Sooryavanshi 2 (Part 4)

Sanju ने कबूला गुनाह

संजय दत्त को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने के बाद DCP मारिया उसे 5 घंटे तक किसी से भी मिलने नहीं देते हैं और 5 घंटे बाद जब वह पूरी तरह से टूट जाता है तो वह POLICE को सब को सच-सच बताने को तैयार हो जाता है।

संजय दत्त द्वारा बताई गई हर बात हनिफ समीर और बाबा चौहान के बयानों से वर्ड बाय वर्ड पूरी तरह मेल खाती है। हथियार अभी भी तुम्हारे घर में ही है ना, अभी के अभी मेरे साथ चलो और दिखाओ कहां रखे हैं, राकेश मारिया ये पूछते हैं तो संजय दत्त और जोर से रोने लगता है और उनसे कहता है सर प्लीज मुझे माफ कर दीजिए लेकिन वो हथियार तो मैने डिस्ट्रॉय कर दीये है। the Daily में वह खबर छपी तो में बहुत ज्यादा घबरा गया था, सर इसीलिए मैंने अपने कुछ दोस्तों को तुरंत हथियार डिस्ट्रॉय करने के लिए अपने घर भेज दिया था। DCP मारिया तुरंत अलग-अलग पुलिस टीम को संजय के उन दोस्तों युसूफ नल वाला, अजय मारवा, केसरिया अडजानिया, और RUSI MULLA को उठाने के लिए भेज देते हैं। अपनी बात पूरी होने के बाद संजय दत्त राकेश मारिया के सामने दोनों हाथ जोड़कर कहता है सर प्लीज मेरे पापा को कुछ मत बताइएगा उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता वह यह सब सहन नहीं कर पाएंगे।पिछले कुछ घंटों में पहली बार सहानुभूति दिखाते हुए DCP मारिया संजय से कहते हैं देखो संजय में उनसे झूठ नहीं बोलने वाला और अब समय आ गया है की तुम भी मर्दों की तरह अपनी गलतियों को स्वीकार हो और उनके परिणामों का सामना करो। इसी दिन शाम को सुनील दत्त डी सी पी मारिया से मिलने क्राइम ब्रांच के ऑफिस पहुंच जाते हैं और उनके साथ महेश भट्ट, बलदेव खोसा, राजेंद्र कुमार और यश जौहर भी होते हैं। राकेश मारिया को देखते ही सुनील दत्त उनसे कहते हैं, डीसीपी साहब आप मुझे जानते हैं ना मेरे खून में रग रग में राष्ट्रवाद भरा हुआ है, हमारे परिवार की नसों में खून नहीं राष्ट्रवाद बहता है, आप ही बताइए की मेरा बेटा ऐसा कैसे कर सकता है, आप जो कह रहे हैं वह सच कैसे हो सकता है, नहीं नहीं, मैं यह मानने को बिल्कुल तैयार नहीं हूं मेरा बेटा ऐसा कर ही नहीं सकता. सर मैं जानता हूं आप कौन हो, सुनील दत्त से सहानुभूति दिखाते हुए राकेश मारिया उनसे कहते हैं यह सब बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन सच है, मैं आपके बेटे को आखिर क्यों फंसाउगा, सर, मैं किसी के भी बेटे को क्यों फसाउगा, आप ही बताइए इससे हमें क्या फायदा हो सकता है. सर बिना सबूतों के मैं आपके बेटे के ऊपर हाथ डालने के बारे में सोच भी नहीं सकता हु. राकेश मारिया के इतना कहने के बाद भी सुनील दत्त उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं होते और तभी कमरे में संजय दत्त का प्रवेश होता है| अपने पिता को देखते ही एक बार फिर संजय दत्त का रोना छूट जाता है और वह उनके पैरों में गिरते हुए उनसे कहता है, “पापा मुझे माफ कर दो, मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई, मुझे माफ कर दो, मुझे यहां से ले जाओ, मैं यहां नहीं रह पाऊंगा”। अपने बेटे के मुंह से ये सुनते ही सुनील दत्त के चेहरे का रंग पूरी तरह उतर जाता है। सदमे के मारे उनकी जुबान और आंखें दोनों जम के पत्थर हो जाती हैं। उनकी वह प्रतिष्ठा, उनका वह मान, वह सम्मान, जिसे कमाने में उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी लगा दी थी, वह सब एक झटके में बर्बाद हो गया था और इसके लिए उनका कोई राजनैतिक प्रतिद्वंदी और दुश्मन नहीं बल्कि, अपना खुद का खून अपना एकलौता बेटा जिम्मेदार था। सुनील दत्त की ये हालत देख राकेश मारिया की आंखों के सामने अपने बेटे कुणाल का चेहरा आ जाता है, जो उस समय केवल 5 साल का था, उस क्षण में राकेश मारिया को समझ आता है की एक पिता और बेटे के बीच कम्युनिकेशन GAP होना कितना ज्यादा खतरनाक और दुर्भाग्यपूर्ण साबित हो सकता है। उस समय सुनील दत्त की आंखों में जो पीड़ा और दुख था, वह जिंदगी भर राकेश मारिया के दिमाग में रहने वाला था। DCP राकेश मारिया को अपने घर गए 1 महीने से ऊपर का समय हो चुका था। 12 मार्च के उस दिन से लेकर अभी तक एक बार भी वह अपने घर नहीं गए थे, लेकिन आज 19 अप्रैल की रात वह अपने घर जाते हैं और सबसे पहले अपने बेटे kurnal को कस के गले लगाते हैं, वह भी कहीं ना कहीं अपने बेटे को समय ना दे पाने के दोषी थे और आशा कर रहे थे की बड़ा होते-होते उनका बेटा उनको समझने लगेगा और शायद माफ भी कर देगा।

तो यह थी संजय दत्त के arrest होने की पूरी कहानी

और इस case से इंस्पायर हो सकती है Suryavanshi 2 की कहानी।

Divanshu

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