लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म के हर एक सीन में कोई ना कोई फैक्ट छुपा है फिर वो चाहे महात्मा गांधी के कास्ट को लेकर हो या विद्या बालन के इंटरव्यू को लेकर, उन सभी फैक्ट्स में एक फैक्ट था बोमन ईरानी को लेकर। एक सीन में संजय दत्त जब बोमन ईरानी को समझने के लिए जाते हैं तो उस सीन में मेकर्स ने बोमन ईरानी से कहा था कि संजय को धक्का देना है लेकिन ऐसा धक्का देना है जो उनको जोर से भी ना लगे और शॉट लेते वक्त वो रियल भी लगे। बहुत सोचने पर बोमन ने संजय से बात की और उन्हें कहा कि वो संजय को सच में जोर से धक्का देंगे क्योंकि उसके अलावा बोमन के पास कोई ऑप्शन नहीं था उस सीन को असली दिखाने का, फिर क्या था संजय मान गए और बोमन ने सच में संजय को एक जोर दार धक्का मारा था।
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राजकुमार हिरानी चाहते थे कि लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म का हर सीन रियल लगे जो लोगो को बताए कि सच में आम लोगो के जिंदगी में ऐसा होता है। एक सीन में संजय दत्त के समझने पर भी जब बोमन नहीं समझते हैं तो संजय कहते हैं कि बहुत जल्दी उनके घर फूल के गुलदस्ते आएंगे जो उनके चाहने वाले ही उनको भेजेंगे। अब इस सीन को असली दिखाने के लिए हिरानी ने सभी फूल वालों से बात की लेकिन किसी भी फूलवाले ने एक साथ बहुत सारी फूल देने से माना कर दिया था जिसके बाद बहुत ढूंढने पर हिरानी को एक दुकान मिला था लेकिन हमें दुकानदार ने एक शर्त रख दिया था कि जब वो पूरी दुकान खरीदेंगे तब भी वो दुकानदार हिरानी को पूरा फूल देगा। इतना सुनते ही हिरानी ने हा कह दी थी और उस फूल की दुकान को खरीदी लिया था।
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संजय दत्त ने जीतने दिल से मुन्ना भाई के किरदार को निभाया था शायद ही ऐसा कोई actor या actress होगी लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म में जिसने इतने shiddat से फिल्म में काम किया होगा क्योंकि फिल्म के जरिये ही संजय दत्त ने उन सभी लोगो का दिल जीता था जो उस फिल्म में काम कर रहे थे, लेकिन एक सीन ऐसा था जिसमें संजय को अरशद से माफी मांगी थी और नकली के अंश बहाने थे लेकिन संजय जानते थे कि बिना अरशद के ना तो मुन्ना भाई एमबीबीएस और ना ही लगे रहो मुन्ना भाई अच्छे से बनने वाली थी इसलिए उस सीन को रियल बनाने के लिए संजय ने जब अरशद से बात करनी शुरू की तो संजय उस सीन में इतना खो गए थे कि उन्हें पता ही चल पाया था कि वो सच में रोने लग गए थे जिससे देख अरशद भी रोने लग गए थे।
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लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म के क्लाइमेक्स सीन को शूट करने में मेकर्स को काफी मुश्किल आ रही थी उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कैसे उस फिल्म में जान डाला जा सके। पहले तो हिरानी ने सोचा की अरशद को गुंडे की तरह उस सीन में दिखाया जाए जो लोगो को डरा कर उस सीन को पूरा करे, जब इस सीन को हिरानी ने शूट किया तो उन्हें पसंद नहीं आया इसलिए हिरानी ने सोचा की अरशद को ड्रिंक करवा कर उस सीन को शूट किया जाए उसके बाद ही वो फाइनल डिसीजन लेंगे। उन्होंने बाकी के क्रू मेंबर्स से बात की ताकी उनको कोई नया आइडिया मिल सके। जब इस सीन को ड्रिंक के साथ किया गया तो ठीक वैसा ही शॉट आया था जो हिरानी को चाहिए था इसलिए हिरानी ने अरशद से कहा भी था कि ड्रिंक वाला आइडिया अच्छा था नॉर्मल वाले आइडिया से।
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लगे रहो मुन्ना भाई फिल्म के कई सारे ऐसे सीन थे जिसे सेट पर शूट किया गया था तो कई सारे ऐसे भी सीन थे जिसे आम लोगों के बीच भी शूट किया गया था, लेकिन एक शूट ऐसा था जिसमें लोगों ने संजय दत्त और अरशद वारसी को पहचान लिया था और वो उनके पीछे पड़ गए थे। हुआ ये था कि मेकर्स ने एक सीन के लिए संजय और अरशद को एक स्कूटर पट बैठा कर मुंबई के सड़क पर शूट कर रहे थे तभी कुछ लोग वहा आ गए और मुन्ना भाई – सर्किट के नाम ले लेकर जोर से चिल्लाने लगे, तभी गाड़ी रोक कर हिरानी ने सबको समझाया और शूटिंग पूरी की। तो ये कुछ तथ्य हैं मुन्ना भाई सीरीज से संबंधित, आपको ये तथ्य जान कर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं और तब तक आप अपना ध्यान रखें और हमेशा हंसते रहें।
Chandan Pandit