संतोष खुशी से अपना सारा सामान bag में pack कर रहा था। तभी सिंह बहादुर ने पूछा जनाब क्या बात है बड़े खुश नजर आ रहे हो, घर जाकर क्या करने वाले हो संतोष बोले ,सबसे पहले अपनी बीवी से मिलूंगा उसके बाद जब तक छुट्टी रहेगी तब तक पिताजी के साथ खेती-बाड़ी में हाथ बटा लूंगा और सोच रहा हूं कि छोटी बहन के लिए एक अच्छा सा लड़का भी ढूंढ दूं ताकि उसकी भी हाथ पीले हो सके,। वैसे बहादुर तुम क्या करने वाले हो इन छुट्टियों में? सिंह बहादुर भी बहुत खुश था वह बोला, जनाब एक साल बाद मेरी retirement होने वाली है, यह मेरी आखिरी छुट्टी होगी । करने के लिए तो बहुत कुछ है वैसे भी इस साल मेरी बिटिया दसवीं के board exams देगी ,सोच रहा हूं उसके अच्छे नंबर आ जाए तो पूरे गांव में लड्डू बाटूंगा।
संतोष और सिंह बहादुर ने हंसते हुए सामान pack किया । बहादुर ने संतोष का सामान गाड़ी में रखा । संतोष गाड़ी में बैठकर railway station के लिए रवाना हो गया । संतोष ने अपनी बीवी अनीता को phone करने के लिए जेब से phone निकाला की तभी Major शर्मा का phone आया। संतोष को जल्दी से जल्दी रामेश्वरम army cant पहुंचने के लिए कहा गया। Call cut होते ही संतोष driver से कहकर सीधा रामेश्वरम जा पहुंचा। रामेश्वरम जाकर संतोष ने सिंह बहादुर से पूछा तो पता चला कि रामेश्वरम के समुद्री तट पर कुछ आतंकवादियों ने स्कूल की ओर से मुंबई के लिए tour पर जा रहे बच्चों और teachers के ship को hijack कर लिया। जिस वजह से पूरे army staff में भगदड़ का माहौल बना है । सिंह बहादुर ने संतोष को बताया कि मेजर सोमनाथ शर्मा ने उन्हें तुरंत बुलाया है । मेजर सोमनाथ शर्मा ने संतोष और बहादुर के अलावा 10 सिपाही और बुलाए थे। चार चार सिपाहियों की 3 teams बनाई गई। तीनों Team कैप्टन को अलग-अलग तरीके से entry करने के plan बताए गए। संतोष team C का लीडर था ।
उसकी टीम ने सिंह बहादुर भी था । टीम A को boat के जरिए बातचीत से सब ठीक करने का काम मिला। Team B हेलीकॉप्टर के जरिए सब पर निशाना बनाए रखेगी और हरकत होने पर तुरंत action लेगी । team C को सबसे मुश्किल task मिला । team C को पानी के अंदर तैयार कर जाना होगा और ship के पिछले हिस्से से entry करनी होगी । मौका मिलते ही हालात पर काबू पाने की कोशिश करनी होगी। तीनों टीमें अपनी अपनी position लेने के लिए रवाना हो गई । संतोष ने सूबेदार सिंह बहादुर से हंसते हुए कहा ” बहादुर यह mission पूरा करते हैं फिर तुम अपनी आखिरी छुट्टी पर जरूर जाना ” ।
यह कहकर teams अपनी position लेने के लिए नावों से पानी में कूद जाती है। इसके आगे का सफर उन सबको पानी के अंदर रहकर तय करना था। दोनों teams अपनी position ले लेती है। Team C
Ship मे फंदा डालकर entry करते हैं और basement के रास्ते से जाते हैं ।
कैप्टन सुधीर सिंह ने आतंकवादियों से कहा आप सभी अपने हथियार डाल दें और जल्दी से जल्दी खुद को हमारे हवाले कर दें तभी आतंकवादियों के मुखिया ने कहा की अगर surrender करना होता तो वह यह सब करते ही क्यों।
दूसरी तरफ कैप्टन मनदीप की टीम हेलीकॉप्टर से navigate कर रही थी . उन्होंने microphone से बताया कि उन्हें अब तक 8 आतंकवादी dikh चुके हैं । आतंकवादियों ने teachers को बंधक बनाया है। एक आतंकवादी control room में captain और उसके साथियों पर बंदूक तानकर खड़ा है। उसी के साथ ही पास में बच्चों को बंधक बनाकर रखा है और दो आतंकवादी ship में security के रूप में घूम रहे हैं ।
। संतोष order को follow करते हुआ आगे बड़े । उन्हें दो आतंकवादी और दिखाई देते हैं इतने में ही संतोष बहादुर सिंह को इशारा करता है बहादुर और दोनो ने पीछे से आतंकवादियों को पकड़कर chlorine से उन्हें बेहोश कर दिया। संतोष अपनी team के साथ control room की तरफ बड़ते है । Team B bhi कुछ आतंकवादियों को अपने निशाने पर ले लेती है। इस बीच hall में खड़ा आतंकवादी बच्ची को डराता है। उसके डर से bacchi रोने लगती है। आतंकवादी ने उस बच्ची को देखा और गुस्से में बच्ची को गोली मार दी। पूरी ship में सन्नाटा छा जाता है यह सब देख रहे बहादुर को इस बच्ची ने अपनी बेटी नजर आती है वह बिना कुछ सोचे-समझे अपनी rifle से गोली चला देता है जिससे उस आतंकवादी के मौके पर ही मौत हो जाती है । इससे पहले की दूसरा आतंकवादी कुछ समझ पाता संतोष ने उसका भी headshot ले लिया .
मेजर शर्मा इस पर बहुत गुस्सा होते हैं कि उनकी permission के बिना ही गोलियां चला दी गई । क्युकी हो सकता है गोली की आवाज से जहाज के ऊपर वाले हिस्से में खड़े आतंकवादियों कुछ कर बैठते । helicopter से देखते समय जहाज में 8 आतंकवाद दिखाई दे रहे थे जिसमें से अब तक चार ढेर कर दिए जा चुके थे । पर असल में जहाज में 12 आतंकवादी थे और अब बाकी के 8 आतंकवादियों को गोलियों की आवाज आ चुकी थी। जैसे उन्हें यह खबर लगी उन्होंने संतोष और उसकी team पर firing शुरू कर दी।ऐसी ही दिलचस्प action से भरपूर होने वाली है shahrukh khan ki आने वाली movie jawan!
Ship के ऊपर खड़े चार में से दो आतंकवादी नीचे उतर आते हैं और इस firing में हिस्सा लेने लगते हैं । सभी major शर्मा team B को भी को भी संतोष की टीम की मदद करने के लिए कहते हैं। संतोष अपनी team के साथ लगातार आतंकवादियों को गोलियों से जवाब देता है । वह बहादुर को cover भी देते हैं । बहादुर मौका पाते ही दो आतंकवादियों पर hand grenade फेकता है ,जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो जाती है। और 3 आतंकवादी ढेर हो जाते हैं । तभी एक गोली संतोष के हाथ में लग जाती है । बहादुर संतोष को cover देने के लिए आगे बढ़ता है कि आतंकवादी उस पर गोलियां बरसाते हुए firing karte है। बहादुर बुरी तरह घायल हो जाता है।
घायल अवस्था में भी वह एक और आतंकवादी को ढेर कर देता है। तभी terrorists की तरफ से hand grenade भी आता है जिससे वह अपने आप को बचा नहीं पाते। पूरी team अपने आप को बचाने के लिए एक लकड़ी के दीवार का cover leti है।
आतंकवादि उनकी ओर बंदूक लेकरबढ़ते हैं तभ संतोष और बहादुर को मौका देखकर अनवर हमला कर देते हैं । अपने आप को अपने देश के आगे न्यूचावर करने वाले ऐसी ही सैनिक की कहानी होने वाली है Jawan। इसमें shahrukh का किरदार भी अपनी मिट्टी के खातिर मार गुजरने को त्यार रहेगा।
दूसरी ओर कप्तान मनदीप हेलीकॉप्टर से ship के ऊपर खड़े हुए आतंकवादियों को खत्म कर देते हैं।
फिर सभी फौजी टीचर बच्चों को सही सलामत निकाल लेते हैं। संतोष के कंधे पर सर रखकर बहादुर अपनी आखिरी सांसे ले रहा होता है । अपने आखिरी वक्त में भी वह संतोष से कहता है कि वह उसके परिवार से मिलने जरूर जाए और उसकी बेटी को दसवीं के paper अच्छे से देने की हिदायत दे। इससे पहले वह कुछ और भी कह पाता है “जय हिंद “. कहने के साथ उसने अपनी आखिरी सांसे ली और अपना शरीर छोड़ दिया. सूबेदार सिंह बहादुर को संतोष उनकी आखिरी यात्रा तक लेकर जाते हैं और आखरी बार उन्हें सलाम भी करते हैं।
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Apoorva