राजकुमार हिरानी की पहेली फिल्म थी मुन्ना भाई एमबीबीएस लेकिन वो इस फिल्म को ऐसा बनाना चाहते थे कि आडियंस इसे बरसो तक याद रखे और जब भी इसे देखे उनके अंदर वही excitement और वही खुशी फिर से आ जाए, और तो और आडियंस उनके काम के लिए उन्हें याद करे। राजकुमार हिरानी ऐसे director में से है जो अपनी फिल्म में जान डाल देते हैं, और पूरी सीन को ऑडियंस से कनेक्ट करने के लिए वो कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं, फिर वो चाहे फिल्म की बजट बढ़ानी हो, कास्ट को चुनना हो या किसी सीन को असली दिखाने के लिए किसी की असली शादी में घुस जाना। लेकिन मेकर्स राजकुमार हिरानी को अक्सर उनके आस पास रहने वाले लोगो ने ही inspire किया है, फिर चाहे मुन्ना भाई एमबीबीएस के लिए उन्हें डॉक्टर्स की लाइफ ने inspire किया हो या लगे रहो मुन्ना भाई में एक चाय बेचने वाले एक बच्चे ने । राजकुमार हिरानी अपनी फिल्म से लोगो को entertain तो करते ही हैं लेकिन उस मूवी से उनको एक message भी देते हैं ताकी लोग मूवी से बहुत कुछ जाने और सिखे और कोशिश करें अपनी लाइफ को बेहतर बनाने की , और शायद यही कारण है कि लोग हमेशा ये कहते फिरते हैं कि बाकी के मेकर्स राजकुमार हिरानी ने जलते हैं, खास कर करण जौहर क्योंकि जिस तरह राजकुमार हिरानी 2-3 साल में फिल्म लाते हैं ठीक वैसे ही करण जौहर की अंडर बना फिल्म हर साल रिलीज होता है और जितना उनका 2- 3 फिल्म कामा कर देता है , उससे कई ज्यादा राजकुमार हिरानी की एक फिल्म ही कामा लेती है, अगर सही तरिके से देखा जाए तो राजकुमार हिरानी की मूवी लोगों को खुद से connect करने की कोशिश करती है, वही करण जौहर की मूवी हमेशा या तो प्यार या love triangle के इर्दगिर्द घुमती रहती है, जिस वजह से करण जौहर की मूवी लोगो से उतना नहीं connect कर पाता जितना राजकुमार हिरानी का मूवी करता है। करण जौहर अपनी फिल्म में imagination के तौर पर कहानी लिखते हैं, तो वही राजकुमार हिरानी की कहानी हमेशा real life से related होती है और तो और वो कोशिश करते हैं कि उनकी फिल्म का हर छोटे से छोटा सीन रियल और ओरिजिनल बने , जिसका एक example था मुन्ना भाई एमबीबीएस जिसमें उन्होंने असली के मेडिकल कॉलेज में मूवी कि शूटिंग की थी और उस फिल्म में एक सीन में ये दिखाया गया था, कि प्रैक्टिकल रूम को ही संजय दत्त ने ऑपरेशन theatre बना दिया था और उसमें ही उन्होंने एक pateint की ऑपरेशन करने की कोशिश की थी और तो और लगे रहो मुन्ना भाई में भी लास्ट सीन को रियल दिखाने के लिए उन्होंने सच की शादी का मंडप यूज किया था। राजकुमार हिरानी ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि फिल्म रियल और ओरिजिनल दिखे जो लोगो को असानी से connect कर सके और ऐसा नहीं है कि करण जौहर की फिल्में अच्छी नहीं होती , उनकी भी फिल्में अच्छी होती है लेकिन अगर राजकुमार हिरानी की फिल्म से compare की जाए तो वो हमेशा लोगो से अच्छे से कनेक्ट करती है।
यहां तक की जब मेकर्स लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तब एक चाय बेचने वाले बच्चे ने एक ऐसा सवाल पूछा था जिसे सुनकर राजकुमार हिरानी को बहुत गहरा चोट लगा था जिस वजह से उन्होंने फिल्म का नाम ही बदल दिया था और फिर उन्होंने ने मूवी कि कहानी में भी बहुत सारी changes कर दी थी ताकी उस बच्चे को उसके सारे सवाल के जवाब मिल सके और उन सब को भी जो, उस बच्चे की तरह अपने मन ऐसे कई सारे सवाल लेकर बैठे हो, और शायद यही कारण है कि राजकुमार हिरानी हमेशा फिल्म को बनाने में इतनी देरी करते हैं ताकी वो आडियंस के सामने एक ऐसा मास्टरपीस लाए जिसे लोग सदियों तक न भुल सके और जब कभी राजकुमार का आम आए तो, लोग उनका नाम सुनते ही समझ जाए की मूवी कैसी आने वाली है और वो लोगो को कितना attract करने वाली है । शायद यही वो जादू है जो करण जौहर अपनी फिल्म में नहीं डालते हैं और राजकुमार हिरानी से कहीं न कहीं डरते हैं कि कभी जो अगर उनकी और राजकुमार हिरानी की फिल्म आमने सामने आई तो करण की फिल्म बहुत बुरी तरह से पिट जाएगी,
जो शायद करण जोहर bardash न कर पाए। तो ये कुछ फैक्ट्स हैं मुन्ना भाई सीरीज के फिल्म से रिलेटेड, आपको ये फैक्ट्स जान कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं और तब तक आप अपना ध्यान रखें और हमेशा मुस्कुराते रहें।a
Chandan Pandit