मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध शहर खंडवा ऐसी भूमि है जिसने हमें किशोर कुमार और उनके परिवार के सभी कलाकारों को जन्म दिया है। खंडवा शहर में नए SP आए थे इसीलिए उनके सामने सारे के सारे cases रख दिए गए। उनमें से एक case में उनकी नजर पकड़ी । खंडवा शहर की SDO पिछले 7 सालों से गुमशुदा थे और उनकी file अब बंद होने की कगार पर आ चुकी थी।
उन्होंने case की file को पढ़ना शुरू किया तो पता चला कि 16 जुलाई 2003 खंडवा के SDO सुरेंद्र कुमार मिश्रा की पत्नी सुमित्रा मिश्रा police station में report लिखाने आती है कि उनके पति पिछले 2 दिन से गायब है । पुलिस जांच शुरु करती है। क्योंकि मामला सरकारी अफसर का था यह जांच और भी मजबूती से की जाती है पुलिस पूरी तरह जांच करती है पर कोई भी खबर नहीं मिलती। हर तरीके से अलग-अलग team बनाई जाती है पर किसी भी team को कोई भी सुराग तक नहीं मिलता। यहां तक कि मामला SDO तक को भी दिया पर कोई सुराग नहीं मिल पाया।
sP साहब पूरी file पड़ी रहे थे कि जब उन्होंने एक जगह देखा कि सुरेंद्र कुमार मिश्रा की पत्नी सुमित्रा मिश्रा अब उनके driver के साथ शादी कर चुकी है और शहर से दूर रहती है सुरेंद्र कुमार मिश्रा और उनकी पत्नी के दो बेटे और एक बेटी थी पर सुरेंद्र कुमार के गुजर जाने के बाद उन्होंने अपने driver से शादी कर लिया।
SP हरिनारायण ने driver और सुमित्रा मिश्रा को बुलाया । साथ में उनके बच्चे भी आए सब से पूछताछ की गई पर कुछ भी पता नहीं नहीं चला। जब बहुत देर की पूछताछ के बाद भी कोई भी बात, कोई भी सबूत नहीं मिला तो SP हरिनारायण ने वहां खड़े 9 साल के बच्चे से बात करनी शुरू की । वह सुमित्रा मिश्रा का सबसे छोटा बेटा था। अपने पिता के गायब होने के समय तकरीबन 3 साल का रहा होगा।
SP हरिनारायण बच्चे से बात करने लगते हैं और उसे बहला फुसलाकर पूछने लगते हैं । वह उससे और उसके पिता और माता और driver के बारे में पूछने लगते हैं । वह बच्चा नाम तो नहीं लेता पर driver की तरफ उंगली उठाते हुए कहता है कि वह उससे कहते हैं कि तेरा भी वही हाल करूंगा जो तेरे पिता का किया था।
इसके बाद सुमित्रा मिश्रा को बुलाया जाता है उससे बच्चे की कथन के बारे में पूछताछ की जाती है। सुमित्रा मिश्रा को लगता है कि उनका भेद खुल चुका है वह में टूट जाती है। सुमित्रा पुलिस को बताती है कि उसके पति हमेशा ही काम की वजह से दूर रहा करते थे और जब भी वह घर आते तो शराब के नशे में धुत होते हैं । इस बीच सुमित्रा और driver हामिद अली करीब आ गए और दोनों ने छुपकर शादी भी कर ली थी । तब सुमित्रा ने ही कुछ समय बाद हामिद अली से कहा कि सुरेंद्र कुमार मिश्रा उनके रास्ते का एक रोड़ा है जो हट जाए तो सब ठीक हो जाएगा और इसीलिए हामिद अली ने अपने भाई के साथ मिलकर मौका देखकर एक रात को उनके office में गला रेत कर मार डाला। दोनों ने उनकी लाश highway पर नीव बनाने के लिए खोदे गए कच्ची मिट्टी के गड्ढे के अंदर डाल दी और इसीलिए लाश इतने सालों तक नहीं मिल पाई। पुलिस ने तुरंत हामिद अली और उसके भाई को गिरफ्तार किया सलाखों के पीछे डाला।
ऐसे ही गायब और गुमनाम officer की कहानी होने वाली है tiger 3
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