आपने कभी किसी क्रिमिनल की फैन फॉलोइंग बढ़ते हुए देखी है? यह एक ऐसा क्रिमिनल था जिसके ड्रेसिंग स्टाइल पर जवान लड़के फिदा होते थे और उसे फॉलो करते थे। और उस गैंगस्टर का नाम है दुर्लभ कश्यप।
दुर्लभ का जन्म उज्जैन के जिले जीवाजीगंज के अब्दुल्लापूरा में 8 नवंबर 2000 में हुआ।
दुर्लभ की मां टीचर थी और वो अपनी मां के साथ ही उज्जैन में रहता था। वह अपने मां के करीब था और उसके पिता इंदौर में रहते थे। उसे बिल्लियां बहुत पसंद थी। यह सब सुनकर आपको लग रहा होगा कि कितना सीधा-साधा बच्चा है, पर नहीं। यह सीधा-साधा बच्चा धीरे-धीरे करके हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें डालता रहा, लोगों को धमकाता रहा और पता नहीं इससे उसे कौन सी किक मिलती थी।
टीनएज में ही उसे क्राइम्स करने का शौक चढ़ा। वह अपने फेसबुक अकाउंट पर तस्वीरें डालकर youth को attract करता था। जैसे-जैसे उसे पता चला कि, लोग उसे फॉलो कर रहे हैं वह अपना craze बढ़ाता गया। वो प्रमोशन भी करता था, यह कहकर कि, “अगर किसी का काम निपटाना है तो contact करें”। अब यह कहीं से भी आपको सीधा-साधा बच्चा लग रहा है?
यही नही आगे आगे तो दुर्लभ कश्यप गैंग बन गई और यह एक कॉरपोरेट कंपनी की तरह काम करने लगी। इंटरेस्टिंग बात यह है कि, कॉरपोरेट कंपनी की तरह इनका ड्रेसकोड था। जी हां, माथे पर लाल तिलक, हाथ में काला गमछा, आंखों में सुरमा यह इनका ड्रेसकोड था। और इतना ही नहीं बल्कि क्राइम करने से पहले महाकाल का नाम लेना यह इस गैंग की पहचान बन चुकी थी। अगर आप दुर्लभ की फोटो देखोगे तो हैरान हो जाओगे। सिर पर छोटे से बाल, क्राइम का नशा करने वाली आंखें, काली कुर्ती,यह उसका style था और यह style लोगों को attract करता था। अब इस तरह से अगर वह youth को अपनी ओर खींचता रहेगा, तो लड़के लड़कियों की जवानी इस बेकार कामों में ही चली जाएगी।
फिर जैसे-जैसे Police तक इनकी खबरें पहुंची, पुलिस ने इन्हें उठाना शुरू कर दिया। साल 2018 में एक दिन 23 साथियों के साथ दुर्लभ को भी पुलिस ने उठाया। पर कम उम्र होने की वजह से उसे बालसुधार गृह में डाला गया। फिर 2019 को उसे इंदौर भेजा गया और वह जैसे ही थोड़ा बड़ा हुआ, पुलिस ने उस पर कार्रवाई शुरू की। पर पुलिस से डरकर वो उज्जैन में ही 1 साल से ज्यादा भैरवगढ़ जेल में छुप कर बैठा रहा।
जब उज्जैन के एसपी उससे मिलने गए, तब जेल में उसे देखने के बाद उन्होंने यही कहा,” तुम जेल में ही सेफ हो। तुम्हारी उम्र के बच्चे मुझे आगे क्या करना है इसके बारे में सोचते हैं और तुम क्राइम का नशा कर रहे हो। लाइफ में क्या करना है अगर यह समझ नहीं आ रहा था तो अपने मां बाप से पूछ लेते। अब यहां से बाहर निकलोगे तो कोई ना कोई तुम्हें मार ही देगा क्योंकि 18 साल की उम्र में तुमने 9 क्राइम्स किए हैं”।
दुर्लभ इतना खतरनाक था कि वह जेल में रहकर भी अपना gang चलाता रहा।
फिर 2020 में जब कोरोनावायरसएक मेहमान बन कर आया और जाने का नाम ही नहीं ले रहा था, तब दुर्लभ की रिहाई हुई। फिर वह उज्जैन चला गया अपने मां के पास, पर उसके सर से क्राइम का भूत उतरा नहीं था, वह फिर से एक्टिव हुआ।
पर उस बंदे को क्या पता था कि वह जिन ख्वाबों की दुनिया में जी रहा है, वहां से उसे बाहर निकालने के लिए लोग इंतजार कर रहे हैं। जी हां, 2020 में ही कुछ लोगों ने उसे मारने का प्लान बनाया।
दरअसल हुआ यह कि वो उज्जैन में एक चाय की दुकान था। फिर सामने खड़े शहनवाज नाम के एक लड़के से उसका झगड़ा हुआ। झगड़ा इतना बढ़ा की दुर्लभ ने अपने गन निकाली और गोली मार दी, पर शहनवाज बच गया और गोली उसके कान से पास हो कर चली गई। यह देखकर शहनवाज के साथी एक साथ आए, उन्होंने दुर्लभ को घेर लिया और उसके पेट में चाकू मार दिया।
उसकी मौत के बाद उज्जैन में एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में दुर्लभ कश्यप गैंग के लोग इंसास राइफल लहरा रहे थे। यह राइफल पैरामिलिट्री फोर्स को दी जाती है। ऐसे में सवाल य था कि, इस गैंग के पास यह हथियार कहां से आए? साथ ही एक सस्पेंडेड पुलिसकर्मी भी दिख रहा था। उज्जैन पुलिस वीडियो सामने आने के बाद हैरान हो गई। साथ ही यह सवाल था कि, क्या दुर्लभ कश्यप गैंग उज्जैन में फिर से एक्टिव हो गया? क्या ये लोग कुछ प्लान कर रहे है? अब उज्जैन पुलिस कैसे इन चीजों से निपटती है यह एक बहुत बड़ा सवाल है।
तो एक छोटा सा लड़का गैंगस्टर बन गया और और छोटा क्रिमिनल कब बड़ा होकर पूरे शहर पर राज करता है, पता नहीं चलता। ऐसा ही गैंगस्टर ड्रामा हमें सालार फिल्म में देखने को मिलने वाला है, जहां पर gang leaders में टशन होगा। जिसमें हमें actor प्रभास और पृथ्वीराज सुकुमारन सामने दिखाई देने वाले हैं। तो हो सकता है कि, ऐसा कोई कैरक्टर फिल्म में भी नजर आए या उससे inspired हो।