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हमारी लव स्टोरी का हीरो कोई आदमी नहीं बल्कि हमारा मुख्य किरदार एक साइकिल है। इसी साइकिल की बदौलत यह प्यारी सी लव स्टोरी मुकम्मल हो पाई। मिलिए इनसे, इनका नाम है प्रदुम कुमार महानंदिया, जिनका जन्म साल 1949 में उड़ीसा के बुनकर दलित परिवार में हुआ था। दोस्तों जैसा की आप सभी जानते हैं की भारत में दलितों को लेकर स्थिति अब भी पूरी तरह से सुधर नहीं पाई है, मगर उस दौरान तो यह मानो की सी गलती जैसा था बचपन से ही प्रद्युम्न को कई तरह की यातनाएं और उत्पीड़न झेलने पड़े थे, उन्हें स्कूल में बाकी बच्चों से अलग बिठाया जाता, इतना ही नहीं समाज के ही कुछ शरारती तत्व उनके घर पर पत्थर फेंका करते, मगर अपनी इन परिस्थितियों को प्रद्युम्न ने कभी भी खुद पर हावी नहीं होने दिया, नई-नई चीजें सीखने और कुछ कर दिखाने का जज्बा उनके अंदर हमेशा से ही था। कहते हैं की बचपन से ही प्रद्युम्न को arts में काफी दिलचस्पी थी और वह ललित कला की पढ़ाई करना चाहते थे, मगर पैसों की कमी उनकी राहों में कांटा बन गई, जिसके चलते अच्छे कॉलेज में सिलेक्शन होने के बावजूद एडमिशन नहीं ले पाए, मगर कहते हैं ना की अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो वह ज्यादा समय तक आपसे दूर नहीं रह पाती। प्रद्युम्न की काबिलियत को देखते हुए उड़ीसा सरकार उनकी मदद के लिए आगे आईं और 1971 में उन्हें दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स में पढ़ाई करने का मौका मिला, लेकिन हमारे साइकिल मैन की कहानी इतनी सीधी कैसे हो हो सकती है, दिल्ली जाकर भी उनकी दिक्कत खत्म नहीं हुई, कॉलेज में एडमिशन मिल गया था, मगर रहने के लिए घर कहां था, ऐसे में उन्हें अक्सर फुटपाथ पर सोना पढ़ाता था और पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़ता, लेकिन हर कदम पर उनकी कला उनके साथ थी। कॉलेज के बाद शाम को वो दिल्ली के कनॉट प्लेस पर लोगों के पोट्रेट बनाया करते जिससे उन्हें कुछ पैसे मिल जाया करते थे। रोज की तरह एक दिन प्रद्युम्न जब कनॉट प्लेस पर बैठे हुए थे, उनके सामने कार आकर रुकी, जिस की पिछली सीट पर विदेशी महिला बैठी हुई थी। उन्होंने प्रद्युम्न को अपना पोट्रेट बनाने के लिए कहा, बिना कुछ पूछे उन्हें जल्दी से बना कर दे दिया। उसको देख वह महिलाएं इतनी इंप्रेस हो गईं के उन्होंन प्रद्युमन से मिलने आने को कहा। अगले दिन प्रद्युम्न उनसे मिलने पहुंचे और उन्हें पता चला की वह महिला कोई और नहीं, बल्कि रूस velantina tereshkova थी, जो दुनिया की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री है. पापुलैरिटी की तरफ तो यह प्रद्युम्न का बस यह पहला कदम था. एक दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के sachiv उनके पास आए और उनसे इंदिरा जी का पोट्रेट बनाने को कहा. प्रद्युम्न के बनाए portrait को देख सभी इतना खुश हुए की उसके बाद से दिल्ली सरकार का रवैया उनके प्रति बदल गया, तब तक प्रद्युम्न काफी मुश्किल हालातों से गुजर रहे थे, मगर फिर सरकार ने उन्हें कुछ जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाने का फैसला लिया, उन्हें देर रात तक काम करने के लिए बंदोबस्त किया गया, इसके बाद से वो भी दिन रात एक कर के मेहनत करने लगे, मगर शायद उन्हें भी इस बात का अंदाजा नहीं था की कनॉट प्लेस के कोने में बैठे बैठे उनकी जिंदगी बदलने वाली है। यह किस्सा साल 1975 का है जब चारलोट बन schedvin नाम की एक student मशहूर hippie trail को फॉलो करते हुए 22 दिन के टूर पर india आई थी। जब वह कनॉट प्लेस घूमने के लिए गई और उसने प्रद्युम्न को देखा और उसका पोट्रेट बनाने के लिए कहा। फिर वही हुआ जिसे हम सभी कहते हैं love at first sight, schedvin को देख वो इतने नर्वस हो गए कि वह schedvin का पोट्रेट बना ही नहीं पाए और उनसे कल फिर से आने के लिए कहा, अगले दिन उन्होने schedvin को पोट्रेट बनाकर दे दिया। लेकिन इसके बाद schedvin उनसे मिलने लगातार आती रही और दोनों के बीच गहरी दोस्ती और फिर एक अच्छा कनेक्शन बनने लगा। दोस्तो किसी भी लव स्टोरी में दो प्यार करने वाले कभी ना कभी मिलेगे ये तो तय होता है, लेकिन वो दिन कौन सा होगा और कब आएगा ये किसी को पता नहीं होता, प्रद्युम्न का केस थोड़ा अलग था, दरअसल उनके पिता प्रोफेशन से पोस्ट मास्टर होने के साथ-साथ ज्योतिष की भी काफी अच्छी समझ रखते थे। उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी की प्रद्युम्न की शादी दूसरे देश की कृषि वृषभ राशि वाली 1 म्यूजिशन लड़की से होगी जो एक जंगल की मालकिन भी होगी। schedvin से मिलने के बाद प्रद्युम्न को अपने पिता की भविष्यवाणी याद आई और मजे की बात तो यह है की जब उन्होंने यह बात schedvin को बताई तो उन्होंने कहा कि हां, में एक म्यूजिशियन हूं और मेरा जोडियक साइन भी टॉरस ही है और तो और schedvin वाकई में एक बड़े जंगल की मालकिन भी थी। यह बात करने के बाद प्रद्युम्न को यकीन हो गया की यही वह लड़की है जिसके साथ उनकी शादी होने वाली है, धीरे-धीरे दोनों में प्यार बढ़ता गया और फिर उन्होंने ट्राइबल रीति-रिवाजों से शादी कर ली।
अब इसके आगे की स्टोरी में आपको नेक्स्ट वीडियो में बताऊंगा।
To be continued…
DIVANSHU