एक ऐसे warrior जो राह देख रहे है भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के आने का ताकि उन्हें मिल सके मौक्ष और imoratality के श्राप से मुक्ति, और यह योद्धा है महाभारत के इतिहास के अश्वस्थामा, जिनकी मणि, जो उनके ज्ञान का प्रतीक थी, उसे श्री कृष्ण ने चिर दिया था, और उन्हें श्राप दिया था, और तब से ले कर कलयुग तक वो दरदर भटक रहे है, अपने सिर से बह रही खून की गंगा के साथ और इंतज़ार कर रहे है कल्कि अवतार का, और उनकी इस अवस्था को अमिताभ sir ने काफी अच्छे से Kalki 2898 में present किया है। जिस glimpse video ने सबको अभी से फ़िल्म के लिए excited कर दिया, उसमें हमने अश्वस्थामा को भी देखा, और उनका look एक बात यह भी confirm कर रहा है कि यह फ़िल्म महाभारत के वक्त की नही है, और दूसरी बात यह भी clear कर रहा है कि इस फ़िल्म में कलयुग को ख़त्म करने का और कल्कि अवतार के आने का आभास सबसे पहले अश्वस्थामा को ही होगा, और video में हमने यह भी देखा कि जैसे ही एक robot शिवलिंग के पास आता है, अमिताभ sir की entry होती है, और उनकी strength का भी example दिया जाता है, जैसे वो सिर्फ एक punch से piller तोड़ देते है, और इतना ही नही वो शिवलिंग वाली जो जगह है, वो Asirgarh का किल्ला है, जो बुरहानपुर, मध्यप्रदेश में है, जिसके बारे में कहा जाता है, “where history meets legends” और यहां legends से उनका मतलब अश्वस्थामा से है, क्योंकि वहां के locals का मानना है कि अश्वस्थामा रोज इस किल्ले में जो महादेव का मंदिर है वहां के शिवलिंग पर पानी चढ़ाने के लिए आते है। इस किल्ले को 15th century में राजा Asa Ahir ने बनाया था, और इसीलिए इस किल्ले को Asa Ahir भी कहा जाता था, और अब इसे Asirgarh का किल्ला कहा जाता है। साथ ही यहां पर शाम के बाद जाना मना है, क्योंकि वहां के लोगों के हिसाब से अश्वस्थामा पिछले 5000 से भी ज़्यादा सालों से वहां रात के वक्त ही आते है, और आज तक उन्हें जिस किसी ने भी ऐसे दर्दनाक अवस्था में देखा है, वो इंसान या तो पागल हो चुका है, या तो उसे दौरे पड़ने लगते है, और इसी वजह से इस किल्ले में शाम के बाद जाना मना है, इसी की झलक हमें Kalki 2898 AD movie में दिखेगी, जहां अश्वस्थामा उस robot को शिवलिंग के पास आते देख या उसे नुकसान पहुँचाते देख उस पर हमला कर देंगे, और यह होगा फ़िल्म का सबसे अहम हिस्सा क्योंकि इसके बाद ही होगी प्रभास यानी कल्कि अवतार की entry, और फिर अश्वस्थामा उनके साथ मिलकर इस युद्ध को लडेंगे और जब अश्वस्थामा श्री विष्णु के कल्कि अवतार से मिलते है, तब उनके emotions को किस तरह से दिखाया जाता है, यह देखना काफी interesting होने वाला है।
तो क्या आपने कभी ली है Asirgarh Fort की मुलाकात? यह हमें comments में ज़रूर बताएं।