Jawan

केशव, एक फौजी था। उसको आखिरकार छुट्टी मिल गई थी। वह बहुत खुश था। पर सतेपा सिंह को छुट्टी नहीं मिली थी। वह बिल्कुल चुप और उदास सा बैठा था। उन सबके head ram vinod भी वहा बैठे थे । उन्होंने satpa Singh ko चुप बैठे देखा तो पूछा की क्या हुआ।

Satpa ने राम विनोद को कोई जवाब नहीं दिया और वहां से चुपचाप उठकर चला गया । राम विनोद सिंह 144 वो बटालियन में head constable की post पर नियुक्त थे। वह गोपालगंज बिहार के रहने वाले थे । उनकी तीन बेटियां और एक बेटा था। राम विनोद घर में अकेले ही कमाने वाले थे । इस समय उनकी posting पंजाब के अमृतसर में हुई थी। राम विनोद बड़ी ही खुश मिजाज के इंसान थे वह सभी से बातचीत और हंसी मजाक करते हैं ।satpa Singh उनके उनके साथ काम करने वाले दूसरे फौजी थे, वह बड़े शांत रहने वाले व्यक्ति थे। Satpa ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करते और ना ही किसी से हंसी मजाक करते । वह केवल अपने काम पर ध्यान देते ।

अमृतसर army camp में सब कुछ अच्छा चल रहा था। इसी बीचsatpa ने अपने senior से छुट्टी के लिए आवेदन किया लेकिन staff के कम होने की वजह से सपा को छुट्टी ना मिल सकी। satpa को काफी बुरा लगा। समय इसी तरह बीता , satpa को लगा कि अब शायद उन्हें छुट्टी मिल जाएगी। लेकिन इस दौरान राम विनोद के परिवार में एक शादी थी। राम विनोद ने शादी में जाने के लिए satpa से पहले ही छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया जिसके चलते नाम विनोद अपने घर वापस चले गए। वहां जाकर वह शादी का हिस्सा बने ।

Satpa अपने परिवार की चिंता में बहुत परेशान थे।पिछले काफी समय से छुट्टी नहीं मिली थी उन्होंने छुट्टी के लिए दोबारा आवेदन किया लेकिन इस बार भी उनकी request मना कर दी गई। कुछ दिनों बाद राम विनोद वापस आ गए । ड्यूटी पे लौटने के बाद उनको एक phone आया। राम विनोद सिंह का बेटा दरअसल punjab आया हुआ था और वह अपने पिता से मिलना चाहता था। राम विनोद ने उसे अमृतसर के army camp मे आने को कहा।

इसके बाद वह अपने काम में लग गए । इस दौरान उन्होंने देखा कि satpa Singh बैठा हुआ है। उसकी उदासी का कारण पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया । वहां से मुंह बना कर चला गया। अगला दिन शुरू हो गया । सब अपने-अपने काम करने लगे । कुछ देर बाद breakfast का time हो गया । BSF के सभी जवान mess मे आकर बैठे गए। आज भी satpa Singh से जवानों ने पूछा क्या हुआ ,क्या वह बताएगा उसे क्या परेशानी है?

वह कहने लगे की हमें बता दें हम तेरी मदद करेंगे। इस पर satpa Singh aag बूबला हो गया। उसकी मदद करने आए जवानों से ही कहने लगा “तू अपने काम पर ध्यान दे, बस मेरे मुंह मत लग वरना अच्छा नहीं होगा ” । मदद करने आए जवान भी भड़क गए इस दौरान सभी फौजियों में बहस होने लगी । तभी राम विनोद का लड़का करणवीर वहां आ गया। उसने army camp में entry ली और उसके बाद mess में जा पहुंचा। वहां जाकर उसने देखा उसके पिताजी और साथ ही फौजी आपस में बहस कर रहे हैं ।

Satpa singh अपना मानसिक संतुलन खो चुका था । वह मानसिक रूप से बेहद कमजोर हो गया था। उसे समझ नहीं आता था क्या हो रहा है, क्या करना है। इसी दौरान उसने अपनी service revolver निकाली और अपने ही साथियों पर गोलियां चलाने लगा। army camp में भगदड़ मच गई । यह देखकर करणवीर बहुत डर गया और वहां से अपनी जान बचाकर बाहर आया । इस दौरान कई फौजियों को गोलियां लग गई और 5 फौजी गोलियों से छलनी हो गए। कुछ देर बाद satpa Singh की गोलियां चलाना बंद कर दिया। वह अपने हाथों को है ऐसे देखने लगा ना जाने उसने ऐसा क्या कर दिया। उसके लिए यह कुछ ऐसा था जैसे उसका खुद पर बस ना रहा हो और कोई दूसरा उससे यह काम करवा रहा हो। Satpa यह देखकर बहुत डर गया ,उसे पछतावा होने लगा कि उसने अपने ही साथियों को गोलियों से भून दिया। उसे समझ नहीं आ रहा था कि उसने क्या किया और उसे क्या करना है । उसने फिर से अपनी service revolver उठाई वह खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस हादसे में भारतीय सेना के जवान शहीद हो गए खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस हादसे का जिम्मेदार था satpa का मानसिक संतुलन। परिवार की जिम्मेदारियां, बच्चों की पढ़ाई ,खर्च की चिंता इंसान का मानसिक संतुलन हिला देती है। जिसका परिणाम ये हुआ की जो रामविनोद सिंह अगले साल retirement लेने वाले थे ,क्योंकि वह अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते थे वह रिटायरमेंट से पहले ही चल बसे। उनके बेटे ने अपने पिता को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देख लिया।

भारत सरकार को भारतीय सेना के फौजियों के लिए counsellling meeting और mental seminar करवानी चाहिए। फौजियों की छुट्टियों का खास ख्याल रखना चाहिए जिन फौजियों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है उन्हें मेंटल थेरेपी दी जानी चाहिए ताकि दूसरे को दिमाग से परेशान ना होना पड़े इसके बारे में नहीं सोचा तो आने वाले समय में फिर से कोई आएगा और अपने साथियों को बोल देगा इसके बदले भारत को अपने 5 सिपाही देकर भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

ऐसे ही वीर जवान की कहानी होने वाली है shahrukh khan starrer Jawan

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Apoorva

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