जादू और पुष्पा नाम के पति पत्नी अपने घर में सो रहे थे तभी उन्हें किसी चीज के गिरने की आहट सुनाई देती है और वो दोनो झट से जाग जाते है। – पुष्पा के बार-बार कहने पर सोनू तार कमरे से बाहर निकल कर देखता है तभी उसे एक आदमी की परछाई दिखाई देती है । आवाज सुनते ही वह आदमी भागने लगता है सोनू उसका पीछा करता है पुष्पा भी सोने के पीछे पीछे पीछे भागती है और तभी वह देखते हैं कि वह आदमी नदी के ऊपर चले लगता है अचानक चलते-चलते गायब हो जाता है वह दोनों अपने आप पर यकीन नहीं कर पाते।
दोनों ही जानती थी कि नदी बहुत गहरी है।दोनों ने उसे जादुई चोर का नाम दिया अगले दिन देखते ही देखते पूरे गांव में जादुई चोर की चर्चा होने लगी। गांव के प्रधान ने सब गांव वालों को और भी सदा चौकन्ना रहने की नसीहत दी। पर अगले दिन रमेश नाम के एक आदमी के घर चोर आता है और चोरी कर जाता है। चोर चोरी करके खिड़की से भागी रहा होता है कि रमेश की नींद खुल जाती है और वह हल्ला मचाने लगता है तभी सब गांव वाले आकर चोर को पकड़ने की कोशिश करते हैं पर चोर फिर से नदी के ऊपर चलकर गायब हो जाता है। अगले दिन सभी गांव वालों एक साथ एक तांत्रिक के पास जाते हैं और उसे पूरी बात बताते हैं।
तांत्रिक ने गांव वालों से मोटी रकम की मांग की पर गांव वाले इतनी सारी छोरियों के सामने यह रकम देने को तैयार हो गए सब लुट जाने से उन्हें यही बेहतर लगा।
कुछ दिनों बाद तांत्रिक उस नदी के पास बैठकर कुछ यज्ञ करता है और गांव वालों को विश्वास दिलाता है क्या वह चौर नदी पर नहीं चल पाएगा। इसके बाद वे सभी गांव वालों को एक घुट्टी देता है जिसे वह सब को पीने के लिए कहता है यह कहता है कि यह हर व्यक्ति को पीना है ताकि चोर की शक्ति कम हो जाए। पर उसी रात मैं चोर पर आता है और इस पर 10 घरों में चोरी करके चला जाता है। यह सब जब सुबह गांव वालों को पता चलता है तो वह मिलकर फिर तांत्रिक के पास जाते हैं।
इस बार बाबा ने उनसे कहा कि उसे एक अखंड हवन करना पड़ेगा ताकि उस चोर को काबू में किया जा सके उसने फिर एक पर्ची बनाकर सारा सामान गांव वालों को लाने के लिए कहा। वह फिर नदी के सामने बैठकर या की करता है और फिर सभी गांव वालों को कहता है कि बेफिक्र होकर सो जाएं। पर इस बार रंजन नाम का नाई जागता रहता है। चोट फिर गांव में घुस जाता है और एक घर से चोरी करके भाग गिरा होता है तभी रंजन की नजर उस पर पड़ जाती है रंजन उसके पीछे पीछे भागने लगता है कि तभी चोर फिर से नदी पर चलने लगता है रंजन दिल पक्का कर कर उस चोर के पीछे पीछे भागने लगता है तभी उस पर देखता है कि वह भी नदी पर चल पा रहा है थोड़ी दूर जाकर चोर नदी में डुबकी लगा देता है उसके पीछे पीछे रंजन में डुबकी लगा देता है इसके बाद रंजन पानी में देखता है कि एक गुफा में चोर घुस रहा है। चोर का पीछा करने के बाद रंजन देखता है कि चोर गुफा से निकलकर अपने साथी से सामान बांटने की बातें कर रहा होता है । यह साथी कोई और नहीं वही तांत्रिक बाबा था। अगले दिन रंजन गांव वालों के साथ तांत्रिक को पुलिस के हवाले करता है और उसका साथी भी पकड़ा जाता है।
ऐसे ही con artist की कहानी होने वाली है बड़े मियां छोटे मियां 2
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