जेम्स वारेन जोन्स (James Warren Jones) एक American Preacher यानी Church में धार्मिक speech देकर लोगो को influence करने वाला, एक Political activist और एक Murderer था। उन्होंने 1955 और 1978 के बीच एक नए धार्मिक आंदोलन, ‘People Temples’ को Lead किया, जिसे उन्होंने “क्रांतिकारी आत्महत्या” कहा। जोन्स और उनके inner circle के members ने जॉनस्टाउन (Jonestown) के जंगल में एक Mass Murder-Suicide को organise किया।
Jones ने अपने followers के सामने खुद को सैन फ्रांसिस्को में बने इस people temples group का मसीहा declare किया था। उन्होंने End में अपने सभी Followers को एक सामूहिक आत्महत्या के लिए inspire किया, जिसमें 900 से ज्यादा लोग मारे गए और इसे जॉनस्टाउन नरसंहार यानी Jonestown Massacre के रूप में जाना जाने लगा।
एक छोटे बच्चे के रूप में, जोन्स एक regular church में जाने वाले व्यक्ति बन गए, और Butler university से graduate होने के बाद, उसने church ministry में enter करने का फैसला किया। 1950 और 60s मे, इंडियाना में, जोन्स ने एक Charismatic churchman के रूप में जाना जाने लगा, जिसने दावा किया कि उसके पास मानसिक शक्तियां, यानी Psychic powers हैं, जैसे कि भविष्य की भविष्यवाणी करने की capability और बीमार लोगों को magically ठीक करना।
Jones उस वक्त Racial integration का एक Vocal supporter था, एक ऐसी position जो चर्च के कुछ elders के बीच चलती थी। 1955 में उन्होंने Wings of deliverance (विंग्स ऑफ डिलीवरेंस), एक Christian चर्च को बनाया, जिसे End में ‘Peoples Temple’ के नाम से जाना जाने लगा।
इस समय के दौरान jones को बेघरों के साथ उनके काम के लिए जाना जाता था, और 1960s की शुरुआत में उन्होंने इंडियानापोलिस के human right commission के director के रूप में भी काम किया। परमाणु युद्ध याना Nuclear War के डर से, जोन्स ने 1965 में अपने चर्च को उत्तरी कैलिफोर्निया में transfer कर दिया,और फिर 1971 में सैन फ्रांसिस्को में बस गए।
इस कदम के बाद, जोन्स, ने अपना थुद का ‘ The Prophet’ नाम, यानी भगवान का Message सब लोगो तक पहुचाने वाला,रखा। और वो clearly powers के use से obsessed होने लगा था।
जल्द ही, उसे कई आरोपों का सामना करना पड़ा, जिनमें से Specially ये है कि उनके Followers का Group के Members यानी Religious group के members की income को illegally वो अपने खुद के इस्तेमाल में ले रहे थे। बढ़ते आरोपों के बीच, जोन्स और उनके सैकड़ों followers गुयाना (Guyana) चले गए और वहाँ जाकर जॉनस्टाउन नाम का एक Agriculture group को Establish किया।
और इस Group का Ruler होने के नाते, जोन्स ने लोगो के पासपोर्ट और उनके लाखों डॉलर जब्त कर लिए और अपने followers को ब्लैकमेल, पिटाई और मौत की धमकी देकर उन्हें Manipulate किया। उन्होंने एक ritual Mass Suicide के लिए एक Rehearsal session भी organise किया।
14 नवंबर, 1978 को, कैलिफोर्निया के अमेरिकी representative Leo Ryan (लियो रयान) journalists के एक group और उन सब followers के रिश्तेदारों के साथ गुयाना पहुंचे, ताकि उसके दुर्व्यवहारों की unofficial investigation की जा सके।
चार दिन बाद, रयान की team और people temples group के 14 defectors ने जॉनस्टाउन से बाहर जाने के लिए तैयार हो गए तो, जोन्स को षे बात अच्छी नही लगी। और उसने पूरे group की हत्या करने का आदेश दिया। हालांकि, सिर्फ रयान और तीन journalists मारे गए थे।
लेकिन Jones को यो डर था कि, जो। लोग बच कर भाग गए थे वो authorities को वहाँ आसानी से ला सकते हैं, इसलिए जोन्स ने अपने Suicide plan को आगो बढाया।
18 नवंबर को उसने अपने सभी Followers को इकट्ठा किया और सबको (Cyanide) साइनाइड-मिलावटी पानी पीने का order दिया। एक order जिसका majority लोगो ने बिना किसी हिचकिचाहट के पालन किया।
औक 900 से भी ज्यादा लोगो ने एक साथ आत्महत्या कर ली। लेकिव Jones ने खुद वो drink नही पी थी।
बाद में जोन्स की dead Body मिली, जिसमें उसके सर पर एक बंदूक की गोली के घाव था, माना जाता है कि या तो Jones ने भी आत्महत्या की होगी या फिर किसी और ने उससे बदला लोने के लिए उसका murder किया होगा।
गुयाना की Force अगले दिन जॉनस्टाउन पहुंची, और मरने वालों की संख्या 913 हो गई, जिसमें 18 वर्ष से कम उम्र के 304 भी शामिल थे।
Jones जिसने अपनी धार्मिकता का गलत फायदा उठाकर लोगो को suicide करने के लिए उकसाया, ऐसा Character हमें Main Villain यानी खलनायक के रूप में Khalnayak 2 movie में देखने को मिल सकता है।