Laila khalid का जन्म फिलिस्तीन के हाइफा शहर मे हुआ। पर पांच साल की उम्र में ही उसका परिवार दंगे फसाद से बचने के लिए लीबिया पलायन कर गया। यह उसने अपने बचपन के दस साल बिताए। 15 साल की उम्र तक उसे समझ आने लगा था की फिलिस्तीन ली आजादी की लड़ाई उसकी अपनी लड़ाई है और उसके जीवन का ये ही मकसद है।
इसके बाद उसने Popular Front of philestien को join किया। ये आतंकी संगठन नौजवानों को training देती थी। लैला ने भी यह training ली। आखिर कार इस आतंकी संगठन ने लैला का इस्तेमाल एक israeli plane को hijack कर अपने कुछ साथियों को छुड़वाने के लिए लिया। इसके लिए दो team बनी।
29 अगस्त1969 को जो plane Rome से israel जा रहा था उसके लैला board करती है। उसकी और उसके साथ की seat first class मे booked थी ताकि pilot तक पहुंचने मे उसे कोई दिक्कत ना हो। लैला के पास दो hand grenade थे और एक pistol. इसके बाद मौका देखते ही लैला प्लेन को अपने कब्जे में कर लेती है और pilot से कहती है कि प्लेन को इजरायल की तरफ मोड़ ले। उसने granade की पिन भी निकाल दी थी और अब उस granade के धरती पर गिरते ही कभी भी blast हो सकता था। Pilot ने उसकी बात मान ली।
लैला ने plane को damash शहर के airport पर land करवाया। प्लेन की landing होते ही लहराने अनाउंसमेंट करें कि जल्द से जल्द हर passenger नीचे उतरे। सभी passenger crew और pilot जल्द नीचे उतर गए और अंत में लैला और उसका साथी भी नीचे उतार आया। जैसे ही पूरा plane खाली हो गया plaine को बम से उड़ा दिया गया। यह पूरा खेल केवल israel और israel के साथ देने वाले देशों के लिए एक बड़ा message था।
लैला खान की इस कामयाब hijacking के बाद उसे अरब देश भेजा गया और वहां उसकी plastic surgery भी कराई गई और लैला खान ने इसके बाद 6 और क्लीन अलग-अलग मौकों पर hijack किया।
ऐसे ही बेखौफ don ki kahani hogi don 3
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