जापान के Amori गांव में रहने वाला Yoshira Tamamori 1936 तक एक normal जिंदगी जी रहा था। 1936 में Yoshira पर कल का इल्जाम लगाया जाता है और जेल तक पहुंचने से पहले ही उस पर कई यातनाएं दी जाती हैं। इसके अलावा वकील भी उसके लिए सजा-ए-मौत की दलीलें दे रहे थे । Yoshira को लगा था कि उसको इस बार सजा-ए-मौत मिलती रहेगी।
मुकदमे का फैसला भी नहीं आया था कि Yoshira ने तय किया कि वह जेल तोड़कर भाग जाएगा। उसे 6 महीने बड़ी गहराई से हर घाट के patrolling का समय देखा। उसे समझ आ गया था कि इस जेल में हर 15 मिनट में patrolling होती है तो उसके पास भागने के लिए केवल 15 मिनट ही थे। इन 15 मिनट में ना उसे केवल अपने साल का दरवाजा खोलना था बल्कि 6 और दरवाजों से निकलना था। उसने बाल्टी के handle के तारों कोई खट्टा करना शुरू किया और उनसे पहले अपनी cell का दरवाजा तोड़ा और उसके बाद जेल के सभी दरवाजे तोड़कर भाग गया ।
पर उसकी आजादी केवल 3 दिन तक है ही इसके बाद है पास के हॉस्पिटल में पकड़ा गया। इस बार यूसी काको जेल तोड़ने और कत्ल की उम्र कैद सजा सुना दी जाती है इसके बाद उसे अकीदा सेंट्रल जेल भेज दिया जाता है। यहां से 6 साल का वक्त बिताया। इस बार यूशीरा कोई कैसे जेल में रखा गया जिस की दीवारें बहुत ऊंची थी और पूरे कमरे में केवल एक छोटी सी जाली थी। इस जेल में उसे टॉर्चर भी किया जाता और ठंड में कपड़े भी नहीं दिए जाते थे। सिराको हर समय हथकड़ी पहनाकर रखा जाता और सूरज की रोशनी की उसके कमरे में नहीं आती थी। एक सनसनती की ठंड की रात में जब एक guard Yoshira के cell के सामने से गुजरता है तो देख कर हैरान हो जाता है कि वहां पर कोई नहीं था। दरअसल Yoshira ने अपनी हथकड़ियां हाथों से तोड़ दी थी। और जब guard patrolling कर रहे होते उस समय जब इस पर किसी की नजर नहीं होती तो अपनी हथकड़ियां खोलकर रोज दीवार पर चढ़ने की practice कर रहा था। और एक रात वह छिपकली की तरह दीवार पर चढ़ा और भाग निकला।
पर तीन महीने बाद Yoshira ने खुद ही surrender कर दिया उसकी यह मांग थी कि वह जेल authorities के सामने surrender कर देगा पर स्टेट पर की जेल में कैदियों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाएगा।
इसके बाद उसकी उम्र कैद में 3 साल की सजा और जोड़ दी गई और उसे जापान के Hokkaido जेल में भेज दिया गया।
जेल का record था कि यहां से कोई भी चोर कभी भाग नहीं पाया। जिसने भी कोशिश की वह मारा गया और जेल authorities Yoshira से खुन्नस खाए हुए थे । एक बार उन्होंने Yoshira को इतना मारा कि उसने गुस्से में अपने हाथों से ही अपनी हथकड़ियां तोड़ दी । जब उन लोगों को यह समझ आया कि यह कभी भी हथकड़ियां तोड़कर भाग सकता है तो उसके लिए specially 20 kg की हथकड़ियां मंगवाई गई। पर Yoshira ने नहीं मानी। उसने रोज अब खुद को दिए जाने वाले Soup का कुछ हिस्सा हथकड़ी के joints पर डालने की शुरुआत की 6 महीने की मशक्कत के बाद हथकड़ी के Joints ढीले पड़ गए उन में जंग लग गई थी और एक रात सही मौका देखकर यूशीरा हथकड़ियां तोड़कर भाग निकला।
और इस बार पुलिस उसे वापस पकड़ न पाई।
ऐसे ही thugs की कहानी होने वाली है Bhola।
Ab jaate jaate aapko aapki fayda ki baat btaana chahti hu , toh agar aap bhi cinema ki duniya se judna chahte hai aur kaam karna chahte hai toh description box mei diye gye job link par click kare aur iss opportunity ka zarur fayda uthaye.
Apoorva