बात है 2002 की हैदराबाद के सबसे अमीर कुंदन बाग इलाके में एक कोठी। एक चोर रात के वक्त इस कोठी में खिड़की के रास्ते से दाखिल हो जाता है। वह चोर इधर-उधर देखने लगता है और चोरी के इरादे से bedroom में घुसता है । जैसे ही वह घुसता है तो वह सकपका जाता है क्योंकि bed पर एक महिला और उसकी दो बेटियां लेटी थी। पहले उसे लगता है कि यह सो रही है पर कमरे से इतनी सड़न की बदबू से उसे समझ आ जाता है कि यह तीन औरतों की लाश है।
बदहवास चोरी की नीयत से गया चोर उल्टे पैर पुलिस स्टेशन की ओर भागता है। पुलिस स्टेशन जाने का सबसे बड़ा उसका कारण यही था कि कहीं वह चोरी के इरादे से गया और उसे murder के case में ना फसा दिया जाए। पर पुलिस फिर भी उसी पर शक करके उसे पकड़ लेती है और उसे अपनी विरासत में ले लेती है पुलिस घर का मुआयना करती है और तीनों लाशों को वहां से हटा देती है पर फिर भी सबसे बड़ा शक चोर के ऊपर ही होता है पुलिस को लगता है कि यह चोरी के इरादे से गया और murder होने के बाद बचने के लिए उनके पास आ गया। परिचय postmortem की report आई तो पुलिस भी चौक गई report के मुताबिक तीनों औरतों की मौत 3 महीने पहले हो चुकी थी जबकि चोर केवल एक रात पहले ही उस घर में घुसा था।
Police ने चोर को गलत तरीके से घर में घुसने के लिए सजा दी और उसे कत्ल के अंजाम से बरी कर दिया । । इसके बाद पुलिस अपनी investigation चालू करती है जहां उन्हें घर में से काला जादू की किताबें और भूत प्रेत भगाने की किताबे मिलती हैं। जब पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो लोग मानने को ही तैयार नहीं थे कि तीनों औरतों की मौत 3 महीने पहले हो चुकी थी। कई का कहना था कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही तीनों को बाहर टहलते हुए देखा था। कहीं का कहना था कि जिस रात चोर घुसा था उस रात से एक रात पहले भी घर के लोगों को देखा गया था।
पूरी information निकालने के बाद पता चला कि उस औरत का नाम जयाप्रदा था । और वह अपनी दोनों बेटियों के साथ अजीबोगरीब हरकतें करती थी। वह रात को घर से निकाल कर हाथ में मोमबत्ती लेकर घर के चक्कर काटती थी । उसके पीछे उसकी दोनों बेटियां हाथ में एक बोतल जिसमें कोई लाल color का fluid भरा रहता था उसके साथ उसके पीछे पीछे घूमती। इन बातों से पुलिस को साफ हो गया था कि घर में रहने वाले लोगों की मानसिक हालत पूरी तरह से ठीक नहीं थी।
पड़ोसियों का यह भी कहना था कि घर से 2 मिनट की दूरी पर ही एक कचरा फेंकने का स्थान था पर फिर भी तीनों मां बेटी अपनी गाड़ी में बैठकर कचरा फेंकने कई किलोमीटर दूर जाती थी। घर में कोई कमाने वाला नहीं था लेकिन फिर भी उन्होंने पहले ही अपने बिजली के सारे bill भर रखे थे। घर के पीछे जो hostel था वहां के बच्चों ने भी इस घर में हो रही है अजीबोगरीब हरकतों के बारे में बताया कैसे तीन औरतें घर में भी मोमबत्ती जलाकर घूमती थी और हाथ में खून की बोतल लिए खिड़की से आने जाने वाले लोगों को घूरा करती थी।
पुलिस ने 3 महीने तक खूब जांच पड़ताल की और अंत में साबित हो गया कि तीनों लोगों ने phenyl पीकर अपनी जान दे दी थी। इसका एक बड़ा कारण यह था कि उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। आज भी कुंदन बाग है कोठी बहुत मशहूर है और यहां कई लोग इस कहानी को सुनकर इसको देखने आते हैं।
Ab jaate jaate aapko aapki fayda ki baat btaana chahti hu , toh agar aap bhi cinema ki duniya se judna chahte hai aur kaam karna chahte hai toh description box mei diye gye job link par click kare aur iss opportunity ka zarur fayda uthaye.
apoorva