अक्षय कुमार ने जिस फिल्म को नॉनसेंस कॉमेडी कहा, उसी ने आज हिस्ट्री क्रिएट की है, जिसका नाम है “हेरा फेरी”। वैसे अब हेरा फेरी 3 में फाइनली अक्षय नजर आने वाले हैं। जब उनका नाम फाइनल नहीं हो रहा था, तब उनके दोस्त सुनील शेट्टी काफी ज्यादा परेशान हो गए थे और उन्होंने यह कहा था की, “अक्षय के बिना हेरा फेरी 3 बन ही नहीं सकती”। पर सुनील, अब आपको थोड़ा सा बचके रहना चाहिए अपने इस दोस्त से। दरसल फिल्म “फिर हेरा फेरी” के दौरान सुनील इस बात से परेशान थे कि उनके कई सारे सीन्स काटे गए थे और वह भी अक्षय की वजह से। अक्षय के ज्यादा से ज्यादा सीन्स रखे गए थे क्योंकि उन्हें पसंद किया जा रहा था, पर अक्षय ने मेकर्स से यह कहा भी था कि, फिल्म का जो एक गाना है,” कितने अरमान”, जिसमें actress रिमी सेन और अक्षय नजर आए थे, उसका टाइमिंग कम करवाया जाए।
वैसे अब हेरा फेरी 3 में भी अक्षय है, इसका मतलब वह भाव तो खाने वाले हैं। तो देखते हैं की, सुनील के हिस्से में क्या आता है।
हेरा फेरी फ्रेंचाइजी में अगर बाबू भैया ना हो तो कैसा लगेगा? बिल्कुल बेस्वाद खाने की तरह। “क्योंकि यह बाबू भैया का स्टाइल है”, यह जो बाबू भैया का इनोसेंस है, वह इस फिल्म की जान है, जिसे दोनों फ्रेंचाइजी में जिंदा रखने का काम किया परेश रावल ने। परेश रावल जो अपने काम को बड़ी शिद्दत से निभाते हैं, वह अपनी फीस को बढ़ाने के लिए डिमांड तो कर ही सकते हैं और इस बार उन्होंने हेरा फेरी 3 के लिए अच्छी फीस चार्ज की है। देखा जाए तो उन्होंने पांच से छह करोड़ी फीस ली है ऐसा सुनने में आया है। पर बाबू भैया का आईकॉनिक कैरेक्टर और इतनी कम फीस? यह मामला कुछ भा नहीं रहा। वैसे परेश ने इस पर खुलकर बात नहीं की, पर इतना जरूर है कि उन्होंने मेकर्स को strictly कह दिया था कि, पैसे नहीं बढे, तो वो काम नहीं करेंगे।
हेरा फेरी फ्रेंचाइजी का आइकोनिक कैरेक्टर बाबूराव गणपतराव आप्टे बार-बार कहता रहता है,” उठा ले रे बाबा, उठा ले”, उसे अभी तक किसी ने नहीं उठाया है क्योंकि वह हमें एंटरटेन करने आ रहा है।
वैसे हेराफेरी फिल्म बनाई गई थी साल 2000 में, तब परेश रावल ने 17 लाख चार्ज किए थे, पर पता नहीं कई सारी अफवाहें फैलाई गई और बताया गया कि, उन्होंने एक करोड़ लिए है। इस पर तो परेश चौंक गए और उन्होंने कहा,” मैं इतनी फीस चार्ज नहीं करता। पैसा मेरे लिए जरूरी है क्योंकि मेरी फैमिली है, बच्चे हैं, जिन्हें मुझे देखना है। पर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं पैसों के लिए काम करता हूं, कैरेक्टर भी काफी मायने रखता है और ऐसा बहुत बार हुआ है कि अच्छे पैसे मिलने के बावजूद भी मैंने इलॉजिकल रोल्स को ठुकरा दिया था”।