Hera Pheri 3

Fake story से बिकी fake paintings!

 

हेलेन बेल्ट्राची, Wolfgang Beltracchi की पत्नी ने बताया कि उसे वोल्फगैंग के secret करियर के बारे में उनके relationship के पहले या दूसरे दिन ही पता चल गया था।

 

वो दोनों उस वक्त Wolfgang घर पर थे, तो वहां helen ने 20th century के कई प्रसिद्ध famous artists की paintings को दीवारों पर टंगे हुए देखा। उन्हें देखकर helen ने पुछा कि क्या ये सारी paintings real है?  तो Wolfgang ने कहा कि, वो सारी paintings उसकी हैं। उसने खुद उन्हे बनाया है

और helen ने बिना किसा झिझक के कहा कि , “मतलब तुम नकली paintings बनाते हो?”

तो Wolfgang ने मुस्कुरा कर जवाब दिया,”Exactly!!  ये सब मेरा काम है।’”

 

Wolfgang के illegal business के revelation तुरंत बाद, वोल्फगैंग ने हेलेन को अपना partner बनने के लिए कहा। ये 1992 साल था, और तीन साल के Art Market के ठहराव के बाद, कीमतें फिर से बढ़ रही थीं।  वोल्फगैंग ने मौके का फायदा उठाने की सोचा और कुछ नकली सामान बेचने का फैसला किया। और उसके लिए उसे अपने पुराने साथी शुल्ते-केलिंगहॉस (Schulte Kellinghaus) जिसके साथ पहले business matters की अनबन को हटाकर एक नई शुरूआत करने की जरूरत थी। और क्योंकी Wolfgang के पास अब एक और partner यानी Halen थी, तो उसने पहले अपनी पत्नी से पुछा कि, क्या वो काम करना चाहती है? 

 

Helen अचानक ये सवाल सुनकर समझ नही पाती कि, वो Art scam में क्या काम करना चाहेगी।  इसलिए Helen ने इसके बारे में सोचने के लिए wolfang से कुछ वक्त मांगा और कुछ सोचने के बाद Helen जानती थी कि, वो जो करने वाली थी, वो एक crime था।  लेकिन फिर भी उसने wolfgang को हाँ कर दी। 

 

इसके तुरंत बाद, उसने कोलोन city ( cologne city), जिसे अब Colonia city के नाम से जाना जाता है, उसमें एक high end auction house, लेम्पर्ट्ज़ (Lempertz) को inform किया, कि उसके पास 20th century के Famous french cubist जॉर्जेस वाल्मियर (George Valmier) की बनाई painting बेचने के लिए Available थी। 

 

दीवार पर wolfgang की बनाई painting लटकी हुई थी और Lempertz ने अपने experts को वहां जांच करने के लिए भेज दिया।   Expert ने कुछ मिनटों के लिए painting को देखा, और कहा कि ये painting कमाल की है। और इसके बाद directly उसने पूछा कि Helen उस painting के लिए कितने पैसे चाहती हैं? और दोनों के बीच dutch currency के 20000 की amount की deal हो गई। 

 

हालाकी ये एक मामूली किमत थी, लेकिन जैसे-जैसे art market गर्म हुआ, बेल्ट्राचिस ने Valmier की painting के price में increment देखा, कुछ साल बाद वो painting न्यूयॉर्क में एक auction में $ 1 मिलियन में बिकी।

 

हेलेन को ये dark side में काम करना काफी exciting लग रहा था, और अब वो काम करने के लिए और बेताब हो रही थी। Helen बताती भी है कि,पहली बार, ये एक फिल्म में होने जैसा था। जैसे इसका उस से कोई लेना-देना नहीं था।  वो तो बस एक  Art dealer की acting कर रही थी।

 

Helen को विश्वास नहीं हो रहा था, कि auction house को पागल बनाना कितना आसान था।  आम तौर पर, कोई भी इंसान सोचता होगा कि, ये experts पेंटिंग को study करेंगे और इसके real होने के proofs की तलाश करेंगे। लेकिन असलियत में expert ने Helen से दो या तीन सवाल पूछे और  10 मिनट के अंदर-अंदर वो  expert एक नकली painting की high value helen को दे गई।

 

Helen की excitement fake paintings को बेचकर अमीर लोगो को लूटने से बढती गई और जिसके साथ-साथ उसके तौर तरिके भी upgrade होते चले गए। तीन साल बाद, हेलेन ने Art की दुनिया को एक collection से introduce कराया, जिसका उसने दावा किया कि वो अपने हाल ही में मरे Industrialist दादा, वर्नर जैगर्स (Werner Jaggers) से विरासत में मिली थी। Wermer बेल्जियम में पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने cologne में अपना जीवन बनाया था। 

 

Werner असल में हेलेन के दादा थे, जिसने Second world war के बाद उसकी दादी को छोड़ दिया था। 1992 में 80 साल की उम्र में उनकी मौत से कुछ समय पहले उनके साथ उनकी केवल एक ही छोटी सी मुलाकात हो पाई थी। Helen ने  गैलरी के मालिकों और कलेक्टरों को जो कहानी सुनाई, वो थी कि werner के दोस्तों में से एक था, अल्फ्रेड फ्लेचहाइम ( Alfred Flechtheim),जो 1920 और 30s में एक Famous Jewish Art dealer और कलेक्टर था।  1933 में, एडॉल्फ हिटलर के सत्ता में आने के महीनों बाद, Alfred paris में भाग गए, और नाजियों (Nazis) ने डसेलडोर्फ (Dusseldorf) और बर्लिन में उनकी सारी Art galleries को जब्त कर लिया।  लेकिन इससे ठीक पहले, हेलेन कि कहानी के मुताबिक, Alfred ने werner को अपने कई काम बेच दिए थे और Wermer ने उन paintings को अपनी country वाले घर में कोलोन के पास आइफेल पहाड़ों में छिपा दिया, जो नाज़ी (Nazi) की लूट से safe था।

