Karan arjun 2 की हमारी कहानी में Karan, Rajnath Thakur के लिए as a bodyguard काम करता है। और Arjun अभी अभी उसका driver बना है।
Rajnath Thakur के बेटे veeran thakur की वजह से एक reporter लडकी को संभालने की जिम्मेदारी करन पर आती है। करन जब उस reporter लडकी को गाडी में बिठाता है और Arjun को गाडी चलाने को कहता है, Arjun का playful चेहरा, गुस्से में बदल जाता है और अचानक Arjun Karan की बताई direction से हटकर दुसरी ओर गाडी घुमाता है।
Karan उसे गाडी रोकने को कहता है, लेकिन Arjun नही रोकता। तो karan अपनी gun Arjun पर point करता है और उसे रोकने की धमकी देता है। Arjun भी गुस्से में होता है और कहता है,”नही तो क्या? गोली चलाएगा? चला ना? लेकिन उससे पहले अपने आस पास देख, सच में तू यहां मुझ पर गोली चलाने की हिम्मत रखता है, तो चला!”
करण अपने आस पास की जगह को देखता है, और गाडी से उतर कर बाहर निकलता है। साथ हंसने, रोने, झगडा करने, खेलने की यादें उसके सामने एक flashback movie की तरह चलती है।
इतने में Arjun reporter lady के हाथ पैर खोलकर उसे गाडी से बाहर निकाल लेता है।
करण उनकी तरफ gun point करके पुछता है,” कौन हो तुम? और मुझे यहां क्यों लाए हो”।
तो Arjun एक short intro देता है,”मैं arjun, और ये Pooja”। करण की नजर उस reporter लडकी पर जाती है, जो असल में काफी सुंदर है। लेकिन उनके चेहरो से उसे कुछ याद नही आता
और फिर अर्जुन उसे याद दिलाता है कि वो वही Arjun और pooja है जिनके साथ वो यहां खेला करता था, जिनके साथ वो हंसता, रोता, खाता- पिता था, उसके वही दोस्त जो पहली बार उससे अनाथालय में मिले थे और फिर बस एक दुसरे के इतने पक्के दोस्त बन गए कि, कोई उनमें से किसी एक को adopt करने आता तो वो तीनों अपनी खुराफातों से तंग करके उन्हें भगा देते थे। पर फिर एक दिन ऐसा आया जब करण के असली पिता वापस आ गए और उसे वहां से ले गए। उसके बाद वो लोग कभी नही मिले।
करण- अर्जुन और पूजा तीनों same पेड के नीचे बचपन की तरह बैठ जाते है, तो करण पुछता है,” लेकिन तुम्हे पता कैसे लगा कि मैं ही वो करण हूँ। मतलब मैंने तुम्हे नही पहचाना, पर तुम लोगों ने मुझे कैसे पहचाना?”। Arjun कहता है,” खैर मैं तो तेरे बारे में बिल्कुल भूल चुका था, लेकिन कोई है जो तुझे भूल नही सका?”, Arjun पूजा को shoulder bump करते हुए कहता है।
पुजा blush करती हुई Arjun को घूरती है और करण को कहती है,” वो सब छोडो और मुझे एक बात बताओ कि आज अगर Arjun नही होता, तो तुम मेरे साथ क्या करते?”। करण अपनी नजरे झुका लेता है, तो Arjun कहता है,” और क्या होता, तू मर चुकी होती और तेरी deadbody किसी समुंद्र में तैर रही होती।”
करण अपनी गुस्से से भरी नजरे उठाकर कहता है,” तुझे लगता है, मैं कुछ ऐसा करूंगा?”
Arjun कहता है,” अब तुम एक साल से Rajnath के लिए काम कर रहे हो, तो ये सब तो करना ही पडेगा ना! और यही तू पूजा के साथ भी करने वाला था।” करण उसे घुरते हुए कहता है,” जब तुझे सब कुछ पहले से ही पता है, तो मुझसे पुछ ही क्यो रहा है।” पूजा दोनों को शांत करती है और करण से एक बार पुछती है, तो करण बताता है कि वो पूजा को एक अलग जगह ले जाकर उसे डरा धमका कर अपना मुंह हमेशा के लिए बंद करने को कहता और फिर छोड देता है। क्योंकी Rajnath को उसके नाम पर कोई धब्बा नही चाहिए, इसलिए वो लोगों को warning पर छोड देता है। तो arjun हंसकर कहता है,”और अगर वो तुझे मारने का order दे, तो क्या तू मार देगा?”। करण गुस्से में उठकर कहता है,” अगर तुझे विश्वास नही है तो इसमें मैं कुछ नही कर सकता। लेकिन तुम दोनों को Rajnath से इतनी ही दिक्कत है, तुम लोग वहां क्यों हो?” । Arjun और pooja दोनों एक दुसरे को देखने लगते है और तब पूजा बताती है, कि वो Rajnath को काफी वक्त से follow कर रही है और तब उसे पता चला कि, नया bodyguard hire किया गया है। पूजा ने नए bodyguard के बारे में research किया तब उसने करण को पहचाना और उस तक पहुंचने के लिए arjun वहा driver बनकर गया।
Karan अपने बचपन के दोस्तों को देखकर सोचता है कि, दोनों ने उस तक पहुंचने के लिए इतना बडा risk लिया है!
तो क्या ये trouble making trio फिर से करेगा खुराफाती? जानिए अगली post में!
Story पसंद आए तो like, Share और comment करके जरूर बताएं!
Thanks for reading!!