एक्टर अमिताभ बच्चन की हिम्मत और जुनून को दात देनी पड़ेगी 80 साल की उम्र में भी फिल्म में ऐसा काम कर रहे हैं जैसे वो अभी 30-35 साल की ही हो। लेकिन अब उनकी उम्र ही उनकी सबसे बड़ी दुश्मन बनते जा रही है, शायद इसलिए अमिताभ जी ने positive कैरेक्टर को छोड़कर negative कैरेक्टर को चुना है ताकि उन्हें और कुछ फिल्में मिल जाए काम करने के लिए। ये बात तो अब सभी को पता चल गई होगी कि, फिल्म ब्रह्मास्त्र की पार्ट 2 में ये खुलासा होने वाला है कि, “फिल्म में असली विलेन कोई और नहीं अमिताभ जी ही होंगे जिन्होंने फिल्म में गुरु के कैरेक्टर को निभाया है”। अगर सच में ऐसा हुआ तो अमिताभ जी को और भी फिल्में मिलने की संभावना बढ़ जाएगी । ये सब सुनने के बाद ऐसा लग रहा है कि, अमिताभ जी बहुत सोच समझकर फिल्म को चुनते हैं वो भी पूरी प्लानिंग प्लॉटिंग के साथ और शायद ब्रह्मास्त्र भी उनकी प्लानिंग का एक हिस्सा हो।
डायरेक्टर अयान मुखर्जी काफी खुश थे, अपनी नॉर्मल टिपिकल सी फिल्मों की दुनिया में लेकिन कौन जानता था कि, “उनकी दिमाग में एक ऐसी खिचड़ी पक रही थी जो आगे चलकर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की दुनिया ही बदल कर रख देगी”। भले ही फिल्म ब्रह्मास्त्र की पार्ट वन में ब्रह्मास्त्र को हाईलाइट किया गया था लेकिन अगर देखा जाए तो फिल्म की असली ब्रह्मास्त्र कोई थी तो वो एक्ट्रेस मौनी रॉय थी। मेकर्स अच्छे से जानते थे कि, अयान की फिल्मों को बहुत कम लोग ही देखना पसंद करते हैं तो ऐसे में अगर ब्रह्मास्त्र को घर-घर तक पहुंचाना है तो क्यों ना किसी टीवी सीरियल एक्ट्रेस की मदद लिया जाए, शायद इसीलिए मेकर्स ने मौनी रॉय को चुना। मौनी को आज कौन नहीं जानता है। टीवी सीरियल्स में अपनी एक्टिंग से लोगों के दिल में बसने वाली एक्ट्रेस को भला कौन नहीं चाहेगा अपनी फिल्म में कास्ट करके अपनी फिल्म की हाइप को बढ़ाने की। मेकर्स को लगा था कि, मौनी का अच्छा ख़ासा इस्तमाल करेंगे लेकिन उन्हें कहा पता था मौनी कोई कच्ची खिलाड़ी नहीं हैं।
डायरेक्टर अयान मुखर्जी अपनी फिल्मो के लिए जो ना करे वो कम है। लेकिन अब ये भी समझ आ गया है कि, फिल्म ब्रह्मास्त्र 2 की हाइप को किस तरह से बढ़ाना है। ये बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि, “अयान अब जान बूझकर फिल्म को लेकर हर दिन कोई ना कोई इंटरव्यू दे रहे हैं” ताकि लोगों के दिमाग से किसी भी हाल में ब्रह्मास्त्र की बातें धुंधली न हो सकें। और अगर देखा जाए तो अयान पर प्रोड्यूसर करण जौहर का असर हो चुका है क्योंकि करण एक ऐसे प्रोड्यूसर है जो अपनी फिल्मों को लाइमलाइट पर रखने के लिए कुछ भी कर सकते है और अब लगता है अयान उन्हीं के नक्शे-कदम पर चल रहे हैं। भले अयान इन नई tactics का इस्तेमाल कर रहे हो लेकिन उन्हें ये बात पता होना चाहिए कि अगर फिल्म का कंटेंट मजबूत होगा तो फिल्म खुद बा खुद ब्लॉकबस्टर बन जाएगी बिना किसी दिक्कत के।
Chandan Pandit