 

लेकिन अगर अब सच्चाई की बात करें तो, हालांकि Werner और फ Alfred, Cologne में prewar पड़ोसी थे, लेकिन उनके रास्ते कभी भी एक दुसरे से नही मिल पाए थे।

 

Werner, Alfred से 34 साल छोटे थे और Helen की कहानी के हिसाब से जब Werner ने अपनी Aer collection को इकट्ठा किया, तब वो बस अपनी teenage years से बाहर ही निकला होगा। इसके अलावा, हेलेन के अनुसार, Werner साल 1930 में नाज़ी पार्टी का member भी था, जिसकी वजह से ये impossible था कि उसका एक Jewish Art dealer और collecter एक अच्छा दोस्त था।  लेकिन Art world के experts ने इन details पर कभी सवाल ही नहीं उठाया था। 

 

हेलेन ने बताया कि,‌ कैसे उसे on the spot एक Fake story बनानी पडी, जब Christie auction house के experts ने हेनरिक कैंपेंडोंक ( Heinrich Campendonk) की बनाई Girl withSwan के purpose बताने के लिए कहा।

 

Helen के पास इसका जवाब नही था,  लेकिन Werner Jaggers की कहानी चल सकती थी। क्योंकी उसके दादाजी का कोलोन में अपना business था। और Alfred की कोलोन में एक गैलरी थी। Helen के दादाजी क्रेफ़ेल्ड (Krefeld) में रहते थे, और Alfred भी वही रहता था।  इसलिए Helen इन दोनों को जोडकर आसानी से कह सकती थी कि वो सभी एक दुसरे से connected थे और उसकी कहानी को और विश्वास के लायक बनाने के लिए, वोल्फगैंग ने एक black and white तस्वीर बनाई, जिसमें helen की दादी, जोसेफिन जैगर्स को दिखाया गया था।  एक काले रंग की costume और मोतियों की माला पहने हुए, “जोसेफिन” ने “Jagers collection” के सामने pose दिया।  

 

1995 में, Past crimes ने वोल्फगैंग बेल्ट्राची के golden future में खलल डाली। जैसा कि बाद में जर्मन newspaper magazine डेर स्पीगेल (Der spiegel) में रिपोर्ट किया गया था, म्यूनिख (Munich) में एक मोल्ज़ान की Painting के खरीदार द्वारा शुरू की गई एक scientific investigation, में ये बताया गया था कि वो पेंटिंग और दो और paintings, नकली थी। जिनमें से एक, जिसे Linear colour composition कहा जाता है, माना जाता है कि इसे 1920 साल की शुरुआत में paint किया गया था। लेकिन उसमें colous ऐसे use किए गए थे जिनका invention ही 1957 में हुआ था। 

 

पुलिस को doubt था कि बेल्ट्राची और Kellinghaus उन fraud paintings को बेचने में शामिल थे।  लेकिन क्योंकी Limitation law की पांच साल की limit खत्म हो गई थी, तो वो उन्हें केवल investigation में material witness के रूप में बुला सकते थे और वो भी वो investigation जो कि बर्लिन के art dealer पर focused थी, जिसने फर्जी मोल्ज़ाहंस (Molzahns) की sale को संभाला था।  साल 1996 के बीच में, पुलिस Kellinghaus को पूछताछ के लिए लाई और बेल्ट्राची की तलाश भी शुरू कर दी।

 

उस जुलाई में, बेल्ट्राचिस ने अपने घर, जो Viersen में था, उसे अचानक 1.7 million में बेच दिया और। उस पैसे से एक Camper Van खरीद ली, जिसके interior को उन्होने pink colour से repaint किया और स्पेन के लिए निकल पडे। Spain के बाद फिर वो लोग फ्रांस के south में भी गए। 

 

सालो बाद, वोल्फगैंग ने दावा किया कि उसने ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि उस समय Wolfgang और Helen की दो साल की बेटी फ्रांज़िस्का Franziska) बीमार थी और उसे atmosphere बदलने की जरूरत थी। 

जहां सब लोगों का मानना था कि, Beltracchis भाग गए थे, wolfgang ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि वो लोग भागे नही रहे थे। हालाँकि वो बात अलग है कि, उन्होंने अपने Final destination के बारे में शायद ही किसी को inform किया होगा। क्योंकी  Viersen में एक पड़ोसी ने पुलिस को केवल इतना बताया कि Beltracchis दुनिया भर में घूमने गए थे। लेकिन किसी को नही पता की पुरी दुनिया में कहाँ कहाँ वो लोग घुमने जाने वाले थे।  जहां तक ​​जर्मन पुलिस का समझ आ रहा था, वो ये था कि Beltracchis अचानक गायब हो गए थे।

 

तो क्या पकडे जाएंगे Beltracchis? या नही? यह जानने के लिए हमारी next blog का इंतजार करें।

 

पर Golfgang और Helen जैसे criminal जो दुसरे लोगों को पागल बनाने का मजा उठाते है, ऐेसे Smart characters की funny side hera pheri 3 फिल्म में भी देखने को मिल सकती है।

 

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