Sanjay Leela Bhansali is all set to create some magic, with his next project titled Heeramandi।
वैसे भंसाली का यह प्रोजेक्ट पाकिस्तान के लाहौर के रेडलाइट एरिया हिरामंडी पर बेस्ड है, जो की Courtesans यानी तवायफों की कहानी है।
अब हीरामंडी एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमें डांस यह अहम अस्पेक्ट है। अब इस प्रोजेक्ट के लिए ऐसा कहा करता है कि, बॉलीवुड की लीजेंडरी एक्ट्रेस रेखा को भी ऑफर दिया गया था क्योंकि रेखा एक ब्यूटीफुल डांसर है और उनकी फिल्म उमरावजान भी इसी टॉपिक पर बेस्ड थी, जिसमें उनकी अदाएं और डांस के सब दीवाने हो चुके थे। तो शायद सीरीज में मुजरा परफॉर्म करने के लिए उन्हें ऑफर दिया गया था।
पर किसी रीजन की वजह से वह यह प्रोजेक्ट नहीं कर पाई, तो यह रोल मनीषा कोइराला को दिया गया। अब मनीषा कोई ट्रेंड डांसर बिल्कुल भी नहीं है, ऐसे में इस प्रोजेक्ट के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी, जैसे कि कत्थक की ट्रेनिंग लेनी पड़ी और उसके बाद ही सीरीज में जबरदस्त डांस फॉर्म प्रेजेंट कर पाई है। वैसे इस फिल्म में मौजूद मनीषा के साथ सोनाक्षी सिन्हा भी कोई ट्रेंड डांसर नहीं है, पर इन दोनों के साथ दिखाई देने वाली एक्ट्रेस रिचा चड्ढा एक ट्रेंड कथक डांसर है, संजिदा शेख भी एक ट्रेंड डांसर है और अदिति राव हैदरी भी एक trained भरतनाट्यम डांसर है। तो इन डांसिंग क्वींस का चमचमाता डांस देखने मिलेगा।
वैसे भंसाली के प्रोजेक्ट्स पॉपुलर इसलिए भी होते हैं क्योंकि उसके ज्यादातर sections में भंसाली का ही कंट्रीब्यूशन होता है- फिर चाहे वह म्यूजिक कंपोजिशन हो, डिजाइनिंग हो, स्टोरीटेलिंग हो या डायलॉग्स हो।
उनकी फिल्में तो बेमिसाल डायलॉग्स के लिए भी जानी जाती है। “बाबूजी ने कहा गांव छोड़ दो” से “बाजीराव ने मस्तानी से मोहब्बत की है अय्याशी नहीं” से लेकर “गंगूबाई चांद थी और चांद ही रहेगी” तक उनकी फिल्मों के कई डायलॉग्स डायलॉग्स बन चुके है। उम्मीद करते हैं कि हीरामंडी के डायलॉग्स भी उतने ही पावरफुल और हार्ट टचिंग हो।
वैसे डांस, डायलॉग के साथ साथ हीरामंडी एक म्यूजिकल treat भी होने वाली है और इसके म्यूजिक कंपोजिशन की जिम्मेदारी भी खुद भंसाली ने ली है। मतलब एक साथ कई सारे रोल्स प्ले किए हैं।
क्योंकि संजय लीला भंसाली सिर्फ इंडियन प्रोड्यूसर या डायरेक्टर ही नहीं बल्कि एक म्यूजिक कंपोजर भी है। उन्होंने इससे पहले रामलीला में “राम चाहे लीला चाहे” गाना हो, “नगाड़ा” गाना पद्मावत का “घूमर”, बाजीराव मस्तानी का “दीवानी मस्तानी”, “पिंगा”, और गंगूबाई काठियावाड़ी का “धोलीदा”, “मेरी जान” यह सारे गाने उन्होंने ही कंपोज किए हैं और इन्हें हम आज तक नहीं भूले। तो सोचिए हीरामंडी में क्या-क्या होगा।
वैसे भी इस सीरीज का पहला गाना सकल बन को तो ऑडियंस से ग्रीन सिग्नल दे दिया है। उम्मीद करते हैं कि, आगे आने वाले गाने भी उतने ही बढ़िया हो, जिसका हम सबको बेसब्री से इंतजार रहेगा।