बलवान फिल्म की शूटिंग शुरू से ही simple और easy कहानी रखी गई थी। फिल्म में कोई खास फाइटिंग सीन भी नहीं थी लेकिन मेकर्स की कमर अगर किसी सीन ने तोड़ी थी तो वो सीन थी क्लाइमेक्स सीन। क्लाइमेक्स सीन को शूट करते वक्त मेकर्स ने एक्टर सुनील शेट्टी को कहा था कि, उन्हें पहले कुछ दिन सेट पर अँधेरे में फाइट करने की ट्रेनिंग लेनी होगी उसके बाद ही वो क्लाइमेक्स सीन को शूट कर पाएंगे। सुनील एक्शन सीन करने में माहिर थे तो उन्हें तुरंत मेकर्स की बातें मान ली थी और वो ट्रेनिंग के लिए तैयार हो गए थे। तक़रीबन 10 दिन की ट्रेनिंग के बाद जब सुनील को क्लाइमेक्स सीन की शूटिंग के लिए बुलाया गया था, तो इतनी ट्रेनिंग के बाद भी क्लाइमेक्स सीन का शॉट परफेक्ट नहीं आ रहा था। मेकर्स ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि 20 शॉट्स हो गई थी उसके बाद ही उन्हें क्लाइमेक्स सीन वैसी मिली थी जैसी उन्हें शुरू से चाहिए थी।
एक सीन को परफॉर्म करते हुए एक्टर सुनील शेट्टी को चोट लग गई थी लेकिन शूटिंग में देरी न हो और सीन रियल लग सके इसलिए सुनील ने शूटिंग जारी रखी थी। सुनील ने खुद अपने इंटरव्यू में बताया था कि, जब उन्हें जीप से खुदना था तब वो गलती से गद्दो पर कूदने की जगह जमीन पर कूद गए थे लेकिन उसमें एक चीज़ अच्छा ये हुआ था कि, जीप धीमी थी अगर जीप speed में होती तो शायद सुनील को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ता। सुनील आराम कर सके इसलिए मेकर्स ने उन्हें एक हफ्ते तक आराम करने के लिए बोला था लेकिन सुनील कहा किसी कि सुनने वाले थे। सुनील तीसरे ही दिन सेट पर पहुंच गए थे शूटिंग करने के लिए, मेकर्स ने उन्हें बहुत समझाया था आराम करने के लिए, लेकिन सुनील अपनी जिद पर आड़े रहे और उन्होंने समय पर फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी। सुनील शुरू से ही कहते रहते थे कि, वो बलवान फिल्म को लेकर बहुत सीरियस है ।
एक्शन सीन को थोड़ा अलग दिखाने के लिए बलवान फिल्म के मेकर्स ने एक नया आइडिया इस्तेमाल किया था फिल्म में और वो आइडिया उन्हें मिला था एक कंस्ट्रक्शन साइट से। जब फिल्म का एक्शन सीन शूट किया जा रहा था, तब मेकर्स ने एक्टर सुनील शेट्टी से कहा था कि, उन्हें अपने दुश्मन को सीमेंट में जमाकर मारना था। सुनील को समझ नहीं आया था कि, मेकर्स ये क्या कह रहे हैं, तो जब मेकर्स ने 50 सीमेंट की बोरी मंगवाई तब जाकर सुनील को ये बात समझ आई थी कि उन्हें कैसे फिल्म में विलेन को मारना था। जब बारी आई थी विलेन को मारने की तब उस मशीन ने काम करना बंद कर दिया था, जिससे विलेन को मारा जाना था। थोड़ी देर इंतजार करने के बाद जब मशीन ठीक हो गई थी तब उस सीन को शूट किया गया था और वह सीन इतना रियल दिख रहा था कि, आज तक audience बलवान फिल्म का वह सीन नहीं भूल पाए हैं ।
Chandan Pandit