एक पहलवान जो कुश्ती champion है अपनी गांव की यादों को ताजा करता हुआ अपनी कहानी सुना रहा है. भारत के हरियाणा के एक छोटे से गांव मेवात , यह एक छोटे सा 200 लोगों का गाँव हैं . जो पहाड़ियों में बसा हुआ हैं , यहाँ लोग साधारण जीवन जीते हैं । यहं गाँव हरे-भरे खेतों और घने जंगलों से घिरा हुआ हैं गाँव के बीचों- बीच एक छोटी नदी बह रही हैं, उसके ठीक ऊपर आसमान में सूरज तेज चमक रहा हैं जो , जमीन पर एक गर्म सुनहरी चमक बिखेर रहा हैं .
गाँव में छोटे-छोटे , लकड़ी के घर बने है, जिनकी छतें छप्पर की बनी हैं , जिनमें से प्रत्येक के सामने एक छोटा बगीचा हैं । जहाँ बच्चे इधर-उधर भाग-भाग कर पकड़म -पकड़ाई खेल रहें हैं . गाँव की महिलायें खेतों में फसल बोती और काटती हैं । वहीँ पुरुष घर बनाने, बाड़ की मरम्मत करने और अपने पशुओं को पालने का काम करते हैं ।
गाँव का केंद्र एक बड़ा, खुला चौक हैं , जहाँ गाँव वाले आयोजनों और त्योहारों के लिए एकत्रित होते हैं । साथ ही केंद्र में एक कुआं भी हैं , जहां लोग पानी भरने और ताजा समाचार प्राप्त करने के लिए अक्सर जाते रहते हैं । ग्रामीण एक संगठित समुदाय हैं जो हमेशा अपने पड़ोसियों को जरूरत पड़ने पर मदद करते है ।
गाँव वालों का जीवन सरल हैं यह प्यार, हँसी और कड़ी मेहनत से भरा हुआ हैं । ग्रामीण आत्मनिर्भर थे, अपना भोजन कपड़े और अपने पशुओं की देखभाल स्वयं करते हैं । वे पड़ोसी गाँवों के साथ वस्तुओं का व्यापार करते हैं , लेकिन साथ ही वे बाहरी दुनिया से अछूते जीवन जीते हैं ।
गाँव में एक छोटा सा मंदिर भी हैं , जहाँ गाँव के लोग पूजा करने और देवताओं को प्रसाद चढ़ाने जाते हैं मंदिर में पुजारी रहते हैं , और सभी उनका आदर और सम्मान करते हैं । ग्रामीण भूमि से गहराई से जुड़े हुए हैं, यह जंगलों और खेतों की देखभाल करते हैं और जरूरत से ज्यादा इन प्राकतिक चीजों का प्रयोग कभी नहीं लेते हैं । वे आधुनिक तकनीक के सुख-सुविधाओं के बिना इस जीवन में संतुष्ट हैं । गांव से निकला और बना एक पहलवान? कैसी रही होगी इसकी journey ? बतायेंगे आगे आने वाली वीडियो में, तब तक खुश रहें और सेफ रहे. Bye
Manisha Jain