शोले फिल्म की असली जान अगर किसी को कहा जाएगा तो वो जरूर धर्मेंद्र जी ही होंगे क्योंकि जिस तरह एक बच्चा का घर में होना जरूरी होता है ठीक वैसे ही हर मूवी में एक ऐसे एक्टर का भी होना जरूरी होता है जो सबके साथ हंसी मजाक करे और काम को काम की तरह नहीं अपनी जिंदगी के एक हिस्से की तरह समझें और उसी में से एक धर्मेंद्र जी। रमेश सिप्पी ने अपने फिल्म के लिए किसी को फाइनल किया हो या ना किया हो लेकिन उन्होंने सबसे पहले धर्मेंद्र जी को कास्ट किया था और बाकियों को तो धिरे धिरे ढुंढा गया था । सभी लोग ये बात जानते हैं कि धर्मेंद्र जी नेचर के कैसे हैं ? और उनके तो रग रग में मानो मस्ती करने वाला ही खून दौड़ता था. जब देखो तब वो हमेशा हंसते और मस्ती करते ही नजर आते थे सेट पर। एक बार तो कास्टिंग को लेकर उन्होंने जितना रमेश सिप्पी को परेशान किया था शायद ही किसी और ने रमेश सिप्पी को आज तक इतना परेशान किया हो। जब बात कास्टिंग कि आई तो पहले उन्होंने कहा कि वो ठाकुर का ही रोल करेंगे वरना वो उस फिल्म को ही नहीं करेंगे। जिसके बाद में उन्हें बहुत समझाया गया पर जब वो नहीं माने तो मेकर्स को ना चाहते हुए भी इस मामले में हेमा मालिनी का नाम बीच में लाना पड़ा था और मेकर्स ने धर्मेंद्र जी को फिर से समझाया था कि अगर वो ठाकुर के रोल के लिए जिद नहीं छोड़ेंगे तो संजीव कपूर को हेमा मालिनी के अपोजिट कास्ट कर लिया जाएगा, अब किया था अब धर्मेंद्र जी ने बिना कुछ बोले चुप चाप वीरू के रोल के लिए के लिए हां केह दिया था और ऐसा उन्होंने सिर्फ और सिर्फ हेमा मालिनी के साथ स्क्रीन शेयर करने के लिए मिले। धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने ही बताया था उनके बीच सिर्फ हंसी मजक होती थी और उसी हंसी मजक में वो कब प्यार का रूप ले लिया उन्हें पता तक नहीं चला।
मेकर्स का कहना था, कि जो टंकी वाला सीन धर्मेंद्र जी ने किया था वो पूरा का पूरा सच था फिर वो चाहे असली में दारू पीना हो या असली में हेमा जी का हांथ मांगना शादी करने के लिए, ये सीन रमेश सिप्पी को इतना पसंद आया था कि उन्होंने सब से कहा था कि ये सीन जरूर फेमस होगा और उनका इस फिल्म के लिए धर्मेंद्र जी और हेमा मालिनी को कास्ट करना सफल रहा। अब जब दोनो के बीच दोस्ती गहरी होती गई तो धर्मेंद्र जी अब एक भी मौका नहीं गवाना चाहते थे हेमा मालिनी के साथ वक्त बिताना का, वो जीतना हो सके उतना वक्त सिर्फ उनको ही देते थे यहां तक कि मेकर्स ने ये भी खुलासा किया था कि जब भी कोई सीन धर्मेंद्र जी का हेमा मालिनी के साथ होता था तो धर्मेंद्र जी जान बुच कर उस सीन को गलत करते थे ताकि उनको जितना टाइम मिले हेमा मालिनी के साथ बिताने के लिए वो उनके साथ रहे , यहां तक की जब रमेश सिप्पी सेट पर नहीं होते थे तो धर्मेंद्र जी बाकी क्रू मेंबर्स को पैसे देकर हर एक सीन का रीटेक पर रीटेक करवाते थे ताकि उनकी और हेमा मालिनी की बॉन्डिंग और स्ट्रॉन्ग हो और वो एक दूसरे के करीब और आते जाएं। कहीं ना कहीं आज धर्मेंद्र जी की वो कोशिश रंग लायी और आज वो दोनो एक साथ है जब मेकर्स आज उन दिनों को याद करते हैं तो वो इमोशनल हो जाते हैं और रमेश सिप्पी ने भी कहा था कि भले वो धर्मेंद्र जी से परेशान थे, लेकिन वो फिल्म के जान भी थे और कहीं ना ये सब जरूरी भी था उस वक्त।
रमेश सिप्पी इतने बड़े director को आज कौन नहीं जानता है वो ऐसे directors में से है जो हर काम को परफेक्शन के साथ करने में विश्वास रखते है फिर वो चाहे किसी को मूवी में कास्ट करना हो या मूवी को रियल दिखाने के लिए एक नकली गांव को ही बनाना हुआ । जब बात परफेक्शन की आती है तो रमेश सिप्पी ने कोई कसार नहीं छोड़ा था शोले मूवी में अपना बेस्ट देने से, वो हर छोटी सी छोटी चिजो पर बहुत अच्छे से काम करते थे फिर चाहे वो कास्ट के मेकअप को लेकर हो या उनके कॉस्ट्यूम को लेकर। फिल्म में सभी एक्टर्स और एक्ट्रेस ने मेहंगी से मेहंगी चिजे लिए है और बहुत सारी मेहंगी चिजो का इस्तेमाल भी किया, लेकिन सिर्फ एक कैरेक्टर को छोड़ कर और वो कैरेक्टर था अमजद खान का, क्योंकि जैसा कि हम जानते हैं रमेश जी को हर चीज में परफेक्शन चाहिए और अमजद खान का रोल दौकुओ वाला था तो उन्होंने सोचा कि अमजद खान को पूरा डाकू के किरदार में लाने के लिए उन्हें वैसे ही कॉस्ट्यूम दिए जाएंगे और ऐसा ही हुआ अमजद खान प्योर रियल के डाकू लगे उसके लिए चोर बाजार से कपड़े खरीद कर लाया गया था और उसी एक कपड़े में ही अमजद खान ने पूरी फिल्म की थी। सारे एक्टर्स और एक्ट्रेस के ड्रेस सीन के हिसाब से चेंज होते थे लेकिन अमजद खान एक डाकू का रोल कर रहे थे तो उन्हें एक खतरनाक डाकू दिखाने के लिए मेकर्स ने उन्हें एक ही कपड़े दिए थे। जैसा कि हम सब जानते हैं अमजद खाने भी अपना बेस्ट देने के लिए वो हर चिज कोशिश कर रहे थें, जो वो कर सकते थे और उन कोशिशों में ये भी एक था कि जब भी लॉन्ड्रिंग वाले आते थे अमजद अपना कॉस्ट्यूम कभी भी धोने के लिए नहीं देते थे क्यूकी अमजद जानते थे एक तो ये कॉस्ट्यूम चोर बाजार से लिया गया था और अगर इससे धोने के लिए दिया गया तो इसके कलर जाने के भी चांस ज्यादा थे इस वजह से अमजद खान ने उस एक ही कॉस्ट्यूम में अपनी पुरी कि मूवी की शूटिंग की थी वो भी उस कॉस्ट्यूम को बिना धूलवाए, ऐसे ही कई सारे scenes और भी थे जिससे रमेश सिप्पी ने अपने हिसाब से करने के लिए कास्ट को कहा था बाकी चीज सब पर निर्भर करता था कि वो हर कास्ट मूवी को अपने तरफ से कैसा बनाना चाहते थे। जब हम कोई अनजान फैक्ट्स जानते हैं किसी मूवी के बारे में तब जब हमें पता चलता है कि मूवी के पीछे कितनी मेहनत होती है और उससे हिट कारवाने के लिए directors से लेकर स्पॉट बॉय तक को कितनी मेहनत करनी होती है। रमेश सिप्पी ने कहा है कि वो बहुत जल्द शोले 2 लाएंगे लेकिन हम सब जानते हैं रमेश सिप्पी अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, बाकी कास्ट को भी अपनी जान लगानी होगी शोले 2 को एक सक्सेसफुल और याद गार मूवी बनाने के लिए। तो ये कुछ फैक्ट्स थी शोले फिल्म के जो हमें पता नहीं थे। आपको ये फैक्ट्स जान कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइएगा और तब तक आप अपना ध्यान रखिइए और हमेशा मुस्कुराते रहिए।
Chandan Pandit