साल 1998 में भारत ने nuclear testing में जब अमेरिका को हराया, तब से अमेरिका सेटेलाइट के जरिए भारत पर नजर रखना चाहती थी और confidential information हासिल करना चाहती थी। अब इसके लिए उन्हें कोई ना कोई मोहरा चाहिए था, जो रबिंदर सिंह के रुप उन्हें मिल गया।
रबिंदर सिंह जब हॉलैंड में पोस्टेड थे और Indian embassy में काम किया करते थे, तो अमेरिकी एजेंसी CIA ने उन्हें भर्ती किया था। पर कुछ दिनों बाद, उन के बर्ताव में RAW को कुछ बदलाव नजर आएं और उन्हें शक हुआ। क्योंकि हारी हुई अमेरिका के पास कुछ ऐसी जानकारी पहुंच रही थी, जो बाहर नहीं जानी चाहिए थी।
RAW agent रबिंदर उस confidential information और documents की फोटो खींचते थे और अमेरिका के खास camera से फोटो खींचकर हार्ड डिस्क में स्टोर करते थे। फिर सिक्योर इंटरनेट प्रोटोकॉल के जरिए उन्हें अमेरिका को भेजते थे और फिर हार्ड डिस्क और लैपटॉप से मिटा देते थे। बहुत दिनों तक बंद कमरे में यह सब चलता रहा।
रबिंदर को अमेरिका का नौकर बन कर काम करने में काफी मजा तो आ रहा था, पर वह डबल एजेंट बनकर देश के साथ गद्दारी कर रहे थे, यह जानकार RAW ने उन्हें पकड़ने का फैसला दिया।
पहले तो उन पर नजर रखने के लिए जबरदस्त तैयारी की गई। उन्हें रंगे हाथ पकड़ने के लिए उनके office में एक hidden camera लगाया गया। फोटो कॉपी मशीन में एक बग लगाया गया ताकि वह जिस भी पेपर की कॉपी निकालें, उसकी एक कॉपी system में store हो जाए। कार में भी hidden camera और mike लगाया था, साथ ही घर के अंदर भी hidden cameras install किए गए थे।
इतना ही नहीं, बल्कि रबिंदर के घर के बाहर जो सब्जी वाला था वह भी काउंटर इंटेलिजेंस का आदमी था और उनकी कार की सफाई करने वाला भी काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट का एक member था।
अब इसके चलते रबिंदर को शक होने लगा। तो वो बहुत ही शातिर तरीके से रात के time नेपाल चले गए और वहां से अमेरिका भाग गए।
भागने के लिए उन्हें fake passport बनाना पड़ा।
पर जब वह अमेरिका पहुंचे, तब अमेरिका ने उन्हें पहचानने से भी इंकार कर दिया। देश के साथ हुई गद्दारी से रबिंदर सिंह को बहुत बुरा लगा और इसी के चलते कुछ अर्से बाद एक accident में उनकी मौत हो गई।
अब रितिक रोशन की फिल्म war 2 आने वाली है। अगर story continuation हुआ, तो शायद इसमें कोई ऑपरेशन हो और एक RAW agent double agent के तौर पर काम करे। या फिर RAW agent दुनिया की नजर में डबल एजेंट बनकर काम करें, पर असल में वह अपने देश के लिए यह सब करता हो।
Trupti