टाइटल देखकर आपको लग रहा होगा कि, एक्शन देखकर critics की हंसी क्यों निकली होगी। दरअसल इस फिल्म में सिर्फ एक्शन ही एक्शन था, इसलिए क्रिटिक की हंसी नहीं बल्कि उनका सर चकरा गया। क्योंकि एक्शन के साथ फिल्म में एक और चीज की जरूरत थी जिसे डायरेक्टर और writer भूल ही गए और वो है लॉजिक। EXAM में आपको जब 3.08/10 इस तरह के मार्क्स मिलते हैं, तब कोई आप को शाबाशी देता है या फिर फटकार लगाता है? यह भी कोई पूछने की बात है, जोरदार फटकार ही तो लगाता हैं, तो क्रिटिक ने भी वही किया, क्योंकि फटकार लगाना उनकी hobby है।
अब इस फिल्म में हमें प्रभास नजर आए। अब प्रभास के लिए लोग कितने crazy हैं यह तो सब जानते हैं और प्लस बॉलीवुड की ब्यूटी क्वीन श्रद्धा कपूर भी नजर आई। इनकी जोड़ी को देखकर इनके Die Hard fans उनसे और भी ज्यादा प्यार करने लगे। पर साहो के दौरान सब ने इन्हें सर पर चढ़ा लिया था, मतलब फिल्म को और फिल्म काम नहीं कर पाई। जाहिर सी बात है, जब हम बिरयानी के सपने देखते हैं और हमें सीधी-सादी खिचड़ी मिलती है, तब थोड़ा सा दुख तो होता है। पैसे भी waste और मूड भी खराब।
वैसे अनुपमा चोपड़ा जो एक फिल्म क्रिटिक है, डायरेक्टर है उन्होंने कहा कि, “साहो देखने के लिए हम पॉपकॉर्न लेकर theatre के अंदर जाते हैं, तब कुछ अलग एक्सपेक्ट करते हैं। पर पूरी फिल्म में लॉजिक की कमी होती है, अच्छा डायरेक्शन नहीं होता, सिर्फ प्रभास और श्रद्धा जैसे बड़े stars के दम पर फिल्म को सक्सेसफुल बनाने की कोशिश होती है, तब पॉपकॉर्न के पैसे waste ही हो जाते हैं। फिल्म में सिर्फ एक्शन पर ज्यादा फोकस किया गया, उसके लिए तामझाम किया गया, सेट बनाए गए और बजेट तो 350 करोड़ का था, इससे अच्छा अगर थोड़ा सा कहानी पर ध्यान देते, तो कुछ मतलब बनता”।
India today की Lakshana N Palat ने दो शब्दों में फिल्म को लेकर कहा,” Saaho disaster”। अब यह सुनकर बुरा लगता है, fans को हर्ट होता है, पर यह प्रभास के लिए, श्रद्धा के लिए या किसी और के लिए नहीं है बल्कि मेकर्स के लिए है, जो सिर्फ एक्शन सीक्वेंस के ऊपर ध्यान देते हैं, ना कि character development पर। इसीलिए उन्होंने 5 में से 1.5 रेटिंग दी।
चलिए थोड़ा रेटिंग से बाहर आते हैं और बढ़ते हैं म्यूजिक कंपोजर की ओर। young composer Ghibran ने शंकर एहसान लॉय को रिप्लेस किया। अब शंकर एहसान लॉय कितना बड़ा नाम है यह तो हम जानते हैं। शंकर एहसान लॉय इस फिल्म से बाहर हो गए क्योंकि वह कंफर्टेबल नहीं थे। फिर फिल्म के डायरेक्टर सुजीथ ने Ghibran को यह काम दे दिया। Ghibran ने सुजीथ की डेब्यू फिल्म Run Raja Run के लिए भी काम किया था। तो उन्होंने background score for the promo clip Shades of Saaho Chapter 2 का काम अपने नाम किया। वैसे सुजीथ ने background score के साथ-साथ दो और गाने भी कंपोज करने के लिए कहा था, पर फिर Ghibran ने यही कहा कि, background score पर काम करने के लिए ही बहुत ज्यादा टाइम लगेगा, तो वो सिर्फ उसी पर ही फोकस करेंगे।
अब पहली फिल्म को चाहे कितना भी criticism क्यों ना मिला हो, पर ऑडियंस इस फिल्म के सीक्वेल के लिए इंतजार कर रही है और सुजीथ सीक्वेल ला भी रहे हैं। तो देखते हैं कि, अब साहो 2 हमें कैसे इंप्रेस करती हैं। वैसे आप इंतजार कर रहे हैं ना?