शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा की फिल्म थी “रब ने बना दी जोड़ी” और आज की कहानी का टाइटल है “x-ray ने मिला दी टोली”। टोली मतलब की gang। किसका gang?अरे वह हमारे पुष्पराज है ना, जो 2021 में आकर चले गए और अब उनका फिर से आने का इरादा है, वही। उन्होंने कहा था ना कि, “पुष्पा नाम सुनके flower समझे क्या? फायर है मैं”, तो यह आग इस तरह से फैल गई है कि, देश के कोने कोने में हर किसी को पुष्पा बनने का बुखार हुआ चढ़ा है।
इस कहानी का जो खुलासा हुआ है वह हुआ है एयरपोर्ट पर। हां, मतलब for a change, अड्डे पर छापा मारना और गाड़ियों को रोकना, mobile trace करना, इतनी मेहनत पुलिस को नहीं करनी पड़ी, एयरपोर्ट पर ही smugglers मिल गए।
लाल चंदन की स्मगलिंग करने वाले यह लोग जा रहे थे Hong Kong। अब छुट्टियां मनाने के लिए जा रहे होते तब ठीक होता, bag में कपड़े लेकर जाते हैं तब भी ठीक होता। पर इनका वहां पर जाने का मकसद कुछ और था और इनकी bags के उपर तो हम थोड़ी देर में आने ही वाले हैं।
तो तीन बंदों का एक gang था और यह लोग काफी देर से लाल चंदन की स्मगलिंग कर रहे थे। फिर उन्होंने प्लान बनाया कि यह Hong Kong जाएंगे लाल चंदन बेचने के लिए। Hong Kong जाने के लिए flight पकड़नी थी। उन्हें एयर इंडिया की flight से सवार होना था। अब इनमें शामिल दो लोग, जिनका नाम है दीपक सिंह और शेखर शर्मा, इन दोनों स्मगलर्स को लेकर बहुत दिनों से पुलिस इन्वेस्टिगेशन कर रही थी, इन पर शक था, पर इन्हे पकड़ पाना मुमकिन नहीं हुआ। फिर पुलिस बस एक ही टारगेट था, इन दोनों को पकड़ना।
तब न खबरीयों के जरिए पुलिस को पता चला कि यह दोनों एयरपोर्ट पर आने वाले हैं। पहले तो यही खबर मिली थी, पर किस एयरपोर्ट पर आने वाले हैं यह कहां पता था। यह दोनों स्मगलर्स इतने शातिर थे कि, इन्होंने हर वक्त Police को और खबरीयों को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। जैसे ही उन्हें लगता था कि पुलिस को खबर लगने वाली है, वह अपना plan change कर देते थे। कभी खबरीयों के बारे में अगर उन्हें कुछ पता चला, तो उन्हें भी गुमराह कर दे देते और अपना अलग रास्ता पकड़ लेते थे। जैसे ही उन्हें शक हुआ कि कोई उनके पीछे हैं, तो फोन पर अलग किसम की बातें करना शुरू कर देते थे, जिसे खबरी irritate होता था कि,यह किससे बात कर रहा है और फिजूल की बातें क्यों कर रहा है। एक तरह से इन स्मगलर्स पर खबरीयों की नहीं, उल्टा खबरीयों ऊपर स्मगलर्स की नजर थी।
यह स्मगलर्स पकड़े ना जाने पर पुलिस को भी काफी डांट खानी पड़ी अपने सीनियर्स की तरफ से क्योंकि दो-तीन लोगों का gang कब आगे जाकर पुष्पा की तरह बड़ा gang बनेगा, इसका कोई भरोसा नहीं था।
ऊपर से आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की जो खबरें आ रही थी स्मगलिंग को लेकर, उससे भी पुलिस वाकिफ थी। पुलिस ने हर बार यह cross check करने की पूरी कोशिश कि, कि यह स्मगलर्स क्या तमिलनाडु से है या आंध्रप्रदेश से हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि, दिल्ली में रहने वाले भी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु की गैंग से कनेक्शन बनाते हो। पर ऐसा तो कुछ दिखाई नहीं दिया।
फिर काफी वक्त इंतजार करने के बाद, पुलिस को पता चला कि दिल्ली एयरपोर्ट पर इन दो स्मगलर्स का आना तय है। अब यह दोनों किसी से मिलने आने वाले हैं, अपना काम करके जाने वाले हैं, बैग एक्सचेंज करने वाले हैं या पैसे लेने वाले हैं, इसका कोई आता पता नहीं था, पर फिर भी पुलिस ने अपना जाल बिछाया।
अब परेशानी की दूसरी बात यह थी कि एयरपोर्ट है यानी कि public place है। आपको तो पता है कितने सारे सेलिब्रिटीज भी वहां पर आते हैं। कोई सेलिब्रिटीज के साथ फोटो खिंचवाने में बिजी है, ऊपर से सेलिब्रिटीज के बॉडीगार्ड उनका एक अलग ही तेवर होता है, वहा बच्चे भी होते हैं। इसके बीच में अगर स्मगलर्स ने कुछ धूम धड़ाका किया, गन का इस्तेमाल किया तो Police की चाल उन पर ही भारी पड़ सकती है।
इसीलिए पुलिस सिविल ड्रेस में वहां पर पहुंची और अलग-अलग जगहों पर खड़ी रही। बिल्कुल उसी तरह जिस तरह से किसी ड्रामा सीरियल में अलग-अलग कैरेक्टर अपना काम करते रहते हैं।
अब यहां पर पूरा सिनेमैटिक ड्रामा देखने को मिलता है। अब जैसे कि पुलिस के पास दोनों स्मगलर्स की फोटोस थी, तो वह अपने साथ फोटो लेकर आए थे और वहां के सिक्योरिटी को, वहां के ऑफिसर्स को उन्होंने यह फोटोस दे दिए और बताया कि, “एयरपोर्ट पर पुलिस का ध्यान है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है। बस दोनों स्मगलर्स जैसे ही आते हैं, सब को एक दूसरे की तरफ इशारा करना है। स्मगलर्स को शक नहीं होना चाहिए क्योंकि एयरपोर्ट पर भीड़ है और काफी जगह है भागने के लिए तो वह हाथ से छूटने नहीं चाहिए”। तो एयरपोर्ट पर सारे लोग इसके लिए मान गए और इस ड्रामा में शामिल हो गए।
फिर यह दोनों वहां पर पहुंचे और इनके प्रोफाइल के मुताबिक इनकी जांच हुई और फिर पुलिस ने इनकी गर्दन पकड़ ली। गर्दन पकड़ ली है तो मुंह भी तो खुलवाना है।
वैसे यह दोनों आए थे इस एटीट्यूड में जैसे कोई बड़ा काम करने आए हो। बड़े-बड़े bags के साथ आए थे। Police को लगा कि, शायद इनका भागने का इरादा होगा। पर इनका भागने का ऐसा कोई इरादा नहीं था। पर इनके bags काफी heavy थे। अब एयरपोर्ट पर इतना heavy सामान कौन लाता है। फिर इनका ट्रॉली का सामान चेक किया गया। X-ray screening हुआ, तब उस बैग में कुछ अलग किस्म की चीजें हैं, यह डाउट तो क्लियर हो गया। बैग को वहां से निकाल कर जांच के लिए ले जाया गया, तब उसमें पॉलिथीन कवर में लपेटे हुए लाल चंदन की लकड़ीया पाई गई। लाल चंदन की लकड़ी में लपेट लपेट कर यह लोग बैग में भरकर देश से बाहर जा रहे थे।
फिर उनसे पूछताछ की गई और उन्होंने बताया कि, इनके साथ एक और मेंबर है जिसका नाम है जितेंद्र अहलावत, जिसके पास भी और bag थी और उसने शिवाजी मेट्रो स्टेशन पर ऐसे bags के साथ check-in किया था। वह भी आगे जाकर इनके साथ एक ही flight में सवार होने वाला था Hong kong के लिए।
इन bags में 127 किलोग्राम लाल चंदन की लकड़ीया थी। Hong Kong में इनका एक बहुत बड़ा कनेक्शन बन चुका था, उसके बारे में उन्होंने पहले तो मुंह नहीं खोला सिर्फ इतना बताया कि वहां पर जाकर एक आदमी को यह सब कुछ देने वाले थे और फिर इन्हें उनके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाने वाले थे। इससे ज्यादा उन्हें कुछ भी नहीं पता। अब Police को यह लगता है कि, शायद इन्हें मोहरा बनाया गया हो, इस खेल में और बहुत से लोग शामिल है जो लाल चंदन की स्मगलिंग करवाते हैं, फिर उसे अपने कब्जे में लेते हैं और ज्यादा पैसों में बेच देते हैं।
अब जैसे कि हमने आपको बताया कि Hong Kong में कनेक्शन रखने वाले सिर्फ यह तीन लोग नहीं है, बहुत सारे लोग हैं, बिल्कुल इसी तरह की एक दूसरी केस पकड़ी हुई, वह भी दिल्ली एयरपोर्ट पर।
अंकित और विशाल कुमार,यह दो स्मगलर्स इसी तरह से bags pack करके Hong Kong जा रहे थे, पर जब चेकिंग के दौरान पता चला कि bags में 43 किलोग्राम की लाल चंदन की लकड़ियां मौजूद है। वह तो CISF यानी कि Central Industrial Security Force ने इन्हें पकड़ लिया। CISF ने इनसे documents भी मांगे पर इनके पास लाल चंदन से जुड़े कोई भी documents नहीं थे। फिर क्या, इन दोनों को और ऊपर जो तीन लोग हैं इन्हें पकड़ लिया गया और आगे की जांच के लिए भेज दिया गया।
वैसे सच कहे तो यह सब मोहरे हैं। पैसों के लिए यह लोग काम करते हैं और उन्हें मजा आता है। पर बैग में लाल चंदन भर के ले जाएंगे और पुलिस को पता ही नहीं चलेगा, यह इनका oversmart बर्ताव मार खा गया।
जैसे एक मां की नजर हमेशा अपने बच्चों पर होती है, उसी तरह पुलिस की नजर हमेशा चोरों पर होती है। पर चोर अपने बाप(पुलिस) के भी बाप बनने की कोशिश करते हैं।
वैसे ट्रॉली बैग में लाल चंदन की लकड़ीया छुपा कर ले जाने का जैसे मान बीच में ट्रेंड ही चल रहा था क्योंकि यह दोनों दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई cases है, और इसी तरह से एक ऐसा case हुआ था, जिसमें स्मगलर्स दिल्ली से विशाखापट्टनम जाकर लकड़ियां बेचने का काम कर रहे थे।
अब लाल चंदन एक ऐसी चीज है जो दिखने में जितनी cool होता है, उतनी luxurious चीजें बनवाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है , जैसे luxurious फर्नीचर,फिर दवाइयों के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। इसे इंटरनेशनल मार्केट में काफी डिमांड है।
तो यह थी ट्रेंडिंग #Trolley Bag Smuggling। अल्लू अर्जुन की आने वाली पुष्पा 2 में यह ट्रेंड काफी सूट करेगा। देखते हैं कि डायरेक्टर सुकुमार इस ट्रेंड के बारे में सोचते भी है या नहीं।