर रिजेक्ट कर दिया और ट्विंकल को देखकर दिल में “कुछ कुछ होता है” कहने वाले करण का mood off हुआ। क्या करें, एक तरफा प्यार का यही नतीजा होता है।
अगर अमन के किरदार के बारे में बात करें तो इसे सलमान खान को मद्देनजर रखते हुए लिखा नहीं गया था। सैफ अली खान को दिमाग में रखकर करण अपनी स्टोरी आगे बढ़ा रहे थे, पर सैफ ने इंकार कर दिया। तब सलमान करण की यह भागदौड़ देख रहे थे और उन्हें काफी हंसी भी आ रही थी, जो उन्होंने कई रियलिटी शोज में share भी की। पर यह अमन सच में काफी दिलदार है, एक पैसा भी नहीं लिया। मतलब एक तो एहसान और ऊपर से कोई fees भी नहीं ली। शायद इसीलिए करण को सलमान का हर एक मजाक चुपचाप सहना पड़ता है।
वैसे इस फिल्म का ऑफर ठुकराने वाली उन एक्ट्रेसेस को पछतावा होता भी है या नहीं यह तो पता नहीं, पर Lyrics के दुनिया के popular lyricist जावेद अख्तर को बहुत पछतावा होता है। दरअसल बात यह है कि जब फिल्म की शूटिंग शुरू करने का फैसला किया गया था, तब फिल्म का टाइटल फाइनल नहीं हुआ था। उस वक्त जावेद अख्तर ने “कोई मिल गया” गाना लिखा भी और वो record भी हो गया। उन्हें यह लगा कि शायद यही फिल्म का टाइटल हो सकता है या कुछ और। पर फिर करण ने बताया कि फिल्म का टाइटल कुछ कुछ होता है होने वाला है। अब यह टाइटल जावेद अख्तर को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। उनके हिसाब से यह टाइटल थोड़ासा अजीब और vulgure था। इसीलिए फिर उन्होंने exit लेने का फैसला किया। सच में आज वो यही सोचते है कि, उन्होंने एक ब्लॉकबस्टर फिल्म से exit लेकर बहुत बड़ी गलती की और साथ ही साथ वो अकेले ऐसे शख्स थे जिन्हें वह टाइटल पसंद नहीं आया था, पर आज उसी ने history बनाई है। फिर क्या, जावेद अख्तर के बाद फिल्म के साथ जुड़ गए lyricist समीर, जिन्होंने फिल्म के गाने लिखे।
फिल्म के गाने कंपोज किए जतिन-ललित की जोड़ी ने और इस duo के साथ करन जोहर का यह first collaboration था क्योंकि जाहिर सी बात है यह करण की debut फिल्म थी।
जब फिल्म रिलीज हुई तब बॉलीवुड का best soundtrack के नाम से फिल्म के गाने धूम मचाते रहे। उस साल 80 लाख से ज्यादा music album copies बेची गई, जो कि एक रिकॉर्ड के बराबर था। Indian musicq chart की लिस्ट में यह गाना साल भर शामिल था। फिर साल 1999 में, Malaysian albums chart (RIM) यानी कि Malaysia music organisation के chart में दूसरी पोजीशन हासिल की। इतना ही नहीं बल्कि Sony music Indonesia ने 30,00,000 copies Indonesia में बेच दी। मतलब अब सही मायने में, जावेद अख्तर को पछतावा होता होगा कि उन्होंने यह फिल्म क्यों छोड़ दी।
बस इतना ही नहीं, पर British Broadcasting Corporation (BBC) ने एक poll conduct किया, उसमें फिल्म के soundtrack ने दूसरी position हासिल की क्योंकि पहली position दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे ने अपने नाम कर ली और इस फिल्म के भी म्यूजिक डायरेक्टर थे जतिन-ललित। New Delhi Television Ltd (NDTV) जो एक मीडिया कंपनी है उन्होंने 2012 में फिल्म के soundtrack को पसंदी दी थी।
वैसे इस फिल्म के गाने आपने तेलुगू वर्जन में सुने हैं? वैसे तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ा गाने भले ही समझ में ना आए, पर सुनने में बड़ा मजा आता है। और आपको जानकर हैरानी होगी कि 2002 में Sony Music India ने फिल्म के गाने तेलुगू वर्जन में रिलीज किए थे।
वैसे गानों को कितनी रेटिंग्स मिली इसके बारे में भी हम आपको बताने वाले थे और ऐसा वादा हमने आपको पिछली वीडियो में किया था। चलिए हमारा वादा हम पूरा करते हैं। Planet Bollywood के मुकुल देशपांडे ने फिल्म के soundtrack को 10 में से 8.5 numbers दिए। हालांकि उन्हें फिल्म के सारे गाने पसंद नहीं आए इसीलिए उन्होंने यह rating दी।
उन्होंने कुछ गानों के बारे में काफी जानकारी भी दी। जैसे फिल्म का गाना साजन जी घर आए। मुकुल देशपांडे के मुताबिक जतिन ललित का म्यूजिक हो और शादी वाला गाना ना हो ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में भी उन्होंने मेहंदी लगा के रखना compose किया था और वो भी शादी के लिए ही था। साजन जी घर आए यह गाना गाया है कुमार सानू, अलका याग्निक और कविता कृष्णमूर्ति ने, वही मेहंदी लगा के रखना गाना गाया है उदित नारायण और लता मंगेशकर जी ने। तो मुकुल के मुताबिक उदित और लता मंगेशकर जी ने गाए हुए गाने में वह मजा है जो साजन जी घर आए गाने में कहीं ना कहीं missing है। पर उनके मुताबिक यह फिल्म का बहुत ही लंबा गाना है और जो एक पॉइंट पर आ कर आपको bored कर सकता है।
फिर फिल्म का दूसरा गाना तुझे याद ना मेरी आई, जो राहुल और अंजली का separation दिखाता है, उसे Punjabi folk singer Manpreet Akhtar गाने वाली थी। पर उनकी husky voice की वजह से यह गाना अलका याग्निक और उदित नारायण को सौंपा गया। तो यह sad song मुकुल को कुछ खास पसंद नहीं आया।
Raghupati Raghav यह गाना आपने सुना होगा, पर एक अलग अंदाज में क्योंकि modern अंदाज़ में शंकर महादेव ने इसे present किया था। इसे सुनने के बाद मुकुल का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि इस prayer को ऐसा तड़का लगाने की क्या जरूरत थी। शायद करण को यह गाना कहां पर फिट किया जाए यह समझ नहीं आया होगा।
उनके मुताबिक यह लड़का है दीवाना गाना उन्हें काफी अच्छा लगा क्योंकि राहुल और अंजली की तकरार की एक झलक फिल्म के ट्रेलर में भी देखने को मिली थी, जो कि काफी इंटरेस्टिंग थी।
फिल्म के total 8 गाने थे और उन सभी गानों में अलका याग्निक और उदित नारायण अपनी आवाज दे चुके हैं।
तो चलिए, मतलब मुकुल देशपांडे ने अपनी ओर से हर एक गाने का अच्छा खासा रिव्यू दिया है और जिससे हमें भी बहुत कुछ जानने को मिला।
वैसे अब हम रेटिंग की दुनिया से बाहर आते हैं। फिल्म के गानों की रेटिंग के बारे में तो जान लिया, पर हमें फिल्म के बारे में भी जानना है जो हम अगले blog में आपको बताएंगे और साथ ही फिल्म के locations के बारे में भी बताना बाकी है, तो वह भी शेयर करेंगे।
अब चलते हैं लंदन। अरे मतलब हमारा कहने का मतलब है कि इस फिल्म को सुपर हिट बनाने के लिए करण ने कोई कसर नहीं छोड़ी और फिल्म के डायरेक्टर और costume designer मनीष मल्होत्रा London trip पर चले गए। नहीं नहीं… काम धाम छोड़कर नहीं बल्कि करण जो कि खुद एक costume designer है उनके मुताबिक वह इस फिल्म में unique style को इस तरह present करना चाहते थे, जैसे उनका स्टाइल पॉपुलर हो। वैसे करण की यह London जाने वाली बात यश जोहर को कुछ पसंद नहीं आई क्योंकि उस वक्त बजट का काफी बड़ा प्रॉब्लम था। वो यही सोच रहे थे कि करण बजट का ध्यान रखकर ही पैसे खर्च करें। वैसे आपने फिल्म में देखा ही होगा कि, DKNY और POLO brands के costumes फिल्म में देखने को भी मिल ही चुके हैं। मतलब brands का भी प्रमोशन हुआ और style भी famous हुआ। इतना ही नहीं बल्कि मनीष मल्होत्रा को Shabina Khan ने इस फिल्म के लिए assist किया था।
तो कैसी लगी आपको आज की यह जानकारी? हमें पता है कि आपको काफी मजा आया होगा। पर जानकारी का खजाना अभी बाकी है, जो एक blog में पूरा नहीं होगा। तो मिलेंगे अगले blog में। इंतजार करते रहिएगा